ईसाई परिवार ने कराया था धर्मान्तरण, रात में धोखे से बुलाया: सुबह लहूलुहान मिली बहन, अस्पताल में मौत

ईसाई सहेली से मिलने गई छात्रा की मौत

पटना से एक चौंकाने वाली ख़बर सामने आई है। शहर के बुद्धा कॉलोनी इलाक़े में स्थित क्वालिटी एन्क्लेव अपार्टमेंट परिसर में एक छात्रा अधमरी मिली। उसके शरीर पर घाव के कई निशान थे। उसके जांघ की हड्डियाँ भी टूटी हुई थी। उसके हाथ, कलाई, पीठ और ललाट पर गहरी चोट और खरोंच के निशान थे। लहूलुहान अवस्था में तड़पती मिली छात्रा को इलाज के लिए बाद में पीएमसीएच ले जाया गया, जहाँ उसकी मृत्यु हो गई। स्थानीय लोगों का मानना है कि पीड़िता के साथ पहले दुष्कर्म किया गया, विरोध करने पर बुरी तरह पीटा गया और अपार्टमेंट की छत से फेंक दिया गया। छात्रा अपनी सहेली यूनिश के घर गई थी। पुलिस यूनिश के भाई बोया व एक अन्य युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

दैनिक जागरण अख़बार के स्थानीय संस्करण में छपी ख़बर

पूरे घटनाक्रम की जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार, छात्रा कविता (बदला हुआ नाम) और यूनिश सहेलियाँ थीं। यूनिश को वो कई दिनों से जानती थी। यूनिश का ईसाई परिवार पहले भी लोगों का धर्म परिवर्तन कराता रहा है। आसपास के लोगों से इस परिवार का व्यवहार सही नहीं है। स्थानीय लोगों ने बताया कि चीन कोठी की रहने वाली एक लड़की की इस परिवार ने मदद की थी और बदले में उसका धर्म परिवर्तन करा लिया था। इतना ही नहीं, उस लड़की की शादी एक ऐसे ईसाई लड़के से करा दी थी, जो उसे गर्भवती कर छोड़ गया था।

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घटना की रात कविता (बदला हुआ नाम) यूनिश के बुलाने पर उसके अपार्टमेंट में गई थी। यूनिश से प्रभावित होकर उक्त छात्रा ने भी अपना धर्म बदल लिया था। रात 2 बजे यूनिश ने छात्रा को अपने पिता के हॉस्पिटल में भर्ती होने की बात कह अपने घर बुलाया था। उसने अकेले होने और डर लगने की बात कह उसे घर बुलाया और कहा कि उसका भाई उसे फिर वापस उसके घर छोड़ देगा। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, रात के ढाई बजे छात्रा को गेट फांदकर अपार्टमेंट में घुसते हुए देखा गया। वहाँ एक युवक उसे सहारा दे रहा था।

इसके बाद डस्टर गाड़ी से चार लड़के आए थे। पीड़िता का भाई भी अपने बहन की वहाँ होने की सूचना मिलने पर अपार्टमेंट में पहुँचा लेकिन गार्ड ने उसे अंदर नहीं जाने दिया। थोड़ी देर बाद किसी के गिरने की आवाज़ आई। जब उसका भाई अंदर घुसा तो उसने देखा कि उसकी बहन ज़मीन पर पड़ी तड़प रही है। जब कोई भी मदद के लिए सामने नहीं आया तो भाई अपनी अधमरी बहन को कंधे पर उठाकर अपार्टमेंट से बाहर लाया। राहगीरों की मदद से पीड़िता को अस्पताल पहुँचाया गया, जहाँ उसने दम तोड़ दिया। घटना के बाद बेकाबू भीड़ ने अपार्टमेंट के बाहर व अंदर घुसकर तोड़फोड़ की और पुलिस मूकदर्शक बनी रही।

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यूनिश की माँ एनजीओ चलाती है। ये परिवार मिजोरम का रहने वाला है। यूनिश के फ्लैट से छात्रा का दुपट्टा बरामद किया गया है। उसका मोबाइल छत पर पड़ा था तो चप्पल सीढ़ियों पर पड़े मिले। गार्ड रूम में भी ख़ून के धब्बे मिले। अब तक पुलिस किसी फाइनल नतीजे पर नहीं पहुँची है। असल में पीड़िता के भाई ने रात को यूनिश के फोन पर कॉल भी किया था। यूनिश ने कहा था कि खुशबू उसके साथ है और दोनों पढ़ रही हैं लेकिन छात्रा से उसके भाई की बात नहीं कराई थी। तभी उसके भाई को शक हो गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया