मीट नहीं खाएगी तो मुस्लिम नहीं बनेगी’: अश्लील वीडियो से ब्लैकमेल होकर सरिता बनी सानिया, हिंदू नाम रख इमरान ने किया था निकाह

हलव जिहाद (प्रतीकात्मक तस्वीर)

उत्तर प्रदेश के बरेली में लव जिहाद के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। जिले के इज्जतनगर इलाके में इमरान खान ने सुरेंद्र सिंह बनकर एक छात्रा को अपने जाल में फँसाया और फिर जबरन धर्म परिवर्तन कराकर उससे निकाह कर लिया।

इतना ही नहीं, इस हिंदू महिला को इमरान और उसके परिवार वालों ने भैंसे का मांस जबरन खिलाने की कोशिश की। जब लड़की नहीं मानी तो उसके साथ मारपीट की गई। इमरान और उसके परिजनों ने लड़की को जान से मारने की धमकी भी दी।

उत्पीड़न से तंग आकर महिला ने इज्जतनगर थाने में जबरन धर्मांतरण और निकाह तथा उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। बरेली पुलिस ने ट्वीट कर कहा, “थाना इज्जतनगर, बरेली पर प्रकरण के सम्बन्ध में प्राप्त तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत है। साक्ष्यों के आधार पर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।”

इस षडयंत्र और उत्पीड़न की कहानी इज्जतनगर के एक इंस्टीट्यूट से शुरू होती है। इलाके के बिहार मान नगला की रहने वाली सरिता धर्म कांटा डेयरी के पास स्थित एक इंस्टीट्यूट में कंप्यूटर का कर्स करने जाती थी।

इसी दौरान उसे इमरान मिला। इमरान ने अपना नाम सुरेंद्र सिंह बताया। इस तरह दोनों की जान-पहचान और फिर दोस्ती हो गई। इमरान ने सरिता को धीरे-धीरे अपने जाल में फँसा लिया और उसके साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए।

इसके बाद इमरान ने अपना असली चेहरा दिखाया और धर्मांतरण कर निकाह करने का दबाव बनाने लगा। उसने धमकी दी कि अगर वह ऐसा नहीं करेगी कि उसकी कई अश्लील वीडियो और तस्वीरें उसके पास हैं और उसे वह वायरल कर देगा।

धमकी और ब्लैकमेल से तंग आकर सरिता ने 26 मई 2020 को उससे निकाह करने के लिए बाध्य होना पड़ा। इमरान ने धर्मांतरण कर सरिता को हिंदू से मुस्लिम बना दिया और उसका नाम सानिया खान रख दिया।

सरिता ने बताया कि इमरान अपनी अम्मी रिफत बीबी, भाई मिसिरयार खान, खुर्शीद खान, इरशाद खान और बहनोई आफताब तथा मोइन खान के साथ रहने लगा। इसके बाद इन लोगों ने उसे जबरदस्ती भैंस का मीट खाने पर मजबूर किया।

सरिता का आरोप है कि जब वह मीट खाने से मना करती थी तो उसके साथ मारपीट की जाती थी। आरोपित उससे कहते कि बिना मीट खाए मुस्लिम नहीं बन सकती। मीट नहीं खाना है तो इमरान को छोड़ दो।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया