मुंबई के मशहूर सोमैया स्कूल ने अपने हमास समर्थक कट्टरपंथी इस्लामिक विचारधारा से प्रेरित प्रिंसिपल परवीन शेख को पद से हटा दिया है। ऑपइंडिया की रिपोर्ट के बाद सोमैया स्कूल को चलाने वाले सोमैया ट्रस्ट ने कहा था कि वो मामले की जाँच कर रही है और जाँच के बाद इस मामले में कदम उठाएगी। इस बीच, परवीन शेख को बचाने के लिए पूरे वामपंथी और इस्लामिक गिरोह ने कैंपेन चलाया, लेकिन अब सोमैया स्कूल ने परवीन शेख को स्कूल से निकाल दिया है।
सोमैया स्कूल ने जारी किया बयान, परवीन शेख को हटाया
सोमैया स्कूल ने इस्लामी कट्टरपंथी प्रिंसिपल परवीन शेख को मंगलवार (7 मई 2024) को पद से हटाया और इस बारे में आधिकारिक बयान जारी कर सूचना सार्वजनिक की। सोमैया स्कूल ने अपने बयान में कहा, “सोमैया विद्यासागर के 80 साल के इतिहास में हमने हमेशा ज्ञान और समाज के सेवा को वरीयता दी। हम मानवतावादी और स्वतंत्र विचारधारा के आधार पर सेवा करते रहे हैं।”
बयान में आगे लिखा है, “इस बीच, हमारी नजर में ये मामला आया कि सोमैया स्कूल में लीडरशिप रोल में कार्यरत परवीन शेख की सोशल मीडिया पर क्रियाकलापों को हमारे ध्यान में लाया गया था। हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मजबूती से समर्थन करते हैं, लेकिन उसमें दूसरों के लिए जिम्मेदारी और इज्जत भी होनी जरूरी है। ऐसे में परवीन शेख के क्रियाकलापों की हमने जाँच की और इस नतीजे पर पहुँचे हैं कि हम उन्हें तुरंत प्रभाव से पद से हटा रहे हैं और अपने सभी संबंधों को खत्म कर रहे हैं।”
ऑपइंडिया की रिपोर्ट का असर
बता दें कि ऑपइंडिया ने अप्रैल 2024 में परवीन शेख के कारनामों को दुनिया के सामने रखा था। हमने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि किस तरह से हजारों बच्चों के भविष्य को बनाने की जिम्मेदार महिला परवीन शेख सोशल मीडिया पर न सिर्फ हमास समर्थक, बल्कि एंटी हिंदू पोस्ट को भी लाइक करती है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना कुत्ते से करती है।
ऑपइंडिया की रिपोर्ट के बाद सोमैया स्कूल ने 25 अक्टूबर 2024 को कहा था कि वो परवीन शेख के कारनामों की जाँच के बाद उचित कदम उठाएगा। सोमैया ट्रस्ट ने ऑपइंडिया की रिपोर्ट के जवाब में कहा था कि हमें परवीन शेख के इस पहलू के बारे में पता नहीं था, ये पूरी तरह से अस्वीकार्य है। सोमैया ट्रस्ट ने कहा कि परवीन शेख के बारे में सामने आई जानकारियाँ चिंता पैदा करने वाली हैं, और वो इस मामले को देख रहे हैं। सोमैया ट्रस्ट ने लिखा, “आज हमारे संज्ञान में लाए जाने तक हम इस मामले से अनजान थे। हम ऐसी भावनाओं (परवीन शेख की) से सहमत नहीं हैं। यह निश्चित रूप से चिंताजनक है। हम मामले की जाँच कर रहे हैं।”
गौरतलब है कि सोमैया ट्रस्ट द्वारा संचालित सोमैया स्कूल मुंबई के घाटकोपर-ईस्ट इलाके में आने वाले विद्या विहार में स्थित है। परवीन शेख 12 साल से स्कूल से जुड़ी हुई थी, जिनमें से 7 साल वो बतौर प्रिंसिपल काम कर चुकी थी। लेकिन अब उसके खिलाफ कार्रवाई हुई है और उसे पद से हटा दिया गया है।
हालाँकि इस मामले में लेफ्ट और लिबरल मीडिया ने परवीन शेख का भरसक बचाव करने की कोशिश की थी। वामपंथी इकोसिस्टम ने परवीन शेख के इंटरव्यू छापे और उसे अपनी कट्टरपंथी विचारधारा का बचाव करने का खूब मौका दिया, लेकिन लेफ्ट-लिबरल इकोसिस्टम की ये कोशिशें उसके काम नहीं आई और अब सोमैया ट्रस्ट ने परवीन शेख को पद से चलता कर दिया है।