गाँव की 150+ औरतों की नग्न तस्वीर इंस्टाग्राम पर डाली, जैकब-जोसेफ-लुकोस गिरफ्तार: साथ पढ़ने वाली लड़कियों से लेकर चर्च आने वाली महिलाएँ तक शिकार

जस्टिन (बाएँ), शिबिन (बीच में) और एबिन (दाएँ) (चित्र साभार: Onmanoram)

केरल के कासरगोड जिले के एक गाँव में तीन युवकों ने मिलकर अपने ही गाँव की 150 से अधिक महिलाओं की फर्जी नग्न तस्वीरें बनाईं। इन तीनों ने यह तस्वीरें बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का सहारा लिया। तीनों युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

ऑनमनोरमा की एक रिपोर्ट के अनुसार, कासरगोड के चित्तरीक्क्ल थाने की पुलिस ने जस्टिन जैकब, एबिन जोसेफ और शिबिन लुकोस को गिरफ्तार किया है। यह तीनों पिछले डेढ़ साल से अपने गाँव की महिलाओं की नग्न तस्वीरें बना रहे थे। इन्होंने इन तस्वीरों को एक निजी इन्स्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड किया था, जिसे गिने चुने लोग ही देख सकते थे।

यह अपने गाँव और आसपास की महिलाओं की फोटो सोशल मीडिया से लेते थे और AI सॉफ्टवेयर के माध्यम से एडिट करते थे और उनकी नग्न तस्वीरें बनाते थे। जिन महिलाओं की तस्वीरें सोशल मीडिया के माध्यम से नहीं मिलती थी, उनकी यह फोटो अपने कैमरे से खीँच लेते थे।

इन तीनों ने अपने साथ पढ़ने वाली कम से कम 40 छात्राओं की फोटो भी एडिट करके नग्न तस्वीरें बनाई थी। यह रविवार को प्रार्थना के लिए चर्च आने वाली महिलाओं को भी निशाना बनाते थे। इनके इस कृत्य से अब गाँव की महिलाओं में दहशत फ़ैल गई है।

इस पूरे मामले का खुलासा इनके एक दोस्त के माध्यम से हुआ। दरअसल, तीनों आरोपितों में से एक सिबिन का एक दोस्त एक बार उससे मिलने आया। यहाँ उसने सिबिन के फोन में अपनी एक रिश्तेदार की अश्लील फोटो देखी, इसके बाद उसने जब पड़ताल की तो सैकड़ों ऐसे फोटो पाए।

उसने इस बात की सूचना अपनी रिश्तेदार और पुलिस को दी। इसके बाद जब पुलिस ने तीनों पर कार्रवाई की तो सिबिन और एबिन ने अपने फ़ोन से फोटो हटा दिए जबकि जस्टिन के फोन में यह फोटो पड़ी थीं। इसी आधार पर तीनों को पकड़ लिया गया।

बताया गया कि तीनों आरोपितों में से एबिन इस वर्ष कक्षा 12 की परीक्षा में फेल हो गया था। जबकि शिबिन और जस्टिन बसों को धोने का काम करते हैं। पुलिस ने इन तीनों को गिरफ्तार करके आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया है। अभी तक चार शिकायतकर्ता सामने आए हैं जबकि कई और के सामने आने की बात कही जा रही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया