माँस खिलाया, रेप किया, इस्लाम कबूलने का डाला दबाव: दलित महिला को पति के ‘दोस्त’ अमजद खान ने घर से अगवा किया, बंधक बना कई दिनों तक दरिंदगी

अगवा कर दलित महिला के साथ रेप (प्रतीकात्मक चित्र, साभार: indialegallive.com)

मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक शादीशुदा दलित महिला को अगवा कर उससे रेप करने और इस्लाम कबूलने के लिए दबाव डालने का मामला सामने आया है। आरोपित अमजद खान फरार है। अमजद की पीड़ित महिला के पति से दोस्ती थी। कथित तौर पर इसका फायदा उठाकर उसने महिला को उसके घर से ही अगवा कर लिया। फिर भोपाल में बंधक बनाकर उसके साथ कई दिनों तक रेप किया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला जबलपुर के थाना क्षेत्र कैंट का है। 40 वर्षीय पीड़िता दो बच्चों की माँ है। 19 जून 2023 (सोमवार) को उसने अमजद खान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। थाने में उसके साथ पति और हिंदू धर्म सेना नाम के संगठन के सदस्य भी थे। शिकायत के मुताबिक महिला का पति मजदूरी करता है। उसकी अमजद से दोस्ती थी जिसके कारण वह उसके घर आता-जाता रहता था।

आरोप है कि अमजद ने 2 जून 2023 को महिला को उसके घर से चाकू की नोक पर अगवा कर लिया। महिला को अपहरण कर वह भोपाल ले गया और वहाँ उसके साथ कई दिनों तक रेप किया। इस दौरान अमजद ने पीड़िता को जबरन माँस खिलाया। धर्म बदलने का दबाव बनाया। इस बीच महिला के पति ने गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराते हुए अमजद द्वारा अपहरण की आशंका जताई थी। पुलिस ने 8 जून 2023 को महिला को भोपाल से बरामद कर लिया। लेकिन इस दौरान अमजद पकड़ में नहीं आया।

इसके बाद सोमवार को अमजद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए महिला ने अपने साथ हुई दरिंदगी के बारे में बताया है। कैंट थाने के एसएचओ आरके सोनी ने मीडिया को बताया है कि बरामदगी के दौरान पीड़िता ने अमजद पर इस तरह के आरोप नहीं लगाए थे। शिकायत मिलने के बाद मामले की जाँच की जा रही है। ऑपइंडिया ने इस मामले में हिन्दू धर्म सेना के प्रमुख योगेश अग्रवाल से बात की। योगेश ने बताया कि बरामदगी के बाद महिला अमजद के दिखाए खौफ और लोकलाज से चुप रही। बाद में उसने अपने पति को आपबीती बताई। इसके बाद उसने शिकायत दर्ज करवाने का फैसला किया।

योगेश अग्रवाल का आरोप है कि 50 वर्षीय अमजद इससे पहले भी हिंदू महिला के साथ रेप कर चुका है। वह आपराधिक छवि का है। उस पर पहले से ही कई केस दर्ज हैं। योगेश ने बताया कि अमजद की गिरफ्तारी के लिए प्रशासन को 2 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया