‘यहीं काटेंगे बकरा… जो करना है कर लो’ : मुंबई के मीरा रोड की सोसायटी में बकरीद पर हंगामा, कुर्बानी का विरोध करने पर हिन्दुओं से अभद्र व्यवहार

मुंबई के मीरा रोड में एक सोसाइटी के अंदर बकरों की कुर्बानी को ले कर 2 पक्षों में विवाद में हिन्दू महिलाओं संग अभद्रता

मुंबई के मीरा रोड इलाके में बकरीद से एक दिन पहले रविवार (16 जून 2024) को कुर्बानी के लिए लाए गए बकरों को लेकर विवाद खड़ा हो गया। यहाँ मुस्लिम तबके के लोग सोसाइटी परिसर में कुर्बानी देने पर आमादा थे लेकिन हिन्दू पक्ष इसका विरोध कर रहा था। आरोप है कि इस विरोध की वजह से हिन्दुओं को धमकियाँ मिलीं और उनके घर की महिलाओं से अभद्र व्यवहार किया गया। मामले की शिकायत पुलिस में भी दी गई लेकिन इस पर अभी तक FIR दर्ज नहीं हुई है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना मीरा रोड के काशीगांव थानाक्षेत्र में पड़ने वाली जेपी नॉर्थ सेलेस्टे सोसायटी की है। 16 जून (रविवार) को यहाँ रहने वाला एक मुस्लिम परिवार कुर्बानी के लिए कुछ बकरे खरीद कर लाया। सोसाइटी में रहने वाले हिन्दू परिवारों ने इसका विरोध किया। वो चाहते थे कि मुस्लिम परिवार कुर्बानी सोसाइटी कैम्पस के बाहर करे। इस दलील के साथ विरोध कर रहे परिवारों ने सोसाइटी के नियम भी दिखाए जिसमें अंदर बकरियाँ लाना मना बताया गया था। हालाँकि मुस्लिम परिवार पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। वह सोसाइटी कैम्पस में ही कुर्बानी की जिद्द पर अड़ा रहा।

शिकायत कॉपी

मामले की जानकारी मिलने पर हिन्दू संगठन भी हस्तक्षेप के लिए पहुँचे। इन सदस्यों ने मुस्लिम परिवार से वो अनुमति दिखाने के लिए कहा जिसके तहत बकरे सोसाइटी के अंदर लाए गए थे। इसी के साथ बकरों की मेडिकल जाँच रिपोर्ट भी माँगी गई। संतोषजनक जवाब न मिलने पर हिन्दू संगठन के सदस्यों ने सोसाइटी के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनकी माँग थी कि बकरों को सोसाइटी से बाहर किया जाए। इसी के साथ एक शिकायत स्थानीय काशीगाँव थाने में शिकायत दी गई।

लोगों को समझाता पुलिस बल

इस शिकायत में हिन्दू पक्ष ने सोसाइटी में बकरे काटने पर रोक लगाने की माँग की है। अपनी सफाई में मुस्लिम पक्ष पुलिस को एक आपसी समझौते का एक लेटर दिखा रहा है। इस लेटर में सोसाइटी में बकरे लाने पर हिन्दुओं के सहमत होने का दावा किया गया है। हालाँकि हिन्दू पक्ष ऐसा कोई भी समझौता होने से इनकार कर रहा है और इस लेटर को एक छिपी साजिश बता रहा है।

आसपास पहले भी हुई हैं ऐसी घटनाएँ

बताते चलें कि जिस इलाके में जेपी नॉर्थ सेलेस्टे सोसाइटी है उसके आसपास इस प्रकार की घटनाएँ पहले भी हुईं हैं। इसी इलाके में मौजूद ‘हिल गैलेक्सी अपार्टमेंट’ में 16 जून को एक सिख परिवार ने पाँचवे सिख गुरु, गुरु अर्जन देव की पुण्यतिथि पर एक छोटा सा कार्यक्रम आयोजित किया था, तब सिख परिवार की महिलाएँ आसपास के लोगों को ‘सरबत प्रसाद’ बाँट रही थीं। इसी दौरान उन्होंने देखा कि मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग सोसाइटी परिसर में कथित तौर पर कुर्बानी के लिए 14 बकरियाँ ले जा रहे हैं।

जब महिलाओं ने पूछा तो इन बकरों को सोसाइटी के बाहर ले जाने का जवाब मिला। सिख परिवार का आरोप है कि उनसे झूठ बोला गया था। उन्होंने बताया कि वो बकरे बाहर नहीं बल्कि सोसाइटी के अंदर कुर्बानी के लिए ले जाए जा रहे थे। दावा यह भी किया गया कि बाद में कुर्बानी के लिए 4 बकरे और लाए गए थे। आरोप है कि इसका विरोध करने पर मुस्लिम पक्ष द्वारा ‘जो करना हो कर लो’ की घुड़की के साथ हिन्दुओं को माँ की गालियाँ दी गईं।

ऑपइंडिया से बात करते हुए स्थानीय मीडिया ने सिख महिला के हवाले से बताया कि हिल गैलेक्सी अपार्टमेंट में तमाम विरोधों के बावजूद पिछले 4 वर्षों से मुस्लिम समुदाय के लोग बकरों की कुर्बानी कर रहे हैं। आरोप यह भी है कि रोके जाने पर महिलाओं तक को दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है।

भगवान गणेश को दी गई गाली, हिन्दुओं को धमकाया

सोमवार (17 जून) को हिल गैलेक्सी आपर्टमेंट के एक निवासी ने काशीगाँव थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। इस शिकायत में बताया गया है कि बकरों की कुर्बानी से मना करने पर हिन्दू धर्म का अपमान किया गया। ऑपइंडिया को मिली शिकायत कॉपी में लिखा गया है कि मुस्लिमों ने हिन्दुओं को धमकाया और कहा कि मुस्लिम सोसायटी परिसर में ही बकरे काटेंगे, चाहे कुछ भी हो जाए। विरोध करने वालों को “जो कर सकते हो कर लो’ जैसे ताव दिए गए। इसी शिकायत में हिन्दुओं को माँ की गाली दिए जाने का भी जिक्र है।

हिन्दू संगठनों का प्रदर्शन

शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि मुस्लिम पक्ष के लोगों ने गाली-गलौज के साथ भगवान गणेश का भी अपमान किया है। उन्होंने हिन्दुओं से कहा, “तुम लोग जब गणेश उत्सव मनाते हो तब क्या हम कुछ कहते हैं? तुम्हारे भगवान गणेश को देख कर हमें गुस्सा के साथ उल्टी आने लगती है। अब हम भी देखेंगे कि तुम लोग यहाँ अपना गणपति उत्सव कैसे मनाते हो।”

जिम की जगह बता कर बना दी अवैध मस्जिद

बकौल शिकायतकर्ता उन्होंने सोसाइटी के बिल्डर (आर आर बिल्डर्स) और मेंटेनेंस देखने वाले रसूल, इरफान, जुनैद और जब्बार शेख को भी फोन किया था। तब इन सभी को मुस्लिम पक्ष द्वारा हिन्दुओं के देवताओं को दी गई गालियों की शिकायत की गई थी। हालाँकि बिल्डर की तरफ से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला था। उन्होंने खुद को शहर से बाहर बताते हुए इस मामले से खुद को दूर ही रखने जैसा जवाब दिया था। आरोप यह भी है कि इमारत परिसर में एक अवैध मस्जिद भी बना दी गई है।

सोसाइटी में बनी मस्जिद

जिस जगह मस्जिद बनी है वहाँ पहले जिम या क्लब बनाने का झाँसा दिया गया था। ऑपइंडिया को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक बिल्डर रसूल शेख ने शुरुआत में हिंदुओं को घर दिए थे, लेकिन बाद में बाकी कई घर मुस्लिमों ने बुक करवा लिए। जेपी नॉर्थ सेलेस्टा और हिल गैलेक्सी मिला कर कुल लगभग 130-150 घर हैं। इनमे करीब 15-20 घर ही हिंदुओं के हैं जबकि 100 से ज़्यादा घरों पर मुस्लिमों का कब्ज़ा है।

मुस्लिमों द्वारा प्रताड़ित एक सिख महिला का तो यहाँ तक दावा है कि वहाँ अन्य सोसाइटियों के मुस्लिम भी नमाज़ पढ़ने आते रहते हैं जिससे उन्हें कई बार असुविधा का सामना करना पड़ता है। शिकायत में आगे जिक्र किया गया है कि सोसाइटी में बनी अवैध मस्जिद के अंदर नमाज़ अदा करने के लिए आने वाली भीड़ अक्सर हंगामा करती रहती है। इस हंगामे की शिकायतों पर बिल्डर कोई ध्यान नहीं देता। आए दिन हिन्दू परेशान होते हैं। सोसाइटी के हिन्दुओं ने पुलिस से मामले में हस्तक्षेप की माँग की है।

