ब्यूटी पॉर्लर में फाँसी के फंदे से लटकी मिली हिन्दू लड़की: अरशद, वाहिद, मुजफर और अमजद के खिलाफ शिकायत दर्ज, ‘लव जिहाद’ बता चूरू की सड़कों पर उतरे हिन्दू संगठन

राजस्थान के चूरू में बुलबुल की संदिग्ध मौत केस को हिन्दू संगठनों ने बताया 'लव जिहाद' (चित्र साभार- OneIndia)

राजस्थान के चूरू जिले में एक ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली एक महिला की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है। बुलबुल नाम की इस महिला का शव ब्यूटी पॉर्लर में ही फाँसी पर लटका मिला। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है। मामले में अरशद, वाहिद, मुजफर और अमजद आरोपित किए गए हैं। इन सभी पर पीड़िता को मरने पर मजबूर करने का आरोप है। घटना शनिवार (20 अप्रैल, 2023) की बताई जा रही है। हिन्दू संगठनों ने इसे ‘लव जिहाद’ बताते हुए सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया है। मंगलवार (23 अप्रैल, 2024) को चूरू बंद का आह्वान भी किया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना चूरू के होटल सन सिटी की है। यहाँ बने एक ब्यूटी पॉर्लर में वार्ड नंबर 27 की रहने वाली 24 वर्षीया बुलबुल रक्षक काम करती थी। शनिवार को बुलबुल हर दिन की तरह घर से काम करने के लिए निकली। शाम को जब वो लौट कर नहीं आई तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की। अंत में ब्यूटी पॉर्लर के अंदर ही बुलबुल का फाँसी के फंदे पर लटकता शव मिला। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने केस दर्ज कर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

मृतका के परिजनों का आरोप है कि जब वो बुलबुल की तलाश में होटल के अंदर जा रहे थे तब उन्हें होटल संचालक अरशद, वाहिद और मुजफर रोक रहे थे। हालाँकि, इन सभी को धकेल पर पीड़िता के ताऊ होटल में घुसे जहाँ बुलबुल की लाश लटक रही थी। मृतका के ताऊ का यह भी दावा है कि जब उन्होंने बुलबुल का शव देखा तो गले और हाथों पर चोट के निशान थे। पीड़िता के परिजनों ने अरशद, वाहिद, अमजद और मुजफर के खिलाफ बुलबुल को मरने पर मजबूर करने की शिकायत दी है।

होटल में चल रहे पॉर्लर को सील कर दिया गया है। बुलबुल अविवाहित थीं। मृतका के परिजनों का ये भी दावा है कि मौत से 2 दिन पहले बुलबुल ने अपना मोबाइल तोड़ दिया था। मोबाइल तोड़े जाने की वजह का भी अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। बुलबुल की संदिग्ध मौत कुछ ही देर में शहर में चर्चा का विषय बन गई। हिन्दू संगठनों ने इस घटना को ‘लव जिहाद’ बताते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। होटल, अस्पताल और उस मोर्चरी तक हंगामा चलता रहा जहाँ बुलबुल का पोस्टमार्टम हो रहा था।

पुलिस ने नाराज लोगों को समझा कर शांत किया साथ ही जाँच में सामने आने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया। हालाँकि पुलिस की मान-मनौव्वल का प्रदर्शनकारियों पर कोई असर नहीं पड़ा। 23 अप्रैल को सर्व हिन्दू समाज ने चूरू बंद का आह्वान किया है। चूरू से सामने आ रहे वीडियो फुटेज में लोगों को सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करते देखा जा सकता है। इन प्रदर्शनकारियों में युवाओं के साथ बच्चे, वृद्ध और महिलाएँ भी शामिल हैं।

प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन पर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय थानेदार इस मामले को दबाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से भ्रामक बातें न करने की भी अपील की है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया