‘मेरे हिसाब से बचाव कार्य नहीं किया गया’: बिल्डिंग हादसे में अम्मी और बीवी की मौत पर भड़के सपा प्रवक्ता हैदर अब्बास; नवाजिश, तारिक और फहद पर FIR

लखनऊ बिल्डिंग हादसे में सपा प्रवक्ता हैदर अब्बास (बाएँ) की माँ और पत्नी (बीच में) की मौत, नवाजिश (दाएँ) गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow, Uttar Pradesh) में 24 जनवरी 2023 को हुए बिल्डिंग हादसे के मामले में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रवक्ता हैदर अब्बास की अम्मी बेगम हैदर और बीवी उजमा हैदर की मौत हो गई है। रेस्क्यू किए जाने के बाद से ही दोनों की हालत नाजुक चल रही थी।

हैदर अब्बास ने अपनी अम्मी और बीवी की मौत को प्रशासन द्वारा हत्या बताया है। इस दौरान अब्बास ने खुद से सवाल कर रहे पत्रकार को चुप रहने के लिए कहते हुए डाँट भी दिया। हैदर का कहना है कि प्रशासन ने उनके मुताबिक रेस्क्यू नहीं किया।

सपा प्रवक्ता ने राहत और बचाव कार्य में जुटे अधिकारियों और जवानों को सिर्फ फोटो खिंचवाने वाला बताया। हैदर अब्बास के मुताबिक, बचाव करने आए कर्मियों के पास कोई भी टेक्निकल विशेषता नहीं थी। वहीं, पुलिस ने बुधवार (25 जनवरी 2023) को FIR दर्ज कर मोहम्मद तारिक, फहद याजदानी और नवाजिश शाहिद को नामजद आरोपित बनाया है।

मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि इस घटना में मारे गए हैदर अब्बास की अम्मी और बीवी की शवों का प्रशासन पोस्टमार्टम करवाना चाह रहा है। वहीं, हैदर अब्बास और उनके घर वाले पोस्टमार्टम का विरोध कर रहे हैं। इस बात को लेकर अस्पताल में दोनों पक्षों में बहस भी हुई।

3 आरोपितों पर नामजद FIR

हजरतगंज कोतवाली पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों के विरुद्ध नामजद FIR दर्ज की है। मामले में वादी खुद पुलिस बनी है। आरोपितों पर IPC की धारा 323, 304, 308, 420 और 120B के साथ दण्डविधि संशोधन अधिनियम 2013 की धारा 7 के तहत कार्रवाई की गई है।

पुलिस ने अपनी FIR में किठौर से समाजवादी पार्टी के विधायक शाहिद मंजूर के बेटे नवाज़िश शाहिद, याजदानी बिल्डर्स के मालिक फहद याजदानी और एक अन्य व्यक्ति मोहम्मद तारिक को नामजद किया है। मोहम्मद तारिक इस बिल्डिंग में नवाजिश शाहिद के साथ हिस्सेदार बताए जा रहे हैं।

ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है। पुलिस के मुताबिक, तीनों आरोपितों ने अपने साथियों के साथ मिलकर घटिया सामान से इस बिल्डिंग बनाया था। इसके साथ ही ग्राउंड फ्लोर पर बड़ी-बड़ी ड्रिल मशीन से गड्ढे किए, जिनकी वजह से बिल्डिंग गिर गई। नवाजिश शाहिद को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि बाकी की तलाश की जा रही है।

3 सदस्यीय जाँच समिति गठित

हादसे की जाँच करने के लिए उत्तर प्रदेश शासन ने 3 सदस्यीय जाँच समिति का गठन किया है। जाँच समिति एक हफ्ते में अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेगी। इस रिपोर्ट में हादसे के प्रत्येक जिम्मेदार की जवाबदेही तय करने को कहा गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के आदेश पर बनाई गई जाँच समिति लखनऊ की मंडलायुक्त रोशन जैकब की अगुवाई में बनाई गई है। समिति में संयुक्त पुलिस आयुक्त पीयूष मोर्डिया और PWD विभाग के चीफ इंजिनियर को भी शामिल किया गया है।

गिराई जाएँगी अवैध इमारतें

अलाया बिल्डिंग हादसे के बाद अब लखनऊ प्रशासन राजधानी की तमाम अवैध इमारतों को चिह्नित करने की कार्रवाई में जुट गया है। याजदान बिल्डर्स की कुंडली भी खँगाली जा रही है और उसके द्वारा किए गए अन्य निर्माणों की भी पहचान की जा रही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया