NEET और UGC-NET पेपर लीक में यूपी-बिहार-झारखंड से 2 दर्जन गिरफ्तार: CBI ने टेलीग्राम पर पेपर डालने वाले को पडरौना से पकड़ा, गोधरा में 30 से पूछताछ

नीट-यूजी पेपर लीक केस में गिरफ्तारियाँ (फोटो साभार : HT)

नीट-यूजी और यूजीसी-नेट की परीक्षाओं में पेपर लीक से जुड़े मामले में लगातार गिरफ्तारियाँ हो रही हैं। बिहार पुलिस ने बिहार और झारखंड से कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस तरह से अकेले बिहार और झारखंड से गिरफ्तारियों की संख्या 19 पहुँच गई है। वहीं, गुजरात के गोधरा में 30 छात्रों के परिजनों को नोटिस भेजा जा चुका है और उनमें से कुछ से पूछताछ हो रही है। इसी मामले में ग्रेटर नोएडा नीमका गाँव का रहने वाला रवि अत्रि भी पकड़ा गया है, तो उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले से भी सीबीआई ने एक गिरफ्तारी की है। पडरौना से पकड़े गए युवक का नाम निखिल है। बताया जा रहा है कि उसने ही यूजीपी-नेट के पेपर को टेलीग्राम पर डाला था।

एक्शन में बिहार की आर्थिक अपराध ईकाई, 6 नई गिरफ्तारियाँ

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीट-यूजी पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध ईकाई ने पेपर लीक करने के बाद उसका प्रिंट निकलवाकर अभ्यर्थियों तक पहुंचने वाले आरोपी पिंटू को झारखंड के देवघर से गिरफ्तार कर लिया है। पिंटू बिहार के नालंदा का रहने वाला है। उसने चिंटू के कहने पर प्रिंट आउट निकाला था। पेपर लीक सरगना संजीव मुखिया के नेटवर्क में पिंटू और चिंटू शामिल हैं। चिंटू को भी देवघर से गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस के मुताबिक दोनों को खेमनीचक वाले सेफ हाउस के बारे में जानकारी थी। बताया जा रहा है कि संजीव मुखिया को किसी प्रोफेसर ने सबसे पहले प्रश्न पत्र भेजा, जिसे चिंटू और पिंटू ने मिलकर अभ्यर्थियों तक पहुँचाया। ये पेपर सॉल्वर के जरिए सवालों के जवाब हल कर 5 मई की सुबह अभ्यर्थियों को दिया गया। इसके अलावा काजू, अजीत और राजीव की भी गिरफ्तारी देवघर से की गई है। पुलिस इस मामले में अब तक कुल 19 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

इस मामले में बिहार पुलिस पहले से 13 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें सिकंदर यादवेंदु (सेटर), बिट्टू कुमार (ड्राइवर), आयुष कुमार (कैंडिडेट), अखिलेश कुमार (आयुष के पिता), नीतीश कुमार (सेटर), अमित आनंद (सेटर), रोशन कुमार (सेटर अमित का सहयोगी), अभिषेक कुमार (कैंडिडेट), अनुराग यादव (कैंडिडेट), अवधेश कुमार (अभिषेक के पिता), रीना कुमारी (अनुराग यादव की माँ), आशुतोष कुमार (सेटर अमित का सहयोगी), शिवनंदन कुमार (कैंडिडेट) के नाम शामिल हैं।

नीट-यूजी लीक केस में सॉल्वर रवि अत्रि गिरफ्तार

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, नीट पेपर लीक मामले के कथित मास्टरमाइंड रवि अत्रि को उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (Uttar Pradesh Special Task Force) ने गिरफ्तार किया है। ग्रेटर नोएडा के नीमका गाँव का रहने वाला अत्रि पहले भी पकड़ा जा चुका है। 2007 में अत्रि के परिवार ने उसे मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा भेजा था। अत्रि ने 2012 में परीक्षा पास कर ली और पीजीआई रोहतक में दाखिला ले लिया। हालाँकि चौथे साल में अत्रि परीक्षा में शामिल नहीं हुआ और तब से वो पेपर सॉल्वर गैंग से जुड़ गया था।

यूजीसी-नेट मामले में सीबीआई ने युवक को पकड़ा

इस बीच, UGC NET 2024 परीक्षा गडबड़ी मामले में दिल्ली की सीबीआई टीम ने उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से एक युवक को पकड़ा गया है। पकड़े गए युवक का नाम निखिल बताया जा रहा है, जिससे सीबीआई टीम पूछताछ कर रही है। जानकारी के अनुसार, निखिल ने भी यूजीसी नेट की परीक्षा दी थी। वह कोटा में रहकर तैयारी कर रहा था और करीब एक महीना पहले निखिल कुशीनगर सिधुआ में आकर रह रहा था। निखिल ने यूजीसी नेट पेपर के कुछ अंश टेलीग्राम पर पोस्ट किए थे।

गोधरा में 30 छात्रों के परिजनों को नोटिस, 5 पहले ही गिरफ्तार

इस बीच, गुजरात के गोधरा में एक परीक्षा केंद्र पर शिक्षकों द्वारा राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) की उत्तर पुस्तिकाएँ भरने वाले लगभग 30 छात्रों के माता-पिता उन्हें जारी किए गए प्रारंभिक सम्मन में शामिल नहीं हुए हैं, उन्हें फिर से समन जारी किया गया है। एक अधिकारी ने कहा कि जाँच के सिलसिले में उन्हें नए समन जारी किए जाएँगे। इस मामले में पाँच लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पंचमहल जिले के गोधरा में जय जलाराम स्कूल के शिक्षकों द्वारा भरी जाने वाली उत्तर पुस्तिकाओं की सूची में छात्रों के नाम थे।

बता दें कि नीट-यूजी की परीक्षा को लेकर विवाद उस वक्‍त शुरू हुआ, जब 67 छात्रों ने 720 में से 720 अंक हासिल किए। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) ने इसके लिए दोषपूर्ण प्रश्‍नों और कुछ केंद्रों पर पेपर वितरण में देरी के चलते ग्रेस अंक दिए जाने को जिम्मेदार ठहराया। हालाँकि बिहार पुलिस की जाँच में पता चला कि परीक्षा के पेपर को कुछ चुनिंदा परीक्षार्थियों को लीक कर दिया गया था। ये मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया