‘नाबलिग नहीं, उसका ड्राइवर चला रहा था गाड़ी’: पुणे हादसे में अब नया दावा, जानिए ‘फिर से दिखाऊँगा सड़क पर खेल’ वाले वायरल रैप का सच

आरोपित किशोर नहीं, ड्राइवर चला रहा था पोर्श कार (फोटो साभार :X_ न्यूज 24 ऑनलाइन)

पुणे पोर्श कार एक्सीडेंट केस में नया मोड़ आ गया है। अग्रवाल परिवार के ड्राइवर ने दावा किया कि हादसे के समय आरोपित किशोर नहीं, बल्कि वो ड्राइविंग कर रहा था। इस मामले में पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। बता दें कि इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई थी और आरोपित किशोर को वहाँ मौजूद लोगों ने दौड़ा कर पकड़ा था।

ड्राइवर ने दावा किया है कि हादसे के समय कार वही चला रहा था। इंडिया टुडे की रिपोर्ट में बताया गया है कि ड्राइवर, कार में सवार आरोपित किशोर के दो दोस्तों, आरोपित किशोर के पिता विशाल अग्रवाल सभी के बयान एक जैसे हैं, जिसमें बताया जा रहा है कि ड्राइवर कार को चला रहा था। इस मामले में पुणे पुलिस परिवार के ड्राइवर, जो कथित तौर पर उस रात पोर्श चला रहा था, उससे आज फिर पूछताछ कर रही है।

इस मामले में पुणे पुलिस आरोपित किशोर के साथ ही उसके पिता विशाल अग्रवाल और विशाल अग्रवाल के बुजुर्ग पिता यानी तीन पीढ़ियों से पूछताछ कर रही है, ताकी घटना के बारे में सही जानकारी मिल सके। इस बीच, जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने आरोपित किशोर की जमानत रद्द कर दी है और उसे हिरासत में भेज दिया है। इस बीच, विशाल अग्रवाल का मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है और हादसे का खुलासा करने की कोशिश की जा रही है।

वहीं, इस मामले से जुड़ा एक वीडियो वायरल बताया जा रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि आरोपित किशोर ने जमानत मिलने के बाद एक रैप सॉन्ग रिकॉर्ड किया गया था, जिसके बोल हैं, ‘फिर से दिखाऊँगा सड़क पर खेल’.. हालाँकि पुलिस ने इस वीडियो को फर्जी करार दिया है। न्यूज18 मराठी के मुताबिक, पुलिस कमिश्ननर ने खुद कहा है कि इस वीडियो का आरोपित किशोर और हादसे से कोई लेना देना नहीं। हालाँकि इस वीडियो के बोल उस हादसे से जुड़ते दिखते हैं।

बताया जाता है कि जमानत मिलने के बाद नाबालिग ने एक रैप गाना तैयार किया था। इस वीडियो में रैप गाना गाने वाला लड़का कह रहा है कि वह फिर से सड़कों पर गाना चाहता है। इस वीडियो में वो गालियाँ देता दिख रहा है और लोगों पर गाड़ी चढ़ाने की बात करता दिख रहा है। लेकिन पुणे पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने कहा है कि यह वीडियो फर्जी है।

बता दें कि पुणे सड़क हादसे से पहले नाबालिग आरोपी ने अपने दोस्तों के साथ दो पब ब्लैक मैरियट और कोसी में शराब पार्टी की थी। पहले उसे निबंध लिखने और पुलिस की मदद करने की शर्त पर जमानत मिल गई थी, लेकिन बाद में अदालत ने जमानत कैंसिल कर उसे 5 जून तक के लिए बाल सुधार गृह भेज दिया।

पुलिस ने किशोर को शराब परोसने के आरोप में ब्लैक मैरियट पब के दो कर्मचारी जयेश सतीश गावकर (23) और नितेश धनेश शेवानी (34) को गिरफ्तार किया है। अदालत ने बिल्डर विशाल अग्रवाल और दोनों कर्मियों को 24 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इस मामले में कोसी पब के मालिक नमन भुटाडा (25), काउंटर मैनेजर सचिन काटकर (35) और ब्लैक मैरियट के असिस्टेंट मैनेजर संदीप सांगले (35) भी पुलिस रिमांड में भेजे गए हैं। अब तक कुल 7 गिरफ्तारियाँ हो चुकी हैं, जिसमें विशाल अग्रवाल का नाम भी शामिल है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया