‘सनातन के लिए हर घर से एक बच्चा कफ़न बाँध कर निकलेगा’: चादर और फादर पर बागेश्वर धाम वाले बाबा का वार, बोले – ये देश बाबर का नहीं, रघुवर का है

देहरादून में गरजे धीरेन्द्र शास्त्री (साभार-दैनिक जागरण)

देहरादून के परेड ग्राउंड स्थित खेल मैदान में शनिवार (4 नवंबर, 2023 ) को आयोजित दिव्य दरबार में बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हजारों श्रद्धालुओं को संबोधित किया। इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने धीरेन्द्र शास्त्री का स्वागत किया। वहीं उत्तराखंड को सनातन का शीश बताते हुए धीरेन्द्र शास्त्री ने एक बार फिर हिन्दू राष्ट्र के संकल्प को दोहराते हुए धर्मान्तरण का विरोध किया। 

बता दें कि शनिवार को देहरादून के परेड ग्राउंड के खेल मैदान में पहली बार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दरबार लगा। रात 8:20 बजे धीरेंद्र शास्त्री मंच पर पहुँचकर हनुमान जी के चरणों मे शीश नवाया। मंच पर सबसे पहले संतो ने सनातन को सर्वोपरि रखने का संकल्प लिया। वहीं धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि देवभूमि में कण कण में भगवान का वास है।

हालाँकि, देर से शुरू हुए दिव्य दरबार में तीन ही अर्जियाँ पढ़ी गईं। इसके साथ ही के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने देहरादून में 5 दिनों तक कथा करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि कथा के दौरान सनातन धर्म का झंडा बुलंद करने का संदेश दिया जाएगा। जिस तरह एक ब्लड ग्रुप वाला दूसरे ब्लड ग्रुप वालों को रक्त नहीं दे सकता, वैसे ही कैसे हम दूसरा मजहब स्वीकार सकते हैं।

धीरेन्द्र शास्त्री ने देव भूमि उत्तराखंड में तेजी से फैलते दरगाहों और मस्जिदों पर चिंता जताते  हुए कहा, “वो जमीनों पर कब्जा कर चादर डाल देते थे, अब जरूरत है बाबर को बेघर कर रघुवर का नाम बढ़ाया जाए। उत्तराखंड में यह काम होते दिख रहा है। जब उन्हें बागेश्वर नाम सुनायेंगे तो कोई चादर व फादर के निकट नहीं आएगा।”

उन्होंने मुख्यमंत्री धामी की तारीफ करते हुए कहा कि बाबर को बेघर कर दे ऐसा मुख्यमंत्री होना चाहिए। साथ ही उन्होंने धर्मनगरी उत्तराखंड में मदिरा बंद करने के संकल्प को भी दोहराया। 

धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा कि सौभाग्य है कि आप लोगों को देवभूमि में जन्म मिला। अब हर घर से एक बच्चा सनातन का कफ़न बाँधकर निकलेगा। दुनिया की कोई भी शक्ति हनुमान जी के सामने टिक नहीं सकती। जब शरीर दूसरा खून स्वीकार नहीं कर सकता, तो हम दूसरे मजहब को क्यो स्वीकार करें। यह देश बाबर का नही, रघुवर का है।”

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड भारत का मुकुट है। ऐसे में सिर सनातन से ऊपर होगा तभी भारत हिन्दू राष्ट्र बनेगा। उत्तराखंड अब सिर्फ सनातन-सनातन दिखेगा तभी भारत हिन्दू राष्ट्र बनेगा। उन्होंने उत्तराखंड के पहाड़ों पर मस्जिद नहीं, बल्कि राम मंदिर के निर्माण का आह्वान भी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। 

गौरतलब है कि श्री पशुपतिनाथ मंदिर भारत चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित इस दिव्य दरबार को शाम चार बजे से शुरू होना