झाबुआ में ईसाई धर्मान्तरण कराने का प्रयास कर रहे 9 को MP पुलिस ने किया गिरफ्तार: 10 पर FIR, विहिप ने की सख्त कार्रवाई की माँग

झाबुआ में ईसाई धर्मान्तरण कराने का प्रयास कर रहे 9 को MP पुलिस ने किया गिरफ्तार: 10 पर FIR, विहिप ने की सख्त कार्रवाई की माँग

मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में धर्मान्तरण का प्रयास करते हुए 9 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी विश्व हिन्दू परिषद के एक कार्यकर्ता की शिकायत पर की गई है। घटना बुधवार (10 नवम्बर 2021) की है। यह गिरफ्तारी थांदला थानाक्षेत्र के गाँव मानपुर से की गई है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गिरफ्तार आरोपितों में से 7 लोग राजस्थान और गुजरात से हैं। थांदला पुलिस के SDOP एम एस गवली ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उनके अनुसार बुधवार को मानपुर गाँव में कुछ बाहरी लोगों के आने की सूचना मिली थी। उनके बारे में शिकायत हुई कि ये स्थानीय लोगों को लालच दे कर ईसाई धर्म अपनाने को कह रहे हैं। यह कार्यक्रम स्थानीय निवासी नारू डामोर के घर पर चल रहा था।

मौके पर पुलिस कुछ स्थानीय लोगों को लेकर पहुँची। सूचना सही पाई गई और गुजरात, राजस्थान के 7 निवासियों सहित कुल 10 लोगों पर केस दर्ज किया गया है। मौके से 9 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। इन सभी पर मध्य प्रदेश धर्मान्तरण विरोधी क़ानून की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। आवश्यक कार्रवाई के बाद इन सभी को गुरुवार (11 नवम्बर 2021) को जेल भेज दिया गया है।

इससे पहले बुधवार को अवैध धर्मान्तरण के विरोध में विश्व हिन्दू परिषद ने इंदौर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें विहिप महासचिव मिलिंद परांडे ने पत्रकारों को सम्बोधित किया था। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने झाबुआ के कुछ सरकारी अधिकारियों पर ही धर्मान्तरण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। विहिप ने धर्मान्तरण में शामिल हर किसी पर कठोर कार्रवाई की माँग भी की थी।

झाबुआ में धर्मान्तरण के विरोध में मिलिंद परांडे ने ट्वीट भी किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है, “झाबुआ ज़िले के वनवासी क्षेत्र में मालवा प्रांत में विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने अवैध चर्च निर्माण तथा धर्मांतरण के षड्यंत्रों के विरूद्ध प्रदर्शन किया। अभी ऐसे 55 से अधिक अवैध चर्च तथा अवैध रीति से घोषित पादरियों की सूचि प्रशासन को कारवाई हेतु सौंपी है।”

इस बीच जनजाति सुरक्षा मंच के संयोजक गणेश राम भगत का भी धर्मान्तरण पर बयान आया है। अरुणाचल प्रदेश की मिशमी जनजातियों पर ईसाई धर्म के बढ़ते प्रभाव पर एक रिसर्च के हवाले से गणेश राम भगत ने कहा है कि दुनिया भर के हर समाज की अपनी खुद की विश्वास प्रणाली है जो हर क्षेत्र में पनपने के लिए समाज की आधारशिला है। इसमें कोई भी बदलाव समाज के भीतर विरोध का कारण बन सकता है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया