मथुरा में पुलिस और गौरक्षकों ने तस्करों से बचाए 24 गोवंश, एक दिन पहले ही मुठभेड़ में पुलिस ने हनीफ-इरशाद और जाहिद को पकड़ा था

गौतस्कर (साभार: भास्कर)

हिंदुओं का प्रसिद्ध धार्मिक केंद्र मथुरा में भी गौ तस्कर अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं। वे लगातार पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। शुक्रवार (29 मार्च 2024) की देर रात करीब गौ रक्षकों ने पुलिस के सहयोग से 24 गोवंशों को बचाया है। इसके ठीक एक दिन पहले मथुरा पुलिस ने एनकाउंटर करके तीन गो तस्करों को गिरफ्तार किया था। उनके पैरों में गोली लगी थी।

दरअसल, शुक्रवार की रात कुछ गौ रक्षकों को सूचना मिली की एक बंद बॉडी कैंटर में गौ वंश को भरकर तस्कर आगरा से मेवात की तरफ ले जा रहे हैं। यह भी कहा गया था कि इस छोटे से कैंटर में 24 गौ वंशों को रखा गया है। इसके बाद गौ रक्षकों की टीम ने पुलिस को सूचित किया और एक गाँव के समीप नाका लगाया। इस दौरान आ रहे कैंटर को रोकने का प्रयास किया, लेकिन तस्कर कैंटर लेकर भागने लगे।

तस्करों द्वारा कैंटर लेकर भागने पर गौ रक्षकों ने अपनी गाड़ियों से उसका पीछा किया और उसे रोकने की कोशिश की। लगभग 10 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद गौ तस्कर खुद घिरता देखकर हड़बड़ा गए और अंधेरे में सड़क किनारे कैंटर छोड़कर भाग गए। इस दौरान पीछा कर रही गौरक्षकों की टीम वहाँ पहुँची और कैंटर में भरे 24 गौ वंश को बरामद कर लिया।

पुलिस ने गौ तस्करों की तलाश की, लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर वे भागने में सफल रहे। आखिरकार गौ वंशों को श्रीपाद बाबा की गौशाला लाया गया। वहीं कैंटर को पुलिस ने जब्त कर लिया। गौ तस्करी के इस मामले में धनगर थाना में अज्ञात गौ तस्करों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई कराई है।

बता दें कि गुरुवार (28 मार्च 2024) की रात को गश्ती के दौरान बरसाना पुलिस की चरण पहाड़ी के पास गौ तस्करों से मुठभेड़ हो गई थी। जब पुलिस ने तस्करों को रोकने की कोशिश की तो वे पुलिस पर फायरिंग करने लगे। इसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें तीन तस्करों के पैरों में गोली लगी।

मुठभेड़ में घायल हुए तस्करों की पहचान हरियाणा के नूहँ निवासी हनीफ, इरशाद और जाहिद के रूप में हुई। इन तीनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। घायल तस्करों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था। इनके पास से दो तमंचा, एक सैंट्रो कार और दो गौवंश बरामद किए गए थे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया