पूरे समाज में जहर फ़ैल चुका है; आज के भारत में गाय की पुलिस ऑफिसर से ज्यादा अहमियत: नसीरुद्दीन शाह

बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह और विवादों का काफी पुराना नाता रहा है। वो आये दिन विवादित बयान दे कर सुर्खियाँ बनाते रहते हैं जिस से उन्हें आम लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ता है। अब उन्होंने ताजा बयान देते हुए कहा है कि आज के भारत में उन्हें अपने बच्चों को लेकर काफी डर महसूस होता है। अपने कथित डर को बुलंदशहर हिंसा से जोड़ते हुए उन्होंने कहा;

“आज देश में पुलिस ऑफिसर की मौत से ज़्यादा अहमियत गाय की है। इन दिनों समाज में चारों तरफ ज़हर फैल गया है। मुझे इस बात से डर लगता है कि अगर कही मेरे बच्चों को भीड़ ने घेर लिया और उनसे पूछा जाए कि तुम हिंदू हो या मुस्लिम? मेरे बच्चों के पास इसका कोई जवाब नहीं होगा. पूरे समाज में ज़हर पहले ही फैल चुका है।”

उन्होंने आगे यह भी कहा कि उन्हें हालात सुधारते भी नजर नहीं आ रहे हैं और सरकार से मांग की कि क़ानून अपने हाँथ में लेने वालों को पूर्ण दंड दिया जाये।

बता दें कि अभी हाल ही में उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम में कप्तान विराट कोहली की कड़ी आलोचना करते हुए उन्हें ख़राब व्यवहार वाला खिलाड़ी बताया था। अपने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से उन्होंने विराट कोहली को अहंकारी भी बताया था जिसके बाद वे सोशल मीडिया पर लोगों के गुस्से का शिकार बने थे। लोगों ने तो यहाँ तक कहा था कि वह आजकल काम की कमी से जूझ रहे हैं और सुर्ख़ियों में रहने के लिए ऐसे अलूल-जलूल बयान दे रहे हैं। अपने फेसबुक पोस्ट में शाह ने लिखा था;

“विराट कोहली दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाज होने के साथ-साथ एक खराब व्यवहार वाले खिलाड़ी भी हैं। उनकी क्रिकेटिंग क्षमता उनके अहंकार और बुरे व्यवहार के आगे फीकी पड़ जाती है। वैसे मेरा इरादा देश छोड़ने का नहीं है।”

इस से पहले जुलाई 2016 में नसीरुद्दीन शाह ने बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार कहे जाने वाले दिवंगत राजेश खन्ना को एक ख़राब अभिनेता बताया था। उन्होंने अपने फैन्स के बीच काका नाम से मशहूर खन्ना के बारे में कहा था कहा था;

“उनकी तमाम सफलताओं के बावजूद मुझे लगता है कि मिस्टर खन्ना एक बेहद सीमित कलाकार थे। सच तो यह है कि वह एक खराब कलाकार थे।”

बाद में राजेश खन्ना की बेटी और अभिनेत्री ट्विंकल खन्ना ने एक ट्वीट के माध्यम से उन्हें जवाब देते हुए नसीहत दी थी;”

“महोदय अगर आप जीवित लोगों का सम्मान नहीं कर सकते हैं तो मृतक का तो कीजिए, यह एक ऐसे व्यक्ति पर हमला है जो प्रतिक्रिया नहीं दे सकता।”

बाद में विरोध को देखते हुए शाह ने अपने बयान के लियी माफ़ी भी मांगी थी। बता दें कि अभिनेता राजेश खन्ना का निधन जुलाई 2012 में हो गया था।

वहीं अक्टूबर 2015 में भी एक विवादित बयान देते हुए नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि उन्हें मुस्लिम होने के कारण निशाना बनाया गया। दरअसल उस से पहले उन्होंने पाकिस्तानी मंत्री के किताब के प्रमोशन को भारत में रोकें जाने पर उनकी पैरवी करते हुए कहा था;

“मैं कई बार पाकिस्तान में परफॉर्मेंस करने जा चुका हूं और कभी भी मेरा शो वहां कैंसल नहीं किया गया। काश हम भी वैसा सम्मान कसूरी साहब के साथ दिखा पाते।”

इसके बाद लोगों ने उनके इस बयान का कड़ा विरोध किया जिस पर उन्होंने उपर्युक्त बयान दिया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया