‘ब्राह्मण घृणा ही बन जाती है हिन्दू घृणा, चर्च-मस्जिद के दरवाजे पर ही होता है इसका अंत’: बोले J साई दीपक – यूपी में हिन्दुओं के लिए चंद्रशेखर ‘रावण’ सबसे बड़ा खतरा

सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता J साई दीपक ने बदलती डेमोग्राफी पर चिंता जताई

हिन्दू घृणा के खिलाफ अधिवक्ता J साई दीपक ने अपना वक्तव्य दिया है, सोशल मीडिया पर जम कर वायरल हो रहा है। उन्होंने बताया है कि कैसे एक गिरोह ब्राह्मणों के खिलाफ घृणा से शुरुआत करता है और वो बाद में हिन्दू घृणा का रूप ले लेता है। इसके लिए उन्होंने पंजाब का उदाहरण दिया, जहाँ ब्राह्मणों के खिलाफ घृणा के नाम पर खलिस्तानी विचारधारा प्रकट हुई और अब इसके तहत सिखों को हिन्दू विरोधी बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम एक सीमावर्ती व महत्वपूर्ण राज्य को खो रहे हैं।

‘संगम टॉक्स’ में J साई दीपक ने कहा कि वो एकदम स्पष्ट है कि भारत की प्राचीन वैदिक परंपरा, जो कि हिन्दू धर्म की जड़ है, उस पर हमले की अनुमति देकर आप किसी न किसी रूप में हिन्दू धर्म पर हमले को रास्ता दे रहे हैं। अधिवक्ता ने इसके लिए तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश के तटवर्ती क्षेत्रों और केरल का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि आप ये बिलकुल नहीं कह सकते कि आप एक समूह को पंचिंग बैग बना कर हिन्दू धर्म को एक करने चले हैं।

बकौल J साई दीपक, आप बाहर किसी को घृणा के लिए पैदा नहीं कर पा रहे हैं, इसीलिए अपने भीतर ही किसी को आपने घृणा का विषय बना दिया है। उन्होंने चुनौती दी कि अगर आपके पास बाहर कोई घृणा करने के लिए मिल जाए, तो आप असली अपराधियों को पहचान लेंगे। उन्होंने बताया कि इसके बदले जिहादियों के साथ सहयोग किया जा रहा है और ब्राह्मणों का सफाया किया जा रहा है। J साई दीपक ने कहा कि कुछ लोगों ने हिंदुत्व के नाम पर जानबूझकर कुछ समूहों को निशाना बनाना चुना है, ये कौन सा अभियान है?

J साई दीपक ने कहा, “जो लोग वैदिक नियम-कायदों को मानते हैं, उन्हें आप क्या सन्देश भेज रहे हैं? वैदिक सनातन धर्म हिन्दू धर्म की जड़ है, ये जो महासमुद्र है उसका केंद्र है वो। आप उन संस्थाओं को क्या कह रहे हैं, देश छोड़ देने के लिए? फिर आप नक्सलियों और जिहादियों से अलग कैसे हुए? इस वायरस ने हमारी विचारधारा को संक्रमित कर दिया है। जमीन पर काम कर रहे लोग भुगत रहे हैं। उत्तर प्रदेश में हिन्दुओं को सबसे बड़ा खतरा चंद्रशेखर आज़ाद ‘रावण’ से आने वाला है। हिन्दू एकता के नाम पर आप उसके पास भी जाते हैं, और बाकी सबको दरकिनार करते हैं।”

J साई दीपक ने कहा कि आप कुछ नया नहीं बना रहे हैं, लेकिन हजारों वर्षों से जो बनाया गया है उसे तबाह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर आप वर्णाश्रम धर्म को सिर्फ और सिर्फ छुआछूत वाले विषय की नज़र से देखते हैं तो आपके साथ गद्दार की तरह व्यवहार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण घृणा बाद में हिन्दू घृणा बन जाती है और इसका अंत चर्च या मस्जिद के दरवाजे पर होता है। इस चर्चा में वैज्ञानिक आनंद रंगनाथन भी मौजूद थे।

इस चर्चा में J साईं दीपक ने ये भी बताया कि शिक्षा व्यवस्था में जो वामपंथी विचारधारा घुस गई थी वो अब तक नहीं हटाई गई है। उन्होंने ‘होठों पर सावरकर, रीढ़ में गाँधी और आत्मा में मार्क्स’ कह कर तंज कसा। सुप्रीम कोर्ट के वकील ने इस दौरान जम्मू में बढ़ती रोहिंग्या मुस्लिमों की जनसंख्या पर भी सवाल खड़ा किया। उन्होंने पूछा कि जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं को लेकर कितने लोगों ने सरकार से सवाल पूछा? उन्होंने कहा कि हम एक अँधेरे रास्ते पर ले जाए जा रहे हैं, हमें माला पहना दिया गया है और संगीत बज रहा है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया