जिस बिहार में दारू बैन, वहाँ ज़हरीली शराब से 16 की मौत: 4 दर्जन लोग बीमार, प्रशासन बोला – ये सब डायरिया से मर रहे

बिहार में फिर दिखा जहरीली शराब का कहर (फोटो साभार: Jagran)

बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी में 24 घण्टों के भीतर 16 लोगों की मौत हो गई। वहीं 4 दर्जन से अधिक लोग अब भी बीमार बताए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि जहरीली शराब ही इन मौतों का कारण है। लेकिन प्रशासन मौत का कारण डायरिया बता रहा है। वहीं इस दुर्घटना को लेकर बीजेपी सीएम नीतीश कुमार पर हमलावर है।

मीडिया रिेपोर्ट्स के अनुसार, मोतिहारी के आसपास के कई गाँवों में संदिग्ध परिस्थितियों में लोगों की मौत हुई है। पहली मौत लक्ष्मीपुर के रामेश्वर राम उर्फ जटा राम की हुई। बीमार होने के बाद उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहीं उसकी मौत हो गई। इसके बाद, इसी गाँव के ध्रुव पासवान, अशोक पासवान और छोटू पासवान की मौत हो गई। इन सभी इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।

इसी तरह पहाड़पुर थाना क्षेत्र के मुशहर टोली में गुटन मांझी और टुनटुन सिंह नामक व्यक्ति की मौत हुई है। सुगौली थाना क्षेत्र अंतर्गत इन्द्राशन महतो, सुदीश राम, चुलाही पासवान, गोविंद ठाकुर और गणेश राम की मौत हुई है। हरसिद्धि थाना क्षेत्र में मुशहर टोली में भी तीन अन्य लोगों की मौत की खबर सामने आई है। वहीं मठ लोहियार में 4 घण्टे के भीतर ही पिता-पुत्र की मौत हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले नवल दास की मौत हुई फिर उसके बेटे परमेंद्र दास भी काल के गाल में समा गया। अब नवल की बहू की स्थिति भी नाजुक बनी हुई है, उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इलाज कर रहे डॉक्टर का कहना है कि उसे डायरिया हुआ है।

वहीं, मठ लोहियारग गाँव के दिलीप का कहना है कि नवल दास शराब की तस्करी करता था। 15 दिन पहले ही वह जेल से छूटा था। इसलिए लोगों शक है कि इन लोगों ने शराब पी होगी। यही शराब मौत का कारण बनी। शराब पीने वाले लोगों में से विनोद पासवान का कहना है, “जाटा राम ने सभी लोगों को गेहूँ कटाई के लिए बुलाया था। कटाई के बाद सब ने एक साथ शराब पी। फिर वहाँ से घर आ गए। रात में सभी लोगों की तबियत बिगड़ने लगी। कई लोगों की मौत भी हुई है।

जहरीली शराब से मौत की आशंका जता रही पुलिस…

मोतिहारी में एक के बाद हुई 16 लोगों की मौत के बाद प्रशासन सक्रिय हो गया है। घटना को लेकर डीएम सौरभ जोरवाल और एसपी कांतेश मिश्रा का कहना है कि जाँच में सामने आया है कि मौत डायरिया और फूड पॉइजनिंग की वजह से हुई है। वहीं, पुलिस मुख्यालय का कहना है संदेहास्पद स्थिति में कुछ लोगों की मौत हुई है। इसकी जाँच के लिए पटना से मद्य निषेद्य इकाई की टीम भेजी गई है। इस टीम के साथ ही सबूत जुटाने के लिए फोरेंसिक लैब की टीम को भी साथ में भेजा गया है। फिलहाल पुलिस मुख्यालय इन मौतों का जहरीली शराब को मानकर चल रहा है। हालाँकि अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

इन मौतों को लेकर भाजपा नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा है कि सरकार के पाप का कारनामा एक बार फिर उजागर हुआ। छपरा में जहरीली शराब से सैकड़ों लोगों की मौत के बाद अब मोतिहारी में भी कई लोगों की मौत हुई है। जहरीली शराब से हुई मौत को दबाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए। पहले जो सोशल मीडिया के लोग जानकारी सामने लाते थे। वह अब डर के कारण सामने नहीं ला रहे हैं। प्रशासन जहरीली शराब से कुछ कमाई कर लेता है। लेकिन किसी पर कार्रवाई नहीं होती।

उन्होंने आगे कहा है कि नितीश कुमार ने सदन में जहरीली शराब से मारे गए व्यक्ति की विधवा और अनाथ बच्चे को मुआवजा न देने का ऐलान किया था। लेकिन अब उन्हें जहरीली शराब जिले में कैसे पहुँची और इनसे हुई मौतों को लेकर जवाब देना होगा। इन सबके लिए जो जिम्मेदार हैं उन पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं होती? उनकी संपत्ति जब्त क्यों नहीं की जा रही? बिहार की सत्ता में बैठे हुए लोगों के परिवार वाले अवैध शराब के धंधे में लगे हुए हैं। इसकी जाँच होनी चाहिए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया