महाराष्ट्र के जालना जिले (Jalna, Maharashtra) में आयकर विभाग (IT) की छापेमारी के दौरान कुल 390 करोड़ रुपए से अधिक की बेहिसाब सम्पत्ति मिली है। बताया जा रहा है कि ये छापेमारी स्टील, कपड़ों और रियल एस्टेट का काम करने वाले उद्योगपतियों के ठिकानों पर हुई है। छापेमारी 1 अगस्त से 8 अगस्त के बीच हुई।
छापेमारी के दौरान 56 करोड़ रुपए कैश और 32 किलो सोना के अलावा हीरा, मोती, चाँदी एवं अन्य संपत्तियों के दस्तावेज मिले। आयकर विभाग को नोटों को गिनने और सीज करने में लगभग 13 घंटों का समय लगा। नोटों की गिनती सुबह 11 बजे से शुरू हो कर रात 1 बजे तक चली। वायरल तस्वीरों में नोटों के कई बंडल दिखाई दे रहे है।
रिपोर्ट के मुताबिक, छापेमारी के दौरान आयकर विभाग के लगभग 300 अधिकारी मौजूद थे। इस छापेमारी को आयकर विभाग की नासिक ब्रान्च ने सफलतापूर्वक अंजाम दिया। मामले को गुप्त रखने के लिए रेड में स्थानीय पुलिस को शामिल नहीं किया गया था। छापेमारी में शामिल सभी अधिकारी 5 टीमों बँटे हुए थे।
रेड की तैयारी 5 दिनों से की जा रही थी। दावा है कि कालिका स्टील और साईं राम स्टील पर यह रेड डाली गई है। कालिका स्टील के मालिक का नाम घनश्याम गोयल बताया जा रहा है।आयकर विभाग ने इन कंपनियों के घरों, ऑफिसों और कारखानों को खंगाला। मामले की जाँच अभी भी जारी है।
एक रिपोर्ट में दावा है कि ये छापेमारी 3 अगस्त को की गई थी। इस छापेमारी के लिए आयकर विभाग के अधिकारी 100 से अधिक वाहनों से आए थे। इन कारों के शीशे पर राहुल वेड्स अंजलि नाम से शादी का स्टीकर लगा हुआ था। स्थानीय लोग भी इसे किसी शादी समारोह में जाने वाला काफिला समझ रहे थे। छापेमारी बेहद गुप्त तौर पर की गई थी। इस रेड में शामिल कई अधिकारियों को भी ये नहीं पता था कि वो कहाँ जा रहे हैं।
गौरतलब है कि 28 जुलाई 2022 को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की पश्चिम बंगाल में हुई छापेमारी में वहाँ के मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों से करोड़ों रुपए कैश बरामद किए थे। इस छापेमारी के बाद पार्थ चटर्जी का मंत्री पद छिन गया था।