अहमदगढ़ के शिव मंदिर में उपद्रवियों ने की तोड़फोड़, नंदी की मूर्ति और शिवलिंग क्षतिग्रस्त: हिन्दू संगठनों ने की कार्रवाई की माँग

पंजाब के मलेरकोटला में शिवलिंग और नंदी की मूर्ति क्षतिग्रस्त (साभार: अमन थापर, भाजपा, मलेरकोटला)

पंजाब के मलेरकोटला जिले के अहमदगढ़ के सरौद गाँव में 10 जुलाई को शिव मंदिर में तोड़फोड़ का एक मामला सामने आया। मंदिर में शिवलिंग और अन्य मूर्तियों को क्षतिग्रस्त करने वाले उपद्रवियों के खिलाफ हिंदू समुदाय ने विरोध प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की है। 9 जुलाई और 10 जुलाई की रात को हुई इस घटना की रिपोर्ट पूर्व कप्तान परमजीत कुमार ने दी थी, जो मंदिर की देखरेख कर रहे हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, जब कुमार अपने परिवार के साथ मंदिर का द्वार खोलने के लिए गए तो उन्होंने देखा कि शिवलिंग टूटा हुआ था और उसका एक हिस्सा बाहर पड़ा हुआ था। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मामले का जायजा लेने के लिए पुलिस अधीक्षक (SP) अमनदीप सिंह बराड़ और एसपी हरप्रीत सिंह हुंदल मौके पर पहुँचे। अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी गई है।

वहीं, हिंदू संगठनों ने मंदिर के पास भूख हड़ताल शुरू कर दी है। क्षेत्र में डीएसपी संदीप वडेरा, डीएसपी अमरगढ़ राजन शर्मा, एसएचओ हरमेश सिंह, एसएचओ विन्नरजीत सिंह और थाना प्रभारी हरमीत सिंह की निगरानी में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

ऑपइंडिया से बात करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मलेरकोटला के जिलाध्यक्ष अमन थापर ने कहा कि एक अज्ञात व्यक्ति ने मंदिर में भगवान नंदी की मूर्ति और शिवलिंग की तोड़फोड़ की। उन्होंने कहा, “प्रशासन ने मंदिर परिसर को बंद कर दिया है। हम माँग करते हैं कि पुलिस मामले में त्वरित कार्रवाई करे और दोषियों को गिरफ्तार करे।”

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थापर ने आगे कहा कि पंजाब में इस तरह की घटनाएँ बढ़ रही हैं। हाल ही में राज्य में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की खबर आई थी। उन्होंने कहा, “यह राज्य में समुदायों के बीच वैमनस्य पैदा करने का एक प्रयास है।” कुछ ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि नुकसान जानवरों के कारण हो सकता है, लेकिन थापर के अनुसार, अपराधियों ने नुकसान पहुँचाने के लिए शायद किसी तेज उपकरण का इस्तेमाल किया था।

बजरंग दल संगरूर के धर्म प्रचारक विजय ढोलेवाल ने कहा कि हिंदुओं ने हमेशा अन्य धर्मों का स्वागत किया है, लेकिन अब हिंदू पूजा स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “यह एक प्राचीन मंदिर है। हिन्दू समाज आक्रोशित है। पुलिस ने कहा कि जाँच के बाद बदमाशों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा, लेकिन यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि अपराधी गिरफ्तार होते हैं या नहीं।” उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की घटनाएँ क्षेत्र में धार्मिक सद्भाव के लिए अच्छी नहीं हैं और पुलिस को अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए शीघ्र कार्रवाई करनी चाहिए।

भारतीय दंड संहिता की धारा 295 (ए) और धारा 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। जागरण ने एसपी हुंदल के हवाले से कहा कि पुलिस मामले की गंभीरता से जाँच कर रही है और मामले की सच्चाई जल्द ही सामने आ जाएगी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया