जिस गर्भवती गाय को खिलाया गया था बम, उसने दिया बछड़ा… विस्फोटक खिलाने वाला आरोपित भी गिरफ्तार

हथिनी के बाद गाय को बम... कैसी मानसिकता के लोग हैं यह!

हिमाचल में बिलासपुर जिले के झंडुत्ता इलाके में एक गर्भवती गाय को विस्फोटक मिश्रित खाद्य पदार्थ देकर घायल करने वाले आरोपित नंद लाल को शनिवार (6 जून 2020) को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 429 और पशुओं के प्रति क्रूरता का निवारण अधिनियम की धारा 11 के तहत मामला दर्ज किया है।

बता दें कि जख्मी गाय ने इलाज के दौरान एक बछड़े को जन्म दिया है। घायल गाय के मुँह और जबड़े में गंभीर चोटें आई हैं। साथ ही घायल जगह से कुछ हिस्सों और खून को लेकर फोरेंसिक प्रयोगशाला में जाँच के लिए भी भेजा गया हैं। पशु चिकित्सकों का कहना है कि गाय अब नॉर्मल दिनों की तरह ढेर सारा चारा एक साथ नहीं खा सकेगी।

गाय को विस्फोटक खिलाने के मामले ने तूल तब पकड़ा, जब उसकी वीडियो वायरल होने के बाद खुद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इसमें सीधे हस्तक्षेप किया। साथ ही घटना पर सख्त निर्देश देते ही उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

आदेश मिलते ही पुलिस ने आरोपित को 24 घण्टे के अंदर ही जेल में डाल दिया। खुद डीएसपी बिलासपुर संजय शर्मा मौके पर पहुँचे थे। पुलिस ने मामले में आगे के कार्रवाई शुरू कर दी है।

दरअसल हिमाचल में बिलासपुर जिले के झंडुत्ता इलाके में एक गर्भवती गाय को किसी ने विस्फोटक खिला दिया, जिससे गाय बुरी तरह से घायल हो गई थी। सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे एक वीडियो में गुरदयाल सिंह इस जख्मी गाय के साथ नजर आ रहे हैं।

वीडियो में देखा जा सकता है कि गाय का मुँह गंभीर रूप से जख्मी है और उससे बहुत खून भी निकल रहा है। यह वीडियो शेयर किए जाने के पीछे एक वजह केरल में गर्भवती हथिनी को पटाखों से भरा अनानास खिलाने के बाद उसकी मौत की घटना भी है। इसे लेकर देश भर में लोग पहले से ही आक्रोशित थे।

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले केरल के मलप्पुरम एक 15 वर्षीय गर्भवती हथिनी एक अमानवीय कृत्य का शिकार हो गई। उसे किसी उपद्रवी शख्स ने पटाखों से भरा अनानास खिलाया, जिससे हथिनी के मुँह में विस्फोट हो गया और वह बुरी तरह जख्मी हो गई। हथिनी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि वह गर्भवती थी। उसका जबड़ा टूट गया था और मुँह में विस्फोट के कारण वह अनानास चबाने के बाद कुछ खा नहीं पा रही थी।

इस विस्फोट से उसकी जीभ और मुँह पर गंभीर चोटें आईं। इसके बाद वह एक नदी में चली गई और तीन दिनों के बाद आखिर में उसने प्राण त्याग दिए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया