सरकारी घर में रहता था लड़कियों को शराब पिला नचवाने और रेप करने वाला प्यारे मियाँ: CM शिवराज ने रद्द की मान्यता

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्यारे मियाँ के घर का अलॉटमेंट रद्द कर दिया है

अख़बार मालिक प्यारे मियाँ से शिवराज सरकार ने सरकारी घर छीन लिया है। वह मध्य प्रदेश के भोपाल में लड़कियों को पार्टी में बुला शराब पिलाता था और फिर उनका रेप करता था। उसके रसूख का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसे सरकारी आवास तक मिला हुआ था।

अब मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने उसके घर का अलॉटमेंट वापस ले लिया है क्योंकि सीएम शिवराज इस मामले पर सख्त हैं। ‘अफ़कार’ अख़बार चलाने के लिए उसे मिले पत्रकार की अधिमान्यता भी रद्द कर दी गई है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने क़ानून-व्यवस्था बिगड़ने पर भी कई अधिकारियों को फटकार लगाते हुए नाराज़गी जताई है। उन्होंने निर्देश दिया है कि अपराधों में शामिल सफेदपोशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने राज्य में अभियान चला कर अपराधियों, माफिया, अतिक्रमणकारियों, अवैध शराब का कारोबार करने वालों और चिटफंड घोटालेबाजों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।

‘न्यूज़ 18’ की ख़बर के अनुसार, अधिकारियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री के संज्ञान में भोपाल के पत्रकार प्यारे मियाँ का भी मामला आया और उन्होंने कहा, “बेटियों के साथ अपराध करने वालों को मैं छोड़ूँगा नहीं।” उन्होंने ऐसे लोगों को मानवता का दुश्मन करार दिया। उन्होंने कहा कि ह्वाइट कॉलर अपराधियों को चिह्नित किया जाए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने भोपाल के प्यारे मियाँ को भी जघन्य अपराधी करार दिया।

शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में प्रदेश की सुरक्षा-व्यवस्था की समीक्षा की और अधिकारियों को विभिन्न निर्देश दिए। बैठक में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी और अपर मुख्य सचिव ग्रह एस एन मिश्रा उपस्थित थे। प्यारे मियाँ को पत्रकार के रूप में दी गई अधिमान्यता के साथ-साथ उसे अलॉट किया गया घर भी वापस लिया जाए। उन्होंने कहा:

“बेटियों के विरुद्ध अपराध करने वाले पूरी मानवता के दुश्मन है, मैं उन्हें छोड़ूँगा नहीं। अपराधों में संलग्न सफेदपोशों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। भोपाल में नाबालिग बेटियों के साथ अपराध करने वाला जघन्य अपराधी है, जहाँ कहीं भी हो, उसे ढूँढ कर उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाए। प्रदेश में अभियान चलाकर आदतन अपराधियों, माफियाओं, अतिक्रमणकारियों, अवैध शराब का कारोबार करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करें। भोपाल में बेटियों के विरुद्ध अपराध के आरोपी प्यारे मियाँ को आवंटित शासकीय आवास एवं उसको पत्रकार के रूप में दी गई अधिमान्यता को तुरंत निरस्त करने की कार्रवाई की जाए।”

दरअसल, मामला ये है कि देर रात गश्त करती पुलिस पार्टी को 5 लड़कियाँ सड़क पर दिखीं। कारण पूछा गया तो जवाब देने के हालत में एक भी लड़की नहीं थी। सब शराब के नशे में थीं। नाबालिग लड़कियों का शराब के नशे में होना पुलिस को खटका। पुलिस ने सभी 5 लड़कियों को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। फिर इनकी काउंसलिंग की गई। जब पूछताछ हुई तो इन्होंने यौन शोषण का खुलासा किया।

https://twitter.com/OfficeofSSC/status/1282604159489855491?ref_src=twsrc%5Etfw

घटना वाली रात इन पाँच लड़कियों में से सिर्फ एक लड़की के साथ प्यारे मियाँ ने रेप किया। लेकिन बाकी चार लड़कियों के साथ कभी कुछ नहीं हुआ है, ऐसा नहीं है। ऊपर पुलिस के द्वारा दिए प्रेस नोट को पढ़ेंगे तो पाएँगे कि प्यारे मियाँ अपने असिस्टेंट स्वीटी के साथ मिलकर काफी दिनों से इन लड़कियों का यौन शोषण करता रहा है। पार्टियों में पैसे के बदले डांस करने और उसके बाद यौन शोषण (संभोग, रेप) के लिए प्यारे मियाँ ने इन नाबालिग लड़कियों को अपने जाल में फँसाया। 

प्यारे मियाँ ने अपनी सहायक स्वीटी विश्वकर्मा की मदद से इन लड़कियों को अपने यहाँ नाचने के लिए बुलाया था। विष्णु हाइट्स स्थित फ्लैट में पार्टी के दौरान प्यारे मियाँ द्वारा एक नाबालिग का यौन शोषण करने की बात भी सामने आई है। इन पाँचों लड़कियों ने भी प्यारे मियाँ पर लैंगिक शोषण का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें समय-समय पर उस फ्लैट में ले जाया जाता था। उन्हें इसके लिए धनराशि भी दी जाती थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया