जयपुर में श्रद्धालुओं पर टूटा पत्थरबाज मुस्लिम भीड़ का कहर, सरिया और डंडों से मचाया आतंक

मुस्लिम भीड़ का शिकार बना व्यक्ति (बाएँ) और मौके पर तैनात पुलिस

बकरीद के मौके पर जयपुर में जमकर बवाल हुआ। ईद के साथ-साथ कल सावन का अंतिम सोमवार भी था। ऐसे में मुस्लिमों द्वारा किए गए बवाल के कारण कई काँवरिया भी फँस गए। फसाद एक मामूली कहासुनी से शुरू हुआ। बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग जयपुर के दिल्ली रोड पर जमा हो गए और वाहनों पर जम कर पथराव किया।

मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सड़क जाम कर दोनों तरफ के यातायात को बाधित कर दिया। भीड़ ने पत्थर, सरिया और डंडों का इस्तेमाल कर आतंक मचाया। मंडी खटीकान क्षेत्र में पहुँच कर मुस्लिम भीड़ ने लोगों के घरों पर पत्थर बरसाए। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को काफ़ी मशक्कत करनी पड़ी। आँसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में फायरिंग किए जाने की बात भी कही गई है। हालाँकि, अधिकारी अभी भी साफ़-साफ़ नहीं बता पा रहे हैं कि भीड़ आखिर सड़क पर आई क्यों?

जयपुर में मुस्लिम समुदाय द्वारा किए गए बवाल के बाद ‘राजस्थान पत्रिका’ में छपी ख़बर

इस दौरान नजदीक के ही हनुमान मंदिर में सैकड़ों श्रद्धालु फँसे रहे। श्रद्धालुओं को भीड़ के आतंक से बचाने के लिए पुलिस ने उन्हें वहाँ से निकालना शुरू कर दिया। किसी तरह वहाँ पूजा-पाठ के कार्यक्रम में शामिल लोगों को निकाला गया। वे किसी तरह बच निकल कर सुरक्षित स्थान पर पहुँचे तो ज़रूर लेकिन मुस्लिम भीड़ की पत्थरबाजी के कारण उनकी गाड़ियों को ख़ासा नुकसान पहुँचा। कई लोग घायल भी हुए हैं। श्रद्धालुओं की गाड़ी के शीशे फोड़ डाले गए। एक व्यक्ति का सिर फूट गया।

एक श्रद्धालु ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि वे बस से हरिद्वार जा रहे थे, तभी रास्ते में भीड़ ने बस को रुकवाया और तोड़-फोड़ की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मुस्लिम समुदाय के लोगों ने श्रद्धालुओं के साथ गाली-गलौज भी की। हरिद्वार जा रही बस को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। ख़ुद पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव को नहीं पता था कि मुस्लिम भीड़ ने आखिर किस घटना के कारण आक्रोशित होकर इतना आतंक मचाया?

जयपुर में बवाल को लेकर दैनिक भास्कर में छपी ख़बर

इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस के 7 जवान भी घायल हो गए। रविवार को भी अप्रिय घटना की सूचना आई थी, जब चार दीवार के पास स्थित शिव मंदिर में श्रद्धालुओं पर पथराव किया गया था। एक घायल पुलिसकर्मी ने बताया कि अचानक से कुछ लोग नारेबाजी करते हुए आए और पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। बीच-बचाव की कोशिश में कब उनका सिर फूट गया, उन्हें भी इसका पता नहीं चला। यह उपद्रव रात 2 बजे तक चला।

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इस दौरान मृत सम्बन्धी की अस्थियाँ लेकर हरिद्वार जा रहे एक परिवार को बचाने के लिए एटीएस को एड़ी-चोटी का जोड़ लगाना पड़ा। प्रशासन द्वारा 10 थाना क्षेत्रों में मोबाइल इंटरनेट ठप्प कर दिया गया है। घायलों का इलाज कराया जा रहा है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया