किसान ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में महाराष्ट्र सरकार के मंत्री का नाम: नारंगी व्यवसायी और पुलिस पर पिटाई का आरोप

किसान द्वारा आत्महत्या करने के बाद पुलिस स्टेशन पर जुटी ग्रामीणों की भीड़

दिल्ली सीमा पर जारी किसान विरोध प्रदर्शन के बीच महाराष्ट्र के अमरावती में एक किसान ने आत्महत्या कर ली। किसान ने कथित तौर पर शेख अमीन, शेख गफूर और पुलिस एसआई दीपक जाधव द्वारा परेशान किए जाने के बाद आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाया। मृत किसान अशोक भूयार ने आत्महत्या से पहले राज्य सरकार में मंत्री बच्चू कडू को संबोधित एक सुसाइड नोट छोड़ा था।

भूयार को मंगलवार (दिसंबर 22, 2020) को बोराला में गणेश मंदिर के पास एक खेत में मृत पाया गया था। जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुँची। जिसके बाद पता चला कि भूयार ने जहर खा लिया है। 

किसान ने अपने सुसाइड नोट में नारंगी व्यापारियों- शेख अमीन, शेख गफूर और पुलिस SI दीपक जाधव को ठहराया दोषी

भूयार अंजनगाँव सूरजी में धनेगाँव का एक नारंगी उत्पादक था। अपने सुसाइड नोट में उन्होंने आरोप लगाया था कि नारंगी व्यापारी- शेख अमीन और शेख गफूर ने उन्हें उनकी कृषि उपज के लिए भुगतान नहीं किया था और जब उन्होंने उन्हें भुगतान के लिए जोर दिया, तो उन्होंने कथित तौर पर उनके साथ मारपीट की। घटना के बाद भुयार ने दोनों व्यापारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए पुलिस स्टेशन का दरवाजा खटखटाया। हालाँकि, पुलिस ने उसके साथ सहयोग करने से इनकार कर दिया और शिकायत दर्ज किए बिना उसे वापस भेज दिया।

भूयार ने महाराष्ट्र के मंत्री को एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमें अपनी व्यस्तता के बारे में बताया और जान देने का कठोर कदम उठाया। अपने पत्र में भुयार ने दो नारंगी व्यापारियों और उनके खिलाफ पुलिस की निष्क्रियता के बारे में भी बताया। किसान ने लिखा कि उन्होंने अंजनगाँव सुरजी में दो व्यापारियों- शेख अमीन और शेख गफूर को अपने संतरे बेच दिए। मगर दोनों व्यापारियों ने बिना इसका भुगतान किए भूयार को भुगतान रसीद पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि दोनों व्यापारियों ने उनकी पिटाई भी की और जब वह 18 दिसंबर को उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए पुलिस स्टेशन गए, तो उनके अनुरोध को पुलिस ने ठुकरा दिया।

किसान भूयार की आत्महत्या के बाद से धनेगाँव में तनाव बढ़ गया है। गुस्साए ग्रामीणों की भीड़ ने पुलिस एसआई दीपक जाधव और नारंगी व्यापारियों शेख अमीन और शेख गफूर के खिलाफ कार्रवाई की मांँग करते हुए पुलिस स्टेशन पर धावा बोल दिया। स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, 18 दिसंबर के सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि किसान अशोक भूयर को पुलिस अधिकारियों ने पीटा था, जब वह दो नारंगी व्यापारियों के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करने के लिए आया था। मृतक किसान के बेटे गौरव भूयार द्वारा दर्ज शिकायत पर सहायक पुलिस उपनिरीक्षक दीपक जाधव और दो नारंगी व्यापारियों शेख अमीन और शेख गफूर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

मृतक किसान के छोटे भाई का दिल का दौरा पड़ने से मौत

अशोक भूयार के बड़े भाई, संजय भुयार, अपने छोटे भाई को खोने के सदमे को सहन नहीं कर सके। अपने छोटे भाई के अंतिम संस्कार से लौटते समय संजय को कार्डियक अरेस्ट हुआ जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। हालाँकि, उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। एक ही परिवार के दो लोगों की जान जाने से अमरावती जिले में खलबली मच गई है।

बच्चू कडू ने केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे को हमले की धमकी दी थी

आत्महत्या से पहले अशोक भूयार ने राज्य सरकार में मंत्री बच्चू कडू को एक चिट्ठी भी लिखी थी, जिसमें मदद की गुहार लगाई गई थी। उल्लेखनीय है कि कडू हाल ही में केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे को धमकी देने के लिए चर्चा में थे। बता दें कि रावसाहेब दानवे ने कहा था कि किसान विरोध प्रदर्शन को पाकिस्तान और चीन हवा दे रही है। उनके इस बयान के बाद कडू ने कहा कि पहले जब दानवे ने इस तरह का बयान दिया था, तो उन्होंने उनके घर का घेराव किया था, लेकिन इस बार उन्हें उसके घर में घुसकर मारपीट करनी होगी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया