पंजाब के ‘मोहाली ब्लास्ट’ का मुख्य आरोपित गिरफ्तार, 5 महीने बाद पकड़ में आया: खालिस्तानी आतंकी और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से निकले संबंध

दिल्ली पुलिस और RPG अटैक (फोटो साभार: ANI/सोशल मीडिया)

मोहाली (Mohali) स्थित पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस मुख्यालय (Punjab Police Intelligence Head Quarter) में पर रॉकेट लॉन्चर (RPG Attack) से हमला के मामले में दिल्ली पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता हाथ लगी है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Special Cell, Delhi Police) ने इस मामले में हमले के वांछित मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हमलावर नाबालिग है और इसका पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी ISI से संबंध है। पकड़ा गया आरोपित उत्तर प्रदेश के फैजाबाद का रहने वाला है। नाबालिग आरोपित पाकिस्तान में रहने वाले खालिस्तान समर्थक लखबीर और हरविंदर सिंह रिंदा के संपर्क में था। रिंदा ने स्थानीय गैंगस्टर का इस्तेमाल कर इस हमले को अंजाम दिलवाया था।

मोहाली के हेडक्वार्टर पर हमले से पहले 2 लोगों ने रेकी की थी। इसकी तस्वीरें CCTV कैमरे में कैद हो गई थीं। इनमें से एक आरोपित दीपक झज्जर का रहने वाला है। वह पहले गिरफ्तार किया जा चुका है। दीपक कई बार जेल जा चुका है। उस पर यू.पी. दिल्ली हरियाणा, राजस्थान, झज्जर आदि जेलों में  बहुत सारे मामले दर्ज है। दूसरा आरोपित उत्तर प्रदेश के फैजाबाद का है, जो अब गिरफ्तार किया गया है।

कहा जा रहा है कि इनका एक और साथी है, जिसका नाम चढ़त सिंह बताया जा रहा है। वह अभी फरार है। उसे पकड़ने के लिए पुलिस की दबिश जारी है। चढ़त सिंह भी इस मामले अहम कड़ी है। रिपोर्ट के अनुसार, चढ़त सिंह शाहाबाद में 15 अगस्त को बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश कर रहा था, जो नाकाम हो गई थी। इस दौरान आरोपित नछ्तर सिंह पकड़ लिया गया था।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा नाबालिग से लगातार पूछताछ जारी है। कहा जा रहा है कि उसने पूछताछ में कई अहम और चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। जानकारी के अनुसार, यह नाबालिग ही घटना का मास्टरमाइंड है। इसकी गिरफ्तारी के बाद पूछताछ से मिली सूचना के बाद 3 से 4 बड़े मामले सुलझने के आसार हैं।

इस हमले के बाद पुलिस ने फरीदकोट के रहने वाले निशान सिंह को गिरफ्तार किया था। निशान की निशानदेही पर उसके साले सोनू को भी फरीदकोट से गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में निशान ने बताया था कि उसने हमलावरों को लॉजिस्टिक प्रोवाइड करवाया था। इसमें सोनू ने भी मदद की थी। निशान ने पूछताछ में बताया था कि उसे रॉकेट चालित ग्रेनेड (RPG) तरनतारन और अमृतसर के बीच तीन लोगों ने सौंपा था।

पंजाब पुलिस ने इस हमले में आतंकवादी संगठन ‘बब्बर खालसा इंटरनेशनल’ और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) की मिलीभगत बताई थी। डीजीपी ने मीडिया से कहा था कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का हाथ है।

बता दें कि मोहाली स्थित मुख्यालय पर हमले की घटना 9 मई शाम 7:30 बजे के आसपास की है। मोहाली स्थित पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस मुख्यालय पर संदिग्ध रॉकेट लॉन्चर से हमला किया गया था। हमले के बाद इलाके में हड़कंप मच गया था। बाद में पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया। जाँच में पाया गया कि यह रॉकेट प्रोपेट ग्रेनेड है। इसे पंजाब पुलिस की इंटेलिजेंस विभाग की हेडक्वार्टर बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर फेंका गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया