राष्ट्र कैसे बनते हैं महान: जाते-जाते अमेरिकी दूत ले गए ‘भागवत’ ज्ञान, RSS प्रमुख को पहले सुना फिर दुनिया को बताया

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ भारत में अमेरिकी दूत रहे केशप (साभार: ट्विटर/अतुल केशप)

भारत में अमेरिका के कार्यवाहक राजदूत अतुल केशप ने बुधवार (8 सितंबर 2021) को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की। बुधवार को भारत में केशप के कार्यकाल का आखिरी दिन था। भागवत के साथ उन्होंने लंबी चर्चा की। रिपोर्ट के मुताबिक, केशप आरएसएस प्रमुख के विचारों से काफी प्रभावित हुए। संघ के एक पदाधिकारी के अनुसार बैठक एक ‘शिष्टाचार भेंट’ थी।

अमेरिकी राजदूत ने ट्वीट कर बताया कि मोहन भागवत से भारतीय लोकतंत्र, बहुलतावादी परंपरा और विविधता को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। इस इस दौरान आरएसएस प्रमुख ने बताया कि कैसे पारंपरिक मूल्‍य एक राष्ट्र को महान और ताकतवर बनाते हैं।केशप ने एक तस्वीर भी साझा की है जिसमें वे भागवत की बातों को बेहद गौर से सुनते नजर आ रहे हैं।केशप ने ये भी कहा कि किस तरह से ये पारंपरिक मूल्य किसी भी राष्ट्र को महान बनाते हैं। इसके साथ ही उन्होंने मोहन भागवत के साथ बातचीत की एक तस्वीर भी शेयर की है, जिसमें सर संघचालक उन्हें कुछ समझाते दिख रहे हैं।

https://twitter.com/USAmbIndia/status/1435620842474328066?ref_src=twsrc%5Etfw

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने बताया कि वे वाशिंगटन वापस जा रहे हैं। उन्होंने भारत में अपने कार्यकाल को काफी महत्वपूर्ण बताया है। अमेरिकी राजदूत ने लिखा, “आज रात में अपने घर वाशिंगटन निकल रहा हूँ। भारत में काम करना मेरे लिए सम्मान की बात है। दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध हैं।”

https://twitter.com/USAmbIndia/status/1435649494863941632?ref_src=twsrc%5Etfw

आरएसएस प्रमुख की अमेरिकी राजदूत के साथ मुलाकात इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि हाल ही में उन्होंने कहा था कि समझदार मुस्लिमों को कट्टरपंथियों के खिलाफ खड़ा होना चाहिए, क्योंकि हिंदुओं और मुस्लिमों के पुरखे एक ही थे।

गौरतलब है कि इससे पहले भी कई राजदूत आरएसएस प्रमुख से मुलाकात कर चुके हैं। साल 2019 में जर्मन राजदूत वाल्टर जे लिंडनर ने भी नागपुर में संगठन के मुख्यालय में भागवत से मुलाकात की थी। रिपोर्ट के मुताबिक, संघ के आउटरीच कार्यक्रम के तहत मोहन भागवत मिशन के प्रमुखों और राजदूतों से मिलते हैं। इसके तहत उन्होंने विदेशी प्रेस कोर के सदस्यों के साथ भी बातचीत की है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया