फरार गैंगेस्टर विकास दुबे की इनामी राशि बढ़कर हुई पाँच लाख, ग्रेटर नोएडा में आत्म समर्पण की अटकलें, हाई अलर्ट जारी

विकास दुबे पर योगी सरकार ने इनामी राशि बढ़ाई

कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गाँव में नक्सलियों की तरह 8 पुलिसकर्मियों की बेरहमी से हत्या करने वाला मोस्टवांटेड हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पर अब इनाम की रकम 5 लाख रुपए कर दी गई है। इससे पहले यह इनाम राशि 2.5 लाख रुपए थी। इनामी रकम की बुनियाद पर अब विकास यूपी का सबसे ज्यादा इनामी मुजरिमी बन गया है। सबसे पहले विकास 50 हजार का इनाम रखा गया था।

उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक, कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने लखनऊ में बुधवार (8 जुलाई, 2020) को एक प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान विकास दुबे से संबंधित मामलों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसी कार्रवाई होगी जिसके बाद अपराधियों को भी अपने किए पर पछतावा होगा।

वहीं प्रशांत कुमार ने आगे कानपुर, हमीरपुर और फरीदाबाद (हरियाणा) में हुई गिरफ्तारियों और मारे गए बदमाश के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दबिश वाले दिन दो अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए थे। और पुलिस ने उनके पास से लूटे गए बंदूक को भी बरामद किया था। वहीं बुधवार की सुबह वारदात के मुख्य आरोपी विकास दुबे के करीबी अमर दुबे को हमीरपुर जिले में पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मुठभेड़ में मार गिराया।

गौरतलब है कि पुलिस को फरीदाबाद में फरार विकास दुबे के छुपे होने की खबर मिली थी। इस सूचना के बाद मंगलवार (7 जुलाई, 2020) की शाम को फरीदाबाद के दिल्ली मथुरा हाईवे बडख़ल चौक स्थित होटल ओयो ‘श्री सासाराम‘ में छापा मारा गया था। लेकिन, पुलिस के पहुँचने से पहले ही विकास दुबे वहाँ से भाग निकला।

मगर फरीदाबाद पुलिस ने विकास दुबे के 2 साथियों को गिरफ्तार कर लिया। उसने इस बात की पुष्टि की है, कि विकास दुबे उसके साथ था। पकड़े गए अपराधियों के पास से 2 पिस्टल बरामद की गई है। पुलिस ने अब तक कुल अब तक कुल आठ आरोपितों को जिंदा पकड़ा है। इसके साथ पुलिस मुठभेड़ में 3 बदमाशों को मार गिराया है।

वहीं पुलिस का मानना है कि विकास दुबे फरीदाबाद से भागने के बाद ग्रेटर नोएडा में आत्म समर्पण कर सकता है। जिसको मद्देनजर रखते हुए पुलिस ने गौतमबुद्ध नगर में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही सावधानी बरतते हुए पुलिस द्वारा सूरजपुर जिला कोर्ट में आने-जाने वाले सभी लोगों का मास्क हटवाकर जाँच की जा रही है।

पुलिस किसी भी कीमत पर अब कोई मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहती। इसलिए कोर्ट के बाहर भी पुलिस ने अतिरिक्त पुलिसबल वहाँ तैनात कर दिया है। और संदिग्ध लग रहे हर शख्स की तलाशी भी ली जा रही है। कोर्ट के सभी गेट पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। विकास दुबे के दिल्ली एनसीआर में होने की खबर से जिला गौतमबुद्ध नगर पुलिस भी हाई अलर्ट पर है। विकास दुबे की तलाश में यूपी से लेकर मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान और हरियाणा तक की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है।

गौरतलब है कि विकास दुबे पर नकेल कसने की दिशा में यूपी पुलिस ने विकास के सबसे बड़े सहयोगी अमर दुबे को एनकाउंटर में मार गिराया है। हमीरपुर में बुधवार (जुलाई 8, 2020) की सुबह यूपी एसटीएफ और हमीरपुस पुलिस को एक संयुक्त ऑपरेशन के दौरान ये सफलता मिली। अमर दुबे मध्य प्रदेश की सीमा में घुस कर फरार होने की कोशिश में लगा था।

इस एनकाउंटर में दो पुलिसकर्मियों भी घायल हुए हैं। एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (ADG, लॉ एंड आर्डर) प्रशांत कुमार ने ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ को बताया कि कानपुर में पुलिसकर्मियों की हत्या मामले में अमर दुबे नामजद आरोपित था। उन्होंने बताया कि अमर दुबे के ऊपर 25,000 रुपए का इनाम रखा गया था। उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।पुलिस ने उन सभी को खँगालना शुरू कर दिया है।

बताया गया है कि पुलिस उसे ज़िंदा पकड़ना चाहती थी लेकिन सरेंडर करने की अपील के बावजूद उसने फायरिंग की, जिसके बाद पुलिस को भी मजबूरन जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। उधर विकास दुबे भी अपने वकीलों की सलाह के बाद कोर्ट में सरेंडर की फिराक में है क्योंकि उसे डर है कि एनकाउंटर में उसे मार गिराया जा सकता है। फरीदाबाद में उसके दो क़रीबी हिरासत में हैं, जिनसे पूछताछ चल रही है।

विकास दुबे के बारे में पता चला है कि वो मंगलवार को फरीदाबाद स्थित एक होटल में छिपने के लिए पहुँचा था। शक है कि उसने अपनी वेशभूषा बदल रखी थी। जब होटल के कर्मचारी ने उससे कहा कि उसे अपनी आईडी दिखा कर पेमेंट करना होगा, तो वो वहाँ से निकल गया।

उल्लेखनीय है कि विकास दुबे का मामला धीरे-धीरे अब पुलिस अफसरों पर भी भारी पड़ रहा है। मंगलवार को योगी सरकार ने एसटीएफ के डीआईजी अनंतदेव तिवारी का तबादला कर दिया। साथ ही तीन अन्य अधिकारियों को भी इधर से उधर किया गया है।

दूसरी ओर विकास दुबे की मदद और दबिश मुखबिरी जैसे कई गंभीर आरोपों का सामना कर रहे चौबेपुर थाने के सभी 68 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर कर दिए गए हैं। मंगलवार शाम एसएसपी दिनेश कुमार ने ये कार्रवाई की है। कानपुर के चौबेपुर थाने में पोस्टेड सभी सब इंस्पेक्टर, कॉन्स्टेबल और हेड कॉन्स्टेबल का पुलिस लाइंस में ट्रांसफर कर दिया गया है। वहीं अब थाने में नए पुलिस कर्मियो की तैनाती की गई है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया