चीन बॉर्डर पर अरुणाचल प्रदेश में पहला ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा: PM मोदी ने किया उद्घाटन, सभी मौसम में संचालन के लिए उपयुक्त

अरुणाचल में पीएम मोदी (फोटो साभार: सोशल मीडिया/एएनआई)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (19 नवंबर 2022) को चीन की सीमा से लगे राज्य अरुणाचल प्रदेश मेें डोनी पोलो हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। यह राज्य का पहला ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने 8,450 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बनी 600 मेगावॉट का कामेंग जलविद्युत परियोजना को भी देश को समर्पित किया। 

बता दें कि कामेंग पनबिजली परियोजना को पश्चिम कामेंग जिले में विकसित किया गया है। इसका दायरा 80 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में है। वहीं, डोनी पोलो हवाई अड्डे को 690 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैला है। इसका रनवे 2,300 मीटर लंबा है और यह हवाई अड्डा सभी मौसम के संचालन के लिए उपयुक्त है।

आधिकारिक बयान में कहा गया है कि होलोंगी में बने टर्मिनल का निर्माण लगभग 955 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है। इसका कुल क्षेत्रफल 4100 वर्ग मीटर है। वहीं, इसकी अधिकतम क्षमता प्रति घंटे 200 यात्रियों को सँभालने की है। हवाई अड्डा टर्मिनल एक आधुनिक इमारत है। यहाँ ऊर्जा दक्षता, नवीकरणीय ऊर्जा और संसाधनों के रिसाइकल को बढ़ावा दिया गया है।

इस हवाई अड्डे को बनाने में 640 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च की गई है। डोनी पोलो एयरपोर्ट अरुणाचल प्रदेश का तीसरा परिचालन हवाई अड्डा होगा। बता देें कि साल 2019 में पीएम मोदी ने इस ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण की आधारशिला रखी थी।

इसके साथ ही देश के उत्तर-पूर्वी भारत में हवाई अड्डों की कुल संख्या को 16 हो गई। साल 1947 से 2014 तक उत्तर-पूर्व में केवल नौ हवाई अड्डे बनाए गए थे। तब से आठ सालों में मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर में सात नए हवाई अड्डे बनाए हैं।इसके साथ ही यहाँ उड़ानों की संख्या में भी वृद्धि हुई है।

पूर्वोत्तर के पाँच राज्यों- मिजोरम, मेघालय, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड के हवाई अड्डों ने 75 सालों में पहली बार उड़ानें शुरू की हैं। उत्तर-पूर्व में विमानों की आवाजाही में भी 2014 के बाद से 113 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। यह 2014 में 852 प्रति सप्ताह से बढ़कर 2022 में 1817 प्रति सप्ताह हो गई है।

डोनी पोलो का अर्थ है- सूर्य-चंद्रमा। अरुणाचल प्रदेश की संस्कृति में सूर्य को डोनी और चंद्रमा को पोलो कहा जाता है। हवाई अड्डे का नाम अरुणाचल प्रदेश की परंपराओं और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने एक जनसभा को भी संबोधित किया।

लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “आप जानते हैं कि हम एक कार्य संस्कृति लेकर आए हैं, जहाँ जिन परियोजनाओं का हमने शिलान्यास किया है, उनका उद्घाटन करते हैं। आजादी के बाद पूर्वोत्तर एक अलग युग का गवाह बना है। दशकों तक क्षेत्र उपेक्षा का शिकार रहा। अटकाना, लटकाना, भटकाना का युग चला गया है। साल में 365 दिन, चौबीसों घंटे, हम देश के विकास के लिए ही काम करते हैं।”

उन्होंने कहा, “मैं जब भी अरुणाचल आता हूँ, एक नई उमंग, ऊर्जा और नया उत्साह लेकर जाता हूँ। अरुणाचल के लोगों के चेहरे पर कभी भी उदासीनता और निराशा नहीं झलकती है। अनुशासन क्या होता है, ये यहाँ के हर व्यक्ति और घर में नजर आता है।”

पीएम मोदी ने कहा, “जब मैंने 2019 में इसका शिलान्यास किया था, तब चुनाव होने वाले थे। उस समय राजनीतिक टिप्पणीकारों ने शोर मचाया कि हवाई अड्डा नहीं बनने जा रहा है। मोदी मतदान के कारण पत्थर खड़ा कर रहे हैं। आज का उद्घाटन उनके मुँह पर तमाचा है।” 

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया