पश्चिम बंगाल में NIA के अधिकारियों पर हमला किया गया, अब उन पर महिलाओं के शोषण का मामला दर्ज कर लिया गया है। पूर्वी मिदनापुर पुलिस ने NIA अधिकारियों के खिलाफ IPC की धारा-354 (शोषण) और 441 (बिना अधिकार प्रवेश) लगाते हुए FIR दर्ज की है। शनिवार (6 अप्रैल, 2024) की सुबह को ये हमला हुआ, रात को FIR दर्ज की गई। पुलिस का कहना है कि NIA द्वारा गिरफ्तार किए गए TMC कार्यकर्ता मनोव्रत जैन के परिजनों की शिकायत पर ये केस दर्ज किया गया है।
उनका कहना है कि देर रात के समय दरवाजा तोड़ कर NIA के अधिकारीयों ने महिलाओं का शोषण किया। हालाँकि, NIA ने अधिकारियों पर हमले को लेकर जो शिकायत भूपतिनगर थाने में ही दर्ज कराई है उस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। 3 दिसंबर, 2022 को हुए एक ब्लास्ट के केस में NIA बलाई मैती और मनोव्रत जैन को गिरफ्तार करने गई थी, इसी दौरान उन पर हमला हुआ। इस ब्लास्ट में 3 लोग मारे गए थे।
वीडियो में देखा जा सकता है कि न सिर्फ पुलिस की गाड़ी को क्षतिग्रस्त किया गया, बल्कि अधिकारियों को चोटें भी आईं। भाजपा ने इस हमले की तुलना 5 जनवरी, 2024 को संदेशखाली में TMC नेता शाहजहाँ शेख को गिरफ्तार करने गई ED की टीम पर हमले से की है। उसी हमले के बाद जनजातीय समाज की कई महिलाओं ने आगे आकर शाहजहाँ शेख व उसके गुर्गों पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। NIA अधिकारियों पर FIR किए जाने को भाजपा के राज्यसभा सांसद समीक भट्टाचार्य ने भारतीय संविधान के विरुद्ध युद्ध की घोषणा करार दिया।
CPI(M) नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा कि पुलिस ने NIA पर हमले में आरोपितों को गिरफ्तार करने की बजाए अधिकारियों पर ही FIR दर्ज कर ली, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद यह सन्देश दे रही हैं कि केंद्रीय एजेंसी उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकती। ममता बनर्जी ने भाजपा पर तृणमूल कॉन्ग्रेस के सभी बूथ अध्यक्षों को गिरफ्तार करने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि NIA को राज्य में आतंक फैलाने के लिए भेजा गया है।