हरियाणा के नूहं में फिर से तनाव पैदा हो गया है। इस बार में कुआँ पूजन के लिए जा रही हिंदू महिलाओं पर मदरसे से पथराव किया गया। गुरुवार (16 नवंबर 2023) की देर शाम हुई इस घटना में तीन महिलाएँ घायल हुई हैं। नूहं के सामुदायिक चिकित्सा केंद्र में उनका उपचार हो रहा है।
इस घटना के बाद वहाँ दोनों समुदायों के लोग जमा हो गए। पथराव की खबर मिलते ही नूहं पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुँचे। उन्होंने वहाँ पहुँचकर लोगों से शांत रहने की अपील की।
गौरतलब है कि नूहं में इसी साल 31 जुलाई को ब्रजमंडल यात्रा में शमिल हिंदू श्रद्धालुओं पर हमला हुआ था। अब करीब चार महीने बाद फिर से इसी तरह की घटना सामने आई है। एसपी बिजारणिया ने कहा, “महिलाओं की शिकायत पर FIR दर्ज कर ली गई है… मदरसे से फुटेज आए थे जिसमें 3 लड़के खड़े दिख रहे थे। उसके आधार पर तीनों लड़कों की पहचान की गई है।”
उन्होंने आगे कहा, “इन तीनों को राउंडअप कर लिया गया है और अब इन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा… 8 महिलाओं ने FIR दर्ज कराई है और इन्हें मामूली चोटें आई हैं… हम तीनों लड़कों से पूछताछ कर रहे हैं कि यह घटना क्यों हुई… तीनों बच्चे नाबालिग हैं… हम महिलाओं द्वारा लगाए गए सभी आरोपों की जाँच करेंगे। स्थिति नियंत्रण में है।”
पुलिस के मुताबिक गुरुवार देर शाम करीब 8:20 पर ‘कुआँ पूजन’ के लिए जा रही महिलाओं के एक समूह पर पथराव किया गया। इसमें कई महिलाओं को चोटों आई। नूहं एसपी नरेंद्र बिजारणिया का कहना है कि शाम के वक्त कुछ महिलाएँ कुआँ पूजन के लिए जा रही थीं। पुलिस को शिकायत मिली कि इनके ऊपर मदरसे की तरफ से कुछ बच्चों ने पत्थर फेंके हैं। इसके बाद दोनों समुदायों के लोग इकट्ठे हो गए।
उन्होंने आगे बताया कि पुलिस ने दोनों पक्षों के लोगों को समझा-बुझाकर अपने-अपने घरों की तरफ भेजा। मदरसे के मौलाना मुफ्ती मोहम्मद जाहिद को बुलाया कर जानकारी ली गई है। आरोपितों के खिलाफ त्वरित और उचित कार्रवाई होगी। हम लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक नूहं के वार्ड नंबर 10 में रहने वाले राम अवतार के यहाँ बेटा पैदा हुआ था। रिवाज के मुताबिक उनके परिवार की महिलाएँ कुआँ पूजन के लिए बाजे-गाजे के साथ पास के शिव मंदिर में जा रही थी।
जब ये महिलाएँ मस्जिद के पास से गुजर रही थीं तो लगभग 20 से अधिक मदरसे के बच्चों ने उनपर पथराव किया। इस घटना की जानकारी होते ही हिंदू समुदाय के लोग बड़ी संख्या में मौके पर जमा हो गए।