मुस्लिम बहुल सोसाइटी के हिन्दुओं से ऑपइंडिया ने की बात

ऑपइंडिया ने इन सोसाइटी में रहने वाले कुछ हिन्दुओं से बात की। उन्होंने कहा कि वो अपनी आँखों के आगे बकरे कटते देख कर असहज हो जाते हैं। सोसायटी के हिन्दुओं ने फिर अपील की है कि कुर्बानी उन जगहों पर की जाए जिन्हें सरकार ने चिन्हित किया है। वहीं एक दूसरे हिन्दू ने हमें बताया कि मुस्लिम बहुल सोसाइटी होने की वजह से यहाँ हिन्दुओं को परेशान किया जा रहा है। इन लोगों का दावा है कि कोई भी लिखित कानून सोसाइटी का नहीं है और तमाम बातें सुविधा के अनुसार तय होती हैं।

एक हिन्दू कार्यकर्ता ने ऑपइंडिया को बताया कि पुलिस मुस्लिम पक्ष के बजाय हिन्दुओं से ही शांति बनाए रखने की अपील कर रही है। उन्होंने दावा किया कि प्रशासन मुस्लिमों के बजाय हिन्दुओं के ही दमन पर लगा हुआ है। इस तमाम आपाधापी के बीच कुछ स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया है और सोसाइटी के अंदर बकरा काटने की अनुमति देने से मना कर दिया है। हालाँकि अभी इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।

जब हमने इसकी पुष्टि के लिए स्थानीय थाने के सीनियर पीआई राहुल पाटिल को फोन किया तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। प्रशासन की इसी सुस्ती की वजह से कई इस्लमी हैंडल इस मामले में हिन्दुओं को ही बदनाम करने में जुट गए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर यह दुष्प्रचार शुरू कर दिया है कि 16 जून को जेपी नॉर्थ सेलेस्टा सोसायटी में हंगामा मुस्लिमों ने नहीं बल्कि हिंदुओं ने किया था।

भाजपा विधायक ने सोसाइटी में पशु वध न होने का दिया भरोसा

इस पूरे मामले में मीरा भयंदर से भारतीय जनता पार्टी की विधायक गीता जैन का बयान सामने आया है। उन्होंने भरोसा दिया है कि सोसाइटी के अंदर किसी भी प्रकार का पशु वध नहीं किया जाएगा। ऑपइंडिया से बातचीत में उन्होंने स्वीकार किया कि सोसाइटी के अंदर कुर्बानी के लिए बकरे लाए गए थे लेकिन पुलिस और स्थानीय नेताओं के हस्तक्षेप से ऐसा नहीं हो पाया। गीता जैन ने मुस्लिम पक्ष द्वारा हिन्दू महिलाओं से दुर्व्यवहार की घटना को निंदनीय बताया। उन्होंने दावा किया कि महिलाओं से अभद्रता करने वाले को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

भाजपा विधायक गीता जैन, चित्र साभार- ANI

MLA गीता जैन ने बताया कि इस प्रकार की घटनाओं की तादाद बढ़ रही है। हालाँकि उनका मानना है कि पुलिस इसे अंदरूनी मामला बता रही है। भाजपा MLA ने पुलिस की कार्रवाई को हिन्दू भावनाओं के अनुरूप नहीं माना है। वो चाहती हैं कि हिन्दू महिलाओं से अभद्रता करने वाले व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई की जाए। बताते चलें कि मुंबई का मीरा रोड इलाका पिछले कुछ समय से इसी प्रकार की अलग-अलग घटनाओं से प्रभावित रहा है।

नोट: सिद्धि सोमानी की यह रिपोर्ट मूल रूप से अंग्रेजी में प्रकाशित हुई है। विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।

Siddhi Somani: Siddhi Somani is known for her satirical and factual hand in Economic, Social and Political writing. Having completed her post graduation in Journalism, she is pursuing her Masters in Politics. The author meanwhile is also exploring her hand in analytics and statistics. (Twitter- @sidis28)