प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (20 अक्टूबर) को उत्तर प्रदेश के तीसरे और सबसे लंबे रनवे वाले अतंर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे का कुशीनगर में उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, श्रीलंका के खेल मंत्री नमल राजपक्षा और श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के बेटे के अलावा बौद्ध धर्म मानने वाले 10-15 देशों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कुशीनगर के महापरिनिर्वाण मंदिर में ‘अभिधम्म दिवस’ के अवसर पर पहुँचकर भगवान बुद्ध के दर्शन भी किए। कुशीनगर में महापरिनिर्वाण मंदिर को वह स्थान कहा जाता है जहां बुद्ध ने अपने नश्वर अवशेषों को छोड़ दिया और मोक्ष या स्थायी आनंद की सर्वोच्च अवस्था प्राप्त की। इसलिए इस मंदिर को बौद्धों के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक माना जाता है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुशीनगर एयरपोर्ट बनने से किसानों, दुकानदारों, उद्यमियों को लाभ मिलेगा। पीएम ने कहा, “भगवान बुद्ध से जुड़े स्थानों को विकसित करने के लिए, बेहतर कनेक्टिविटी के लिए, श्रद्धालुओं की सुविधाओं के निर्माण पर भारत द्वारा आज विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कुशीनगर का विकास, यूपी सरकार और केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं में है।”
https://twitter.com/PMOIndia/status/1450689742228492288?ref_src=twsrc%5Etfwप्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत विश्व भर के बौद्ध समाज की श्रद्धा व आस्था का केंद्र है। आज कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ये सुविधा उनकी श्रद्धा को अर्पित पुष्पांजलि है। भगवान बुद्ध के ज्ञान से लेकर महापरिनिर्वाण तक की संपूर्ण यात्रा का साक्षी ये क्षेत्र आज सीधे दुनिया से जुड़ गया है।”
https://twitter.com/PMOIndia/status/1450688946778763268?ref_src=twsrc%5Etfwइस अवसर पर श्रीलंका के खेल मंत्री नमल राजपक्षा ने भारत से सबसे बड़े उपहार के रूप में श्रीलंका को बौद्ध धर्म मिला है। हिंदू और बौद्ध सह-अस्तित्व में विश्वास करते हैं और यह गहरे रिश्ते को और मजबूत करेगा। उन्होंने कहा, “कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शानदार पहल है।” उन्होंने श्रीलंकन एयरलाइंस को कुशीनगर एयरपोर्ट पर पहले अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइंस के रूप में आमंत्रित करने पर भी खुशी जाहिर की।
https://twitter.com/ANI/status/1450693594453458948?ref_src=twsrc%5Etfwपीएम मोदी ने कहा कि उड़ान योजना के तहत बीते कुछ सालों में 900 से अधिक नए हवाई मार्गों को स्वीकृति दी जा चुकी है। इनमें से 350 से अधिक पर हवाई सेवा शुरू भी हो चुकी है। 50 से अधिक नए एयरपोर्ट या जो पहले सेवा में नहीं थे, उनको चालू किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि वाराणसी, लखनऊ, कुशीनगर के बाद जेवर एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाया जाएगा।
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि दुनिया के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री का का कुशीनगर की धरती पर स्वागत है। आज शरद पूर्णिमा का शुभ दिन है और वाल्मीकि जयंती भी है। ऐसे में आज के दिन पूर्वी यूपी को उड़ान की सौगात मिल रही है। पूर्वी यूपी में विकास की धारा बह रही है।
रिपोर्टों के अनुसार, 1898 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के पुरातत्वविदों ने कुशीनगर से 160 किमी दूर उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के पिपराहवा में ब्रिटिश जमींदार विलियम क्लैक्सटन पेप्पे के क्षेत्र के एक बड़े टीले की खुदाई की थी। खुदाई से एक बड़ा पत्थर का बक्सा में कुछ ताबूत मिले थे। एक ताबूत पर लिखा है कि बुद्ध के अवशेषों को जमा करने का यह नेक काम शाक्य के भाइयों, बहनों और बच्चों द्वारा किया गया था।
एक अधिकारी ने बताया कि इन अवशेषों को वास्तविक (हड्डी के टुकड़े, राख, बुद्ध के गहनों के टुकड़े) के रूप में स्वीकार किया जाता है। इस स्तूप से प्राप्त बुद्ध अवशेषों को दो देशों- थाईलैंड और बर्मा के राजाओं को कई भागों में भेजा गया था, जबकि तीसरा हिस्सा श्रीलंका के वास्काडुवा मंदिर के श्री सुभूति महानायके थेरो को दिया गया, जिन्होंने एएसआई टीम की मदद की थी।
इस आयोजन के लिए लकड़ी के स्टैंड पर लगे ताबूत में रखे क्रिस्टल बॉल में बंद तीन छोटे कमल में सुसज्जित अवशेषों का एक हिस्सा सार्वजनिक प्रदर्शनी के लिए विशेष रूप से कुशीनगर लाया जा रहा है। श्रीलंका से आने वाले प्रतिनिधिमंडल में वास्काडुवा मंदिर के भिक्षु भी शामिल हैं।