यूपी STF ने गैंगस्टर अनिल दुजाना को मुठभेड़ में मार गिराया: कभी बुलेटप्रूफ जैकेट में कोर्ट लाती थी पुलिस, पेशी के समय अँगूठी पहनाने आई थी होने वाली बीवी

अनिल दुजाना को बुलेटप्रूफ जैकेट में ले जाती पुलिस (साभार: हिंदुस्तान)

उत्तर प्रदेश पुलिस की STF ने मेरठ में हुए एक मुठभेड़ में कुख्यात गैंगस्टर अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना को मार गिराया है। पश्चिमी यूपी में खौफ का पर्याय बने अनिल दुजाना पर हत्या, लूट, डकैती सहित दर्जनों मामले दर्ज थे। अनिल दुजाना के गाँव के ही एक और कुख्यात क्रिमिनल ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी (Indira Gandhi) को भी जान से मारने की धमकी दी थी।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश STF को अनिल दुजाना के मेरठ में भोला झाल पर सक्रिय होने की खुफिया और पुख्ता जानकारी मिली थी। इसके बाद उसे गिरफ्तार करने के लिए एसटीएफ ने उसे चारों तरफ से घेर लिया। इस दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग कर भागने की कोशिश की। इसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। पुलिस की गोली लगने के बाद उसकी मौत हो गई।

यूपी एसटीएफ के DIG अमिताभ यश ने बताया, “अनिल दुजाना एक खतरनाक गैंगस्टर था वेस्ट यूपी का और उस पर बड़ी संख्या में मुकदमे कायम हैं। यह कॉन्ट्रैक्ट किलर भी था। इस हत्या के 18 केस हैं। इसे STF की मेरठ यूनिट ने एक मुठभेड़ में मार गिराया है।”

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, STF मेरठ यूनिट के एसपी बृजेश सिंह के नेतृत्व में टीम ने अनिल दुजाना को गंगनहर के पास घेरकर कार्रवाई को अंजाम दिया। अनिल दुजाना 10 अप्रैल 2023 को जमानत पर जेल से बाहर आया था। उसने बाहर आते ही अपने खिलाफ गवाही देने वालों को धमकी दी थी। इसी बीच STF को जानकारी मिली कि वह किसी बड़े वारदात को अंजाम देने की कोशिश कर रहा है। उसके बाद STF उसकी तलाश में जुट गई थी।

पिछले साल दिल्ली पुलिस ने अनिल दुजाना और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया था। साल 2011 में उसके गैंग ने यूपी के साहिबाबाद में एक शादी समारोह के दौरान शूट आउट को अंजाम दिया था। इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई थी। अनिल दुजाना को यूपी में छोटा शकील कहा जाता था। उसने भी उसके खिलाफ आवाज उठाई, उसने उसकी हत्या करवा दी। सुंदर भाटी की वजह से पुलिस दुजाना को बुलेटप्रूफ जैकेट पहनाकर कोर्ट ले जाती थी।   

अनिल दुजाना पहले नरेश भाटी गैंग का शूटर था। सुंदर भाटी ने जब नरेश की हत्या करवा दी तो दोनों के बीच दुश्मनी हो गई। दुजाना और सुंदर भाटी सरकारी ठेके, टोल के ठेके और सरिया की चोरी को लेकर दोनों गैंग आमने-सामने आ जाते थे। दोनों के बीच गैंगवार में कई लोगों की हत्या की जा चुकी थी। साल 2012 में दुजाना ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर सुंदर भाटी और उसके गैंग पर AK-47 से हमला कर दिया था।

अनिल दुजाना पर उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में 64 मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या, रंगदारी, फिरौती, लूट, डकैती आदि के केस हैं। पुलिस रिकॉर्ड में साल 2002 में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित कवि नगर थाने में इसके खिलाफ हरबीर पहलवान की हत्या का पहला मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद वह अपराध की दुनिया में आगे बढ़ता चला गया। मुजफ्फरनगर के रोहाना सहित कई जगहों पर उसके खिलाफ हत्या के मामले दर्ज हैं।

अनिला दुजाना बादलपुर के दुजाना गाँव का रहने वाला था। इस वजह से कुख्यात अनिल नागर आगे चलकर अनिल दुजाना कहलाने लगा। दुजाना गाँव का ही कुख्यात सुंदर नागर उर्फ सुंदर डाकू था। 1970-80 के दशक में सुंदर डाकू का दिल्ली तक खौफ था। सुंदर डाकू इतना बड़ा अपराधी था कि उसने भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी को भी जान से मारने की धमकी दे दी थी।

अनिल दुजाना की शादी की कहानी भी कम रोचक नहीं है। जेल में बंद दोजाना जब कोर्ट में पेशी के लाया गया था, तब उसकी वर्तमान बीवी पूजा दुल्हन की तरह सजकर कोर्ट पहुँची थी और वहीं पर उसे अंगूठी पहनाई थी। साल 2021 में जब दुजाना जमानत पर जेल से बाहर आया तो दोनों की शादी हुई थी।

दरअसल, पूजा के पिता लीलू ने अपनी 40 बीघा जमीन बचाने के लिए अपने विरोधी के दामाद से बड़ा अपराधी खोजने का निर्णय लिया था। उनकी नजर दुजाना पर पड़ी और उन्होंने अपनी बेटी की शादी अनिल दुजाना से तय कर दी थी। पूजा के पिता के विरोधी व्यक्ति ने अपनी दो बेटियों की शादी दो कुख्यात अपराधियों से की थी। इसलिए पूजा के पिता को अपनी जमीन बचाने में समस्या हो रही थी। हालाँकि, दुजाना अब मारा गया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया