देश के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर को एक बार फिर से पूजा के लिए खोल दिया गया है। मलयालम महीना कुंबम के दौरान मासिक पूजा के लिए सबरीमाला मंदिर 12 फ़रवरी से 17 फ़रवरी तक खुला रहेगा।
सबरीमाला मंदिर के मुख्य पुजारी वासुदेवन नंपूतिरि मंगलवार शाम को मंदिर का पट खोलेंगे। पूजा के दौरान मंदिर के पुजारी कंडारारू राजीवरु भी मौजूद रहेंगे। मंदिर खुलने पर हिंदूवादी संगठनों के संभावित विरोध प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए, पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी है।
https://twitter.com/ANI/status/1095299966707220482?ref_src=twsrc%5Etfwपरंपरा तोड़ने के आरोप में कनकदुर्गा को ससुराल वालों ने निकाला
बता दें कि पिछले दिनों 800 वर्षों की परंपरा को तोड़ कर सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने वाली कनकदुर्गा को ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया था। इतना ही नहीं, उसके मायके वालों ने भी उसे घर में घुसने की इजाज़त नहीं दी थी। पुलिस जब कनकदुर्गा को लेकर उसके ससुराल पहुँची तो पाया कि कनकदुर्गा के पति घर में ताला लगा कर बच्चों संग कहीं और चले गए थे।
कनकदुर्गा के परिवार ने कहा था कि उसके ‘कृत्य’ से पूरे समुदाय को शर्मसार होना पड़ा है और लाखों श्रद्धालुओं की भावना को ठेस पहुँची है। उसके सरकारी कर्मी पति ने कहा था कि वे उसे तब तक नहीं स्वीकार करेंगे, जब तक कि वह अपने पाप का प्रायश्चित नहीं कर लेती है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सितम्बर 2018 में महिलाओं को सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने की इजाज़त दे दी थी जिसके बाद श्रद्धालुओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था। उच्चतम न्यायालय के उस निर्णय के बाद कनकदुर्गा सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने वाली पहली महिला थी। 39 वर्षीय कनकदुर्गा ने एक अन्य महिला के साथ सबरीमाला की सैकड़ों साल पुरानी परंपरा को धता बताते हुए मंदिर में प्रवेश किया था।