मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कार्टून फॉरवर्ड करने पर मुंबई में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने पूर्व नौसेना अधिकारी मदन शर्मा पर हमला किया था। इस सिलसिले में गिरफ्तार 6 शिवसैनिकों को 12 घंटे के भीतर ही थाने से जमानत दे दी गई।
गिरफ्तार किए गए शिवसैनिकों में पार्टी का शाखा प्रमुख कमलेश कदम के अलावा 5 और कार्यकर्ता थे। पूर्व नौसेना अधिकारी शर्मा की शिकायत के बाद मुंबई की समता नगर पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया था।
https://twitter.com/ANI/status/1304664538965577729?ref_src=twsrc%5Etfwशर्मा के परिवार ने कहा है कि वे अब खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे। पूर्व नौसेना अधिकारी के बेटे सनी शर्मा ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मॉंग की है।
वहीं आरोपित शिवसैनिकों को जमानत मिलने पर पूर्व नेवी ऑफिसर की बेटी शीला शर्मा ने कहा, “एक वरिष्ठ नागरिक पर हमला किया गया है। पुलिस को पता होना चाहिए कि आरोपियों को किन धाराओं के तहत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्हें हत्या की कोशिश के आरोप के तहत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार की जमानत नहीं मिलनी चाहिए थी।”
https://twitter.com/ANI/status/1304681639780536320?ref_src=twsrc%5Etfwबता दें मदन शर्मा सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारी पर शुक्रवार को मुंबई में हमला हुआ था। इस हमले को लेकर उन्होंने सरकार से माँग करते हुए कहा, “हमारे देश में, हर व्यक्ति स्वतंत्रत है। वाट्सऐप जुड़े रहने और जानकारी साझा करने का एक माध्यम है। सरकार को किसी संदेश के स्रोत की पहचान करने के लिए उपाय करना चाहिए जहाँ से यह उत्पन्न होता है।”
https://twitter.com/ANI/status/1304644495556988930?ref_src=twsrc%5Etfwएफआईआर को लेकर पूर्व नेवी ऑफिसर की बेटी शीला शर्मा ने बताया था कि, “उनके पास मैसेज फॉरवर्ड करने के बाद धमकी भरी कॉल्स आईं। शिवसेना के कई कार्यकर्ताओं ने उनकी (पिता) बुरी तरह से पिटाई की। उसके बाद पुलिस हमारे घर आई और हमारे पिता को अपने साथ लेकर गई। हमने एक एफआईआर दर्ज कराई है।”
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कार्टून शुक्रवार को सोशल मीडिया में फॉरवर्ड करने पर मुंबई में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने सेवानिवृत्त नेवी ऑफिसर मदन शर्मा पर हमला बोल दिया था। इस हमले में पूर्व नेवी अधिकारी की आँख बुरी तरह जख्मी हो गई थी।
घटना को लेकर पीड़ित पूर्व नौसेना अधिकारी ने भी मीडिया को बताया था कि उन्हें मैसेज फॉरवर्ड करने के बाद से ही कॉल आ रहे थे और बार-बार उनसे नीचे उतर कर आने को कहा जा रहा था। उनके मुताबिक, जैसे ही वो नीचे उतरे, लोगों ने उन्हें मारना शुरू कर दिया। उन्होंने यह भी दावा किया कि बाद में पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने आई थी। मगर वह अपने घर से बाहर ही नहीं निकले। वरना आरोपितों की जगह वो जेल में होते।