अल्पसंख्यक लड़कियों का हॉस्टल, बाथरूम में सलीम अली ने लगा दिया कैमरा: मोबाइल पर छात्राओं को देखता था, पकड़ा गया

अल्पसंख्यक गर्ल्स हॉस्टल के बाथरूम में खुफिया कैमरा लगाने वाला सलीम अली पकड़ा गया (फोटो साभार: news9live.com/PublicTV)

कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में अल्पसंख्यक छात्राओं के हॉस्टल के बाथरूम में कैमरा लगाए जाने की घटना सामने आई है। इस मामले में पुलिस ने 20 दिसंबर 2023 को सलीम अली को गिरफ्तार किया है। जेवर्गी के इस हॉस्टल में 10वीं पास अल्पसंख्यक छात्राएँ रहती हैं। सलीम पर इसी हॉस्टल के बाथरूम में गुपचुप तरीके से वाई-फाई कैमरा लगाने का आरोप है।

इस कैमरे के जरिए वह मोबाइल पर छात्राओं को देखता रहता था। रिपोर्ट के अनुसार सलीम अली हॉस्टल की पड़ोस में बनी एक इमरात में किराए पर रहता था। वह मांडेवाला गाँव के रहने वाला है। उसके अब्बा का नाम हुसैन बाबा है। लहसुन बेचकर गुजारा करने वाले सलीम ने एक पाइप का इस्तेमाल कर बाथरूम की खिड़की से एक वाईफाई कैमरा अंदर लगा दिया था।

यह कैमरा उसके मोबाइल फोन से कनेक्ट था। 20 नवंबर की सुबह हॉस्टल की लड़कियाँ नहाने जा रही थीं तो उन्होंने आरोपित को बाथरूम के पास संदिग्ध तौर पर घूमते देखा। उन्होंने हॉस्टल वार्डन को इसकी जानकारी दी। इसके बाद सलीम की करतूतों का खुलासा हुआ।

तीन बच्चों के पिता सलीम को हॉस्टल वार्डन की शिकायत के आधार पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक लड़कियों में से एक ने खिड़की से सलीम को कैमरा एडजस्ट करते हुए देखा और चिल्ला पड़ी। उसका चिल्लाना सुनकर जैसे ही अन्य लड़कियाँ बाथरूम के अंदर आईं, उन्होंने कैमरा देखा और आरोपित को धर दबोचा। इसके बाद स्थानीय लोगों ने उसकी धुनाई कर दी।

इसके बाद वार्डन की शिकायत पर पुलिस ने सलीम को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ जेवर्गी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस पूछताछ के दौरान, सलीम ने लड़कियों को बाथरूम जाते वक्त मोबाइल के जरिए देखने की बात स्वीकार की हैं। पुलिस इस बात की जाँच कर रही है कि सलीम ने कैमरा कब लगाया गया था और उसने कैमरे की वीडियो रिकॉर्डिंग किसी और के साथ शेयर तो नहीं की है।

पुलिस ने कैमरा और अन्य उपकरण जब्त कर लिए हैं। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के तालुका अधिकारी हुलिकुंटाराय के मुताबिक, छात्राओं को सुबह 6.30 बजे के आसपास कैमरा मिला और उन्होंने पास में रहने वाले सलीम को पकड़ लिया। उन्होंने बताया, “छात्रावास में 50 से अधिक छात्राएँ रहती हैं और पहले ऐसी किसी घटना की सूचना नहीं मिली थी।”

बताते चलें कि इस साल जुलाई में उडुपी जिले से भी इसी तरह की एक घटना सामने आई थी। इसमें मुस्लिम समुदाय की तीन छात्राओं ने कथित तौर पर उडुपी के नेत्र ज्योति कॉलेज के शौचालय में गुप्त रूप से हिंदू महिला छात्रों का एक वीडियो बनाया था और इसे मुस्लिमों पुरुषों के साथ शेयर किया था। इसके लिए इन मुस्लिम छात्राओं अलीमातुल शैफ़ा, शबानाज़ और आलिया पर एफआईआर दर्ज की गई थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया