नैनीताल के सेंट थरेसा चर्च में पक रहा था प्रतिबंधित मांस, हिंदू संगठनों ने किया जमकर विरोध: धर्मांतरण का रैकेट चलाने का भी लगाया आरोप

हल्द्वानी के चर्च में धर्मान्तरण और प्रतिबंधित माँस बनने का आरोप लगा कर हिन्दू संगठनों का हंगामा (चित्र साभार- FB/HS न्यूज़)

उत्तराखंड के नैनीताल जिले में एक चर्च के अंदर प्रतिबंधित मांस बनाने का आरोप लगाकर हिन्दू संगठनों ने रविवार (28 अप्रैल 2024) को हंगामा किया है। चर्च का नाम सेंट थेरेजा है। इसमें एक स्कूल भी चलता है। मामले की सूचना पर पुलिस और पशुपालन विभाग मौके पर पहुँचे। चर्च में मिले मांस के सैम्पल लेकर जाँच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया है। हिन्दू संगठनों ने यहाँ धर्मान्तरण का भी दावा किया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना थाना क्षेत्र काठगोदाम की है। यहाँ के नैनीताल रोड पर सेंट थरेजा चर्च है। इस चर्च में एक स्कूल भी चलता है, जिसमें आसपास के कई छात्र पढ़ते हैं। रविवार की दोपहर अचानक ही यहाँ हिन्दू संगठनों का जमावड़ा होना शुरू हो गया। वो चर्च के अंदर प्रतिबंधित मांस पकाने का आरोप लगाने लगे। मामले की सूचना पुलिस को मिली तो वो फ़ौरन ही मौके पर पहुँची।

पुलिस ने हिन्दू संगठनों को समझा कर शांत किया। इस मामले में तत्काल पशुपालन विभाग के अधिकारी और फ़ूड इंस्पेक्टर बुलवाए गए। पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने चर्च के अंदर जाकर मिले पदार्थ के सैम्पल लिए। इन सैम्पलों को पुलिस की मौजूदगी में सील करके प्रयोगशाला भेजा गया है। बताया जा रहा है कि इनकी जाँच ऋषिकेश के लैब में होगी, जिसके रिपोर्ट कुछ दिनों बाद आएगी।

सैम्पल ले रहे अधिकारियों ने मीडिया में बयान देने से मना करते हुए सैम्पलों की जाँच रिपोर्ट आने तक प्रतीक्षा करने को कहा है। चर्च के मैनेजमेंट ने भी खुद पर हिन्दू संगठनों द्वारा लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया है। एहतियातन चर्च के पास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। हल्द्वानी के हिन्दू संगठन पदाधिकारी जोगिंदर उर्फ़ जोगी ने कहा कि प्रतिबंधित मांस पकने की सूचना उन्हें मिली थी।

जोगिंदर ने एलान किया कि अगर सैम्पल में मांस गोवंश का निकलेगा तो हिन्दू संगठन चर्च को खुलने नहीं देंगे। उन्होंने बताया कि घटना के दिन चर्च में कई लोगों की मौजूदगी थी, जो हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं को देखकर निकल गए। जोगिंदर का आरोप है कि चर्च से धर्मान्तरण की भी गतिविधियाँ संचालित होती हैं। उन्होंने प्रशासन से भी कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया