रामलला की अयोध्या: राम मंदिर जैसा होगा रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, फाइव स्टार होटल और एयरपोर्ट भी बनेंगे

आने वाले दिनों में बदल जाएगी अयोध्या की सूरत

अयोध्या में राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद विकास का द्वार खुल गया है। 1045 पन्नों वाले इस फैसले से न सिर्फ एक लम्बे संघर्ष पर विराम लगा बल्कि इसने अयोध्यावासियों को भी नई सौगात दी। अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय ने रविवार को एक मीडिया चैनल से बात करते हुए बताया कि तीर्थनगरी का विकास अब रफ़्तार पकड़ेगा। उपाध्याय ने बताया कि अयोध्या में सरयू नदी के किनारे भगवान राम की 151 मीटर ऊँची प्रतिमा स्थापित की जाएगी। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार एक साथ मिलकर इसका खाका तैयार करेगी।

अपने साक्षात्कार में अयोध्या का भविष्य उज्जवल करने वाली योजनाओं और प्रस्तावों पर बात करते उन्होंने बताया कि अयोध्या में डेवलेपमेंट काउन्सिल का गठन किया जाएगा। इस काउन्सिल के गठन प्रमुख उद्देश्य अयोध्या में पर्यटन और विकास को बढ़ावा देना होगा। विश्व के कोने-कोने से अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को तकलीफ न उठानी पड़े इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर के बस-अड्डे से लेकर एक शानदार एयरपोर्ट बनाने की भी योजना है। वहीं अयोध्या के विकास में रेलवे स्टेशन को भी खासा महत्व दिए जाने का प्रस्ताव है।

करीब 100 करोड़ के निवेश से अयोध्या जंक्शन को पाँच सितारा होटल की तर्ज पर संवारने का भी प्रस्ताव है। इस पर दिसम्बर से काम शुरू हो जाएगा। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यात्रा के सभी माध्यमों को विकसित करने की भी योजना है। अयोध्या से फैजाबाद के बीच एक बड़े फ्लाईओवर का निर्माण कराया जाएगा। साथ ही अयोध्या से चित्रकूट के बीच फोर लेन की एक सड़क का भी प्रस्ताव है। ऋषिकेश के मुताबिक अयोध्या की सूरत बदलने के लिए ये काम प्रस्तावित हैं;

  • अयोध्या तीर्थ विकास परिषद का गठन किया जाएगा। परिषद शहर में पर्यटन के विकास के लिए काम करेगी। भगवान राम को समर्पित 10 द्वार का निर्माण होगा।
  • एक हवाई अड्डा भी अयोध्या में बनाया जाएगा। मई 2020 तक हवाई सेवा शुरू करने का लक्ष्य तय किया गया है। अंतरराष्ट्रीय बस अड्डा बनाया जाएगा।
  • 100 करोड़ रुपए की लागत से वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा जो देखने में राम मंदिर सरीखा होगा।
  • 10 पॉंच सितारा होटल बनाए जाएँगे। इनका निर्माण दिसंबर से शुरू होने की उम्मीद है। साथ ही पॉंच बड़े रिसॉर्ट बनाने का भी प्रस्ताव है।
  • सरयू नदी के किनारे भगवान राम की 151 मीटर ऊँची प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
  • 10 हजार लोगों के रहने की क्षमता वाला रैन बसेरा बनाया जाएगा। अयोध्या से फैजाबाद को जोड़ने के लिए 5 किमी लंबा फ्लाईओवर बनेगा। अयोध्या में मेडिकल कॉलेज खोलने का भी प्रस्ताव है।

ऋषिकेश ने बताया कि अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पाँच बड़े रिसोर्ट खोले जाएँगे जिससे श्रद्धालुओं के लिए हर प्रकार की सुविधाजनक होगी। साथ ही करीब 10,000 लोगों की आवश्यकता को देखते हुए रैन-बसेरे का भी निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा एक मेडिकल कॉलेज के साथ पब्लिक पार्क और सार्वजानिक स्थानों का सौन्दर्यीकरण किया जाएगा।

बता दें कि उपाध्याय के मुताबिक केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय के नए अयोध्या प्लान की होने वाली बैठक में सर्वेक्षण के दौरान एएसआई को मिले अवशेषों और कलाकृतियों को सहेजकर रखने के प्रस्ताव पर विचार किया जा सकता है। अपने इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि जन्मभूमि और प्रस्तावित मंदिर निर्माण के स्थल को सहेजकर रखने पर भी विचार किया जा सकता है। इस पूरे कार्यक्रम में केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय एक नोडल एजेंसी के रूप में काम करेगी।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को इस सम्बन्ध में बोलते हुए कहा था, “आज का यह दिन भारत की न्याय व्यवस्था के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में याद रखा जाएगा। सभी ने बड़े संयम के साथ लम्बे समय से लंबित इस फैसले का स्वागत किया।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया