…वो 4 इस्लामी कट्टरपंथी, जिन्होंने दी थी कमलेश तिवारी को जान से मारने की खुली धमकी

कमलेश तिवारी (फाइल फोटो)

शुक्रवार (अक्टूबर 18, 2019) की दोपहर लगभग 12:30 बजे दो अज्ञात हमलावरों ने पूर्व हिंदू महासभा नेता कमलेश तिवारी की गला रेतकर व गोली मारकर बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या की वारदात को अंजाम देकर हमलावर वहाँ से फरार हो गए। गंभीर हालत में तिवारी को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहाँ इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।

बता दें कि पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ टिप्पणी कर कमलेश तिवारी कई कट्टरपंथी इस्लामिक मुल्लाओं के निशाने पर आ गए थे। कमलेश तिवारी के खिलाफ रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत आरोप लगाए गए थे और प्रदेश की तत्कालीन अखिलेश यादव सरकार ने उन्हें जेल में डाल दिया था। तकरीबन एक साल तक जेल में रहने के बाद तिवारी को सितंबर में इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा रासुका का आरोप खारिज करने के बाद जमानत मिली।

तिवारी की हत्या के बाद पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें मौलाना मोहसिन, फैजान और राशिद पठान शामिल है। इन सब के अलावा हम उन 4 लोगों की सूची लेकर आए हैं, जिन्होंने पैगंबर मुहम्मद पर उनकी टिप्पणियों के बाद कमलेश तिवारी को खुलेआम धमकी दी थी।

1. जमील असगर प्रतापगढ़ी

इसमें पहला नाम है जमील असगर प्रतापगढ़ी का। जमील ने 2015 में बेंगलुरु में एक कार्यक्रम में तिवारी को निशाने पर लेते हुए उन्हें खुलेआम धमकी देते हुए कहा था, “तुम्हारे पैरों के नीचे कोई जमीन नहीं होगी, कभी आसमान छूने की कोशिश मत करना, जो लोग पैगंबर मुहम्मद का अपमान करते हैं, वो सावधान रहें, हम तुम्हारी जीभ काट लेंगे।” हैरानी की बात यह है कि जमील ने ये धमकी नेशनल पीसमेकर फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में दी थी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विभिन्न समुदायों के बीच शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना था।

2. मौलाना अनवारूल हक

यूपी बिजनौर के जामा मस्जिद के प्रमुख इमाम मौलाना अनवारूल हक ने 2015 में कमलेश तिवारी को खुलेआम धमकियाँ दी थी। उसने कमलेश तिवारी का सिर कलम करने पर 51 लाख रुपए का ईनाम रखा था। उसने कहा था, “अगर यूपी सरकार और कोर्ट तिवारी को सजा नहीं देती है तो बिजनौर के मुस्लिम कमलेश तिवारी का सिर काटने वाले को 51 लाख रूपए देगी। जो किसी भी धर्म, चाहे वो हिन्दू या इस्लाम हो, का अपमान करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। कमलेश तिवारी, मैं तुम्हें चेतावनी देता हूँ, तुम जेल में रहो या फिर बाहर, अगर कोर्ट तुम्हें सजा नहीं देगी तो भारत के मुस्लिम खुद इसकी सजा तय करेंगे।”

बता दें कि मौलाना अनवारूल हक को 2016 में एक महिला के साथ रेप के मामले में गिरफ्तार किया गया था। कलमेश तिवारी की पत्नी किरण ने भी पुलिस को दी शिकायत में अनवारूल का नाम लिया है।

3. मुफ्ती अब्दुल रज्जाक

मध्य प्रदेश के मुफ्ती-ए-आजम मुफ्ती अब्दुल रज्जाक ने कमलेश तिवारी को सही सजा देने के लिए लोगों को कानून हाथ में लेने के लिए उकसाया था। मुफ्ती ने कहा था, “हम पूरी निष्ठा के साथ भारत में रहते हैं और उम्मीद करते हैं कि भारत के कानून हमारे धार्मिक भावनाओं के प्रति निष्पक्ष और ईमानदार रहेंगे, खासकर पैगंबर के मामले में। लेकिन यदि कानून हमें न्याय प्रदान नहीं करता है, तो हमारे लिए कानून के प्रति वफादार रहना कठिन होगा और हमें इसे अपने हाथों में लेना होगा।”

4. मोहम्मद मुफ्ती नईम काजमी

कमलेश तिवारी की पत्नी ने 3 लोगों के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराते हुए कहा है कि उनके पति की हत्या में इन तीनों की भूमिका हो सकती है। पुलिस को दी तहरीर में उनकी पत्नी ने कहा कि मोहम्मद मुफ्ती नईम काजमी और मौलाना अनवारुल हक ने उनके पति कमलेश तिवारी के ऊपर 1.5 करोड़ रुपए का इनाम रखा था। बता दें कि अज्ञात हमलावरों ने कमलेश तिवारी पर गोलियाँ दागने के बाद उनका गला भी रेता।

उल्लेखनीय है कि कमलेश तिवारी की पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के बयान के बाद आया था। आजम खान ने एक विवादास्पद बयान देते हुए कहा था कि आरएसएस के सदस्य समलैंगिक होते हैं। जिसके जवाब कमलेश तिवारी ने मुहम्मद पैगंबर पर विवादित टिप्पणी कर दी थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया