ईसाई किसान बेच रहा था गैर हलाल मांस, इस्लामी कट्टरपंथियों ने किया हमला: जबरन खिलाया कच्चा मांस

गैर हलाल माँस (प्रतीकात्मक फोटो)

केरल के वायनाड में इस्लामी कट्टरपंथियों का आंतक बढ़ता ही जा रहा है। कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी के संसदीय क्षेत्र वायनाड में स्थित मीनांगडी में गैर हलाल माँस बेचने को लेकर इस्लामवादियों ने शाजी नाम के एक ईसाई किसान पर हमला कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कथित तौर पर ईसाई किसान शाजी को इस्लामवादियों ने कच्चा माँस खिलाया और गैर हलाल माँस ले जाने वाले उसके ट्रकों को भी जला दिया

पीड़ित किसान के मित्रों ने दावा किया कि यह घटना तब हुई, जब शाजी थ्री-व्हीलर में 150 किलोग्राम ताजा माँस (बीफ और पोर्क) लेकर इलाके में गया था। एक रिपोर्ट के अनुसार, ‘किसान मित्र’ नामक किसान समूह, जिसके केरल में लगभग 6,000 सदस्य हैं, उन्होंने ईस्टर संडे के मौके पर ताजा और गैर हलाल माँस की बिक्री शुरू की थी।

‘किसान मित्र’ की इस पहल ने इस्लामी कट्टरपंथियों को बेहद परेशान किया। दरअसल, केरल में हलाल माँस अ​धिक बेचा जाता है। इसकी गुणवत्ता खराब होने के कारण किसान मित्र ने ताजा और अच्छी गुणवत्ता वाले माँस बेचने का निर्णय लिया था।

वहीं एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार केरल के स्थानीय लोगों को हलाल माँस की तुलना में गैर हलाल माँस काफी पसंद है। इसे आम लोगों तक पहुँचाने के लिए उनके द्वारा गैर हलाल माँस बेचने की कोशिश की जाती है, जो कथित रूप से हमले के पीछे का मुख्य कारण है।

पुलिस ने मंगलवार को बताया कि इस संबंध में सोमवार की रात मीनांगडी पुलिस थाने में एक शिकायत मिली थी, लेकिन अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। पुलिस ने शुरूआती जाँच की है, जिसमें पता चला है कि कुछ लोगों ने एक व्यक्ति को यह कहकर इलाके में माँस बेचने से रोका था कि वह गैर हलाल माँस बेच रहा है। हालाँकि अभी तक पीड़ित को कच्चा माँस खिलाने की पु​ष्टि नहीं हुई है।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि वो इस मामले की जाँच कर रहे हैं। अगर यह संज्ञेय अपराध हुआ तो वो इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करेंगे। वहीं शिकायतकर्ता शाजी ने बताया कि उन लोगों ने मीनांगड़ी के निकट एक इलाके में उसका वाहन रोक दिया और गैर हलाल माँस को नष्ट करने की कोशिश की। उन्होंने उस पर आरोप लगाया कि वह गैर हलाल माँस बेच रहा है। उसने बताया कि उन लोगों के समूह ने उसे जबरदस्ती कच्चा माँस खिलाने का प्रयास भी किया था, लेकिन वह मौका पाकर वहाँ से भाग पाने में कामयाब रहा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया