16 सेकेंड में अतीक-अशरफ को मारी 34 गोली, मूसेवाला मर्डर का Video देखकर आए थे शूटर: असद के अकाउंट से पैसा निकालने वाला जफर पकड़ा गया

अतीक अशरफ पर दागी 34 गोलियाँ, गुर्गा जफर गिरफ्तार (फोटो साभार: नेटवर्क 18/आजतक)

यूपी पुलिस ने माफिया अतीक अहमद के गुर्गे आतिन जफर को गिरफ्तार किया है। आतिन वही शख्स है, जिसने अतीक के बेटे असद के अकाउंट से पैसे निकाले थे। पैसा निकालने के दौरान एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे में उसकी तस्वीर कैद हो गई थी। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। दूसरी तरफ पता चला है कि माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने से पहले तीनों शूटर्स ने सिद्धू मूसेवाला मर्डर के वीडियो देखे थे। इसके बाद शूटर्स ने सिर्फ 16 सेकेंड में अतीक और अशरफ पर 34 गोलियाँ दाग दी थी।

असद को बचाने की साजिश जो नाकाम रही

उमेश पाल हत्याकांड में असद का नाम न आए इसकी पूरी प्लानिंग की गई थी। असद का स्मार्टफोन और एटीएम कार्ड आतिन जफर को दे दिया गया था। तय हुआ कि जिस समय प्रयागराज में उमेश पाल पर हमला किया जाएगा, उस वक्त आतिन लखनऊ में असद के एटीएम कार्ड से रुपए निकालेगा। इससे बाद में यह साबित हो सकेगा कि उमेश पाल की हत्या के समय असद मौके पर मौजूद नहीं था। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार उमेश पाल की हत्या वाले दिन असद को गाड़ी से न निकलने की सलाह दी गई थी। कहा गया था कि यदि गाड़ी से निकलना पड़े तो मंकी कैप लगाकर निकले।

अपना नाम कमाना चाहता था असद

उमेश पाल हत्याकांड के समय के वायरल हुए वीडियो में असद गोली चलाता नजर आ रहा है। इस दौरान उसने मंकी कैप भी नहीं पहनी हुई थी। पुलिस की जाँच में सामने आया है कि असद क्राइम की दुनिया में अपना नाम कमाना चाहता था। पिता अतीक और चाचा अशरफ की नजर में वह भी अपने आप को साबित करना चाहता था। दावा है कि इसके लिए उसे गुड्डू मुस्लिम ने उकसाया था। उमेश पाल की हत्या के बाद असद फरार हो गया था। 13 अप्रैल को झाँसी में शूटर गुलाम के साथ वह एनकाउंटर में वह ढेर हो गया था।

16 सेकेंड में अतीक-अशरफ को दागी 34 गोलियाँ

असद के एनकाउंटर के 2 ही दिन बाद यानी 15 अप्रैल 2023 की रात तीन शूटर्स लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य ने अतीक अहमद और अशरफ अहमद को गोलियों से भून दिया था। रिपोर्टों के मुताबिक हत्याकांड वाली जगह पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जाँच से पता चला है कि तीनों आरोपितों ने 16 सेकेंड में 34 गोलियाँ फायर की थीं। एसआईटी के अनुसार देसी पिस्टल से कई राउंड फायरिंग के बाद पिस्टल में गोली फँस गई थी। जिगाना पिस्टल से फायरिंग जारी रही। जाँच में पता चला है कि शूटर्स गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से प्रभावित थे। तीनों ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की खबरें और वीडियो कई बार देखी थीं।

बता दें कि जितेंद्र गोगी नाम के गैंगस्टर ने सनी को जिगाना पिस्टल दी थी। उसने सनी को अपने दुश्मन टिल्लू ताजपुरिया को खत्म करने का टारगेट दिया था। जितेंद्र गोगी की सितंबर 2021 में दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया