‘सिद्धार्थ पर दर्ज करें FIR, फौरन अकाउंट ब्लॉक करे ट्विटर’: सायना नेहवाल पर आपत्तिजनक कमेंट को लेकर NCW सख्त, उद्धव की पुलिस सुस्त

राष्ट्रीय महिला आयोग ने सिद्धार्थ के ख़िलाफ़ कार्रवाई के लिए डीजीपी को लिखा पत्र

भारत की बैडमिंटन स्टार सायना नेहवाल पर भद्दे कमेंट करने का मामला अब महिला आयोग पहुँच गया है। आयोग ने ट्विटर और महाराष्ट्र डीजीपी को इस संबंध में पत्र लिख कर कार्रवाई करने की माँग की है। आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए डीजीपी से मामले में जाँच करके एफआईआर दर्ज करने को कहा है। अभद्र भाषा के उपयोग के लिए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

इससे पहले रेखा शर्मा ने ट्विटर को टैग करके पूछा था कि आखिर इस इंसान का अकॉउंट अब तक चालू क्यों है। मामले को पुलिस में ले जाया जा रहा है। उन्होंने सिद्धार्थ के अकॉउंट को फौरन ब्लॉक करने के लिए भी ट्विटर को पत्र लिखा है। उन्होंने सिद्धार्थ की टिप्पणी को नारीविरोधी और अपमानजनक कहा है।

इसी मामले पर सायना नेहवाल ने सीएनएन से बातचीत में कहा, “मुझे नहीं पता कि सिद्धार्थ का क्या कहना था। मैं उसे एक्टर के तौर पर पसंद करती थी। लेकिन ये अच्छा नहीं था। वो अपनी बात को अच्छे शब्दों के साथ भी बता सकता था। मगर ये ट्विटर है मुझे लगता है कि यहाँ ऐसे शब्द और कमेंट से ही नोटिस होते हैं लोग। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस संबंध में पुलिस और ट्विटर को नोटिस भेजा है।” सायना नेहवाल ने कहा कि अगर भारतीय प्रधानमंत्री की सुरक्षा एक मुद्दा है तो मुझे नहीं पता क्या चीज यहाँ सुरक्षित है।

बता दें कि सिद्धार्थ ने सायना नेहवाल के लिए किए गए अपने ट्वीट में सेक्सुअल टिप्पणी कर उनका मजाक उड़ाया था। पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब सायना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के बाद अपने ट्विटर पर एक ट्वीट किया और घटना की निंदा की। इसी ट्वीट पर सिद्धार्थ ने उन्हें लिखा, “दुनिया की छोटी कॉक चैंपियन…ईश्वर का शुक्र है हमारे पास भारत के रक्षक हैं।” अब यहाँ मालूम हो कि ‘कॉक’ शब्द का प्रयोग अमूमन लिंग के लिए भी किया जाता है, बावजूद इसके सिद्धार्थ का इस शब्द को इस्तेमाल करना बताता है कि उनकी मंशा बदजबानी ही थी। उन्होंने कॉक शब्द का यूज नेहवाल के साथ उनके खेल का मजाक उड़ाने के लिए प्रयोग किया था। लेकिन जब मामले ने तूल पकड़ा तो उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि उनकी बातों का गलत मतलब निकाला गया और विवाद बढ़ाया गया। उन्होंने कुछ अपमानजनक न कहा और न ही किसी की ओर इशारा किया। उनका मतलब ‘कॉक एंड बुल’ से था

नेहवाल पर आपत्तिजनक बयान के बाद पारूपल्ली कश्यप ने कहा, “ये हमारे लिए निराश करने वाला है, अपनी राय दो लेकिन शब्द तो सही इस्तेमाल करो। मुझे लग रहा है कि तुम्हें लगा होगा ये कहना बहुत कूल है। लेकिन ये कूल नहीं अपमानजनक है सिद्धार्थ।”

इस मामले पर बुल्ली बाई मामले को उठाने वाली प्रियंका चतुर्वेदी का भी कमेंट आया है। उन्होंने सिद्धार्थ की भाषा को अस्वीकार्य करार देते हुए लिखा कि चाहे जो आपत्ति हो लेकिन बातचीत में सभ्यता रहनी चाहिए। सायना नेहवाल ने देश को खेल में गौरवान्वित किया है। उन्हें भी अपने राजनीतिक विचार रखने का उतना अधिकार है जितना राष्ट्र के अन्य लोगों को। तुम असहमत हो तो डिबेट करो। लेकिन बेइज्जत नहीं। अगर उसके विचार से आप बिलकुल सहमत नहीं है फिर भी नीचा न दिखाएँ। ये अनुदार दृष्टिकोण उदार बातचीच के लिए हानिकारक है।

बता दें कि राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा पत्र लिखे जाने के बावजूद भी अभी इस मामले में मुंबई पुलिस ने क्या कार्रवाई की है, इसका पता नहीं चला है। लोग हैरान इस बात पर है कि यही मुंबई पुलिस थी जो बुल्ली बाई केस में आरोपितों को पकड़ने के लिए बेंगलुरु और उत्तराखंड पहुँच गई थी, मगर इस मामले में अब तक कुछ नहीं कर रही।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया