कॉलेज में मुस्लिम दोस्तों के कारण अपना लिया इस्लाम, आतंकी से निकाह: हुदा की कहानी ‘The Kerala Story’ जैसी, अब कहती है – विज्ञान से ऊपर कुरान

आतंकी यासिर की पत्नी पहले थी भूमिका, मुस्लिम दोस्तों के प्रभाव में बन गई हुदा (प्रतीकात्मक चित्र)

मध्य प्रदेश की ATS ने हाल ही में राज्य में चल रहे एक बड़े आतंकी गिरोह का पर्दाफाश किया और कई गिरफ्तारियाँ भी की। गिरफ्तार आतंकियों में एक का नाम यासिर भी है। ये सब संगठन हिज्ब-उत-तहरीर का हिस्सा थे। यासिर के बारे में बता दें कि उसने हिन्दू लड़की से शादी कर के भूमिका को हुदा बना दिया था। भूमिका ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित मार्केटिंग-बिजनेस में MBA किया है। वो मूल रूप से महाराष्ट्र की हैं।

2018 में भूमिका ने इस्लाम अपना लिया। इसके 2 साल बाद उसने यासिर से निकाह कर लिया। हुदा का कहना है कि 2015 में कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही उनका इस्लाम के प्रति रुझान बढ़ रहा था और मुस्लिम सहेलियों की बातों से प्रभावित होकर उन्होंने मुस्लिम बनने का निर्णय लिया। हालाँकि, इसके बाद घर वालों ने कह दिया कि आज से हमारे लिए तुम मर गई हो। उनके पिता केंद्र सरकार की नौकरी करते थे। 2 साल तक दोस्तों के साथ रहने के बाद हुदा ने यासिर से निकाह कर लिया।

यासिर और हुदा की जान-पहचान सोशल मीडिया के माध्यम से ही हुई थी और दोनों दोस्त बन गए थे। यासिर की गिरफ़्तारी के बाद अब हुदा का कहना है कि अल्लाह इस मुसीबत से बाहर निकालेगा। ‘दैनिक भास्कर’ ने हुदा से बातचीत की है। इस दौरान हिन्दू से मुस्लिम बनी महिला ने कहा कि यासिर के परिवार वालों ने मीडिया से बातचीत की इजाजत नहीं दी थी, लेकिन अब बुर्का में बातचीत करने की इजाजत दे दी है। ‘दैनिक भास्कर’ ने हुदा की शर्त मानते हुए कॉपी उसे दिखा कर और उसके मनचाहे संशोधन के साथ प्रकाशित की।

हुदा की 2 साल की बेटी भी है। उसने ‘लव जिहाद’ को बनावटी बातें बताते हुए कहा कि ये सब संविधान या कुरान में नहीं है। उसने दावा किया कि हिन्दुओं में लड़की के जन्म के बाद परिवार को टेंशन हो जाती है कि इसका पालन-पोषण कैसे करेंगे और परिवार कर्ज में डूब जाता है। उसके अनुसार, इस्लाम में बेटी को जन्नत की चाबी कहा गया है। साथ ही इस्लाम में सादगी से और कम खर्च में निकाह होने का भी दावा किया। साथ ही उसने हिन्दुओं में अलग-अलग देवी-देवता होने पर भी निशाना साधा।

बकौल हुदा, इस्लाम में सिर्फ एक अल्लाह की इबादत होती है जबकि हिन्दुओं में हर दिन अलग-अलग भगवान। उसने विज्ञान को भी नकार दिया और कहा कि कुरान कहता है कि अल्लाह इस दुनिया को चलाता है। उसने दावा किया कि पर्दा करने वाली उसकी सहेलियों को देख कर उसके मन में ख्याल आया कि उनसे कोई छेड़खानी नहीं करता। फिर उसने इस्लामी मुबल्लिगों को सुनना शुरू किया। हुदा ने कहा कि उसे परिवार की याद नहीं आती। उसने भारत में मुस्लिमों को निशाना बनाए जाने का भी आरोप मढ़ा।

ऊपर हुदा के बयानों को आप पढ़ेंगे और अगर आपने ‘The Kerala Story’ देख रखी होगी तो आपको फिल्म के किरदार ‘आसिफा’ की याद आ जाएगी। हुदा भी मुस्लिम दोस्तों के प्रभाव में आकर मुस्लिम बनी। वो भी हिन्दू देवी-देवताओं के बारे में वही अनर्गल बातें करती है, जो बेतुकी हैं। हुदा विज्ञान से ऊपर कुरान को रखती है। अब आप सोचिए, धर्मांतरण के बाद किस कदर कट्टर इन महिलाओं को बना दिया जाता है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया