‘…तो यह भी जिहादी राष्ट्र’: कंगना रनौत ने कृषि कानूनों की वापसी को बताया शर्मनाक, इंदिरा की फोटो शेयर कर कहा- लट्ठ ही समाधान

कृषि कानूनों की वापसी को कंगना रनौत ने बताया शर्मनाक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (19 नवंबर 2021) देश को संबोधित करते हुए तीनों कृषि कानून वापस लेने की घोषणा की। यह फैसला अभिनेत्री कंगना रनौत को रास नहीं आया है। ‘भीख में मिली आजादी’ वाले बयान को लेकर विपक्षी नेताओं की आलोचना झेल रहीं कंगना ने इसे दुखद और शर्मनाक बताया है।

कंगना रनौत ने कहा कि मोदी सरकार का यह फैसला पूरी तरह से अनुचित है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, “दुखद, शर्मनाक, बिल्कुल अनुचित। अगर संसद में चुनी हुई सरकार की जगह सड़कों पर लोगों ने कानून बनाना शुरू कर दिया… तो यह भी एक जिहादी राष्ट्र है। उन सभी को बधाई जो यह चाहते थे।” कंगना ने एक नेटिजन्स के पोस्ट को शेयर करते हुए यह बात लिखी। इस पोस्ट में #farmersprotest हैशटैग के साथ लिखा गया था कि स्ट्रीट पावर एकमात्र चीज है जो मायने रखती है।

साभार: kangana Instagram

वहीं दूसरे पोस्ट में उन्होंने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की एक फोटो शेयर करते हुए लिखा, “जब देश की अंतरात्मा गहरी नींद में है, तो लट्ठ ही एकमात्र समाधान है और तानाशाही ही एकमात्र संकल्प है… जन्मदिन मुबारक हो प्रधानमंत्री जी।” बता दें कि आज इंदिरा गाँधी की 104वीं जयंती है।

साभार: kangana Instagram

उल्लेखनीय है कि कंगना ने कृषि कानून लाने के सरकार के फैसले का समर्थन किया था। वो अक्सर विरोध करने वाले दिलजीत दोसांझ जैसी अन्य हस्तियों के साथ सोशल मीडिया पर भिड़ जाती थीं। उन्होंने पॉप स्टार रिहाना के बारे में भी ट्वीट किया था, जिन्होंने किसानों के लिए समर्थन दिखाया था।

कंगना ने कहा था, “रिहाना, एक पोर्न सिंगर हैं, वह कोई मोजार्ट नहीं है और न ही उसे कोई शास्त्रीय ज्ञान है। उसकी कोई विशेष आवाज नहीं है। अगर 10 नामी शास्त्रीय गायक एक साथ बैठेंगे, तो वे कहेंगे कि वह गाना भी नहीं जानती। अमेरिकी संस्कृति में, किम कार्दशियन जैसे लोग, जिनके पास अज्ञात करियर हैं, उनके आयकन हैं। वे क्या करते हैं यह कोई नहीं जानता। यह पूँजीवाद का रैकेट है जो युवाओं को भ्रमित कर रहा है। इसी तरह, रिहाना कोई वास्तविक कलाकार नहीं है, वह एक पोर्न सिंगर है। जब आपके पास टैलेंट है तो आपको कुछ और करने की जरूरत नहीं है।” इसके तुरंत बाद ही कंगना को ट्विटर से बैन कर दिया गया था।

शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि केंद्र सरकार ने देश के किसानों के एक वर्ग के विरोध के बाद, 2020 में संसद में पारित तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, “आज, मैं आपको, पूरे देश को बताने आया हूँ कि हमने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है। इस महीने के अंत में शुरू होने वाले संसद सत्र में हम इन तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा करेंगे।” उन्होंने आंदोलनरत किसानों से अपने-अपने घर लौटने का आग्रह किया। साथ ही किसानों के एक वर्ग को इन कानूनों के बारे में नहीं समझा पाने के लिए देश से माफी भी माँगी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया