बम ब्लास्ट के बाद शख्स ने किया सरेंडर: सोशल मीडिया पर लोगों को चेताने में जुटी केरल पुलिस तो उछला मोहम्मद ज़ुबैर, नीले रंग की कार का अब तक कोई अता-पता नहीं

केरल पुलिस अभी धमाके की जाँच कर रही है (चित्र साभार: India Today & Indian express)

केरल की पुलिस और आला अधिकारी एर्नाकुलम में ईसाई प्रार्थना सभा पर हुए बम धमाकों के बाद इस कोशिश में जुटे हैं कि लोग इस मामले पर सोशल मीडिया पर क्या चल रहा है और क्या नहीं। एर्नाकुलम में रविवार (29 अक्टूबर 2023) को हुए इस धमाके में 1 महिला की मौत हो चुकी है जबकि 50 से अधिक लोग घायल हैं।

केरल पुलिस ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट करके चेताया है कि अगर कोई व्यक्ति इस मामले में मजहबी घृणा फैलाएगा तो केरल पुलिस उसके खिलाफ सख्त एक्शन लेगी। हालाँकि, पुलिस अभी धमाके के बारे में कोई भी पुख्ता जानकारी नहीं दे पाई है और ना ही उसने किसी को गिरफ्तार किया है। केरल पुलिस के ट्वीट को मुहम्मद जुबैर जैसे लोग आगे बढ़ा रहे हैं।

केरल के डीजीपी ने भी घटनास्थल का दौरा किया है और कहा है कि लोग मजहबी एकता बनाए रखे। उन्होंने इसे एक IED धमाका बताया है। डीजीपी ने कहा है कि जो भी लोग इस धमाके के पीछे हैं उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। यह जानकारी सामने आ रही है कि इस प्रार्थनास्थल में टिफिन के अंदर बम छुपा कर रखे गए थे। पुलिस एक नीले रंग की कार की भी तलाश कर रही है जो कि धमाके से ठीक पहले घटनास्थल से रवाना हुई थी।

वहीं एक व्यक्ति ने थ्रिसूर के एक पुलिस थाने में आत्मसमर्पण किया है और कहा है कि उसने ही सभा में यह विस्फोटक रखे थे। केरल के ADGP अजित कुमार ने मीडिया से बात करते हुए बताया है कि उस व्यक्ति का नाम डोमिनिक मार्टिन है और दावा कर रहा है कि वह उसी सभा से जुड़ा हुआ है जिसमें धमाका हुआ। उससे पूछताछ चल रही है।

इस बीच NIA की टीम केरल पहुँच गई है जबकि NSG की टीम जल्द ही केरल पहुँच जाएगी। दोनों टीमें घटनास्थल पर जाकर जाँच करेगीं। धमाके के बीच दिल्ली में इजरायल के विरुद्ध रैली में व्यस्त केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी वापस चले गए हैं।

केरल में इन धमाकों के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सभी सार्वजनिक स्थानों पर हाई अलर्ट घोषित किया गया है और गहन जाँच चल रही है। इस बीच मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने 30 अक्टूबर को सुबह 10 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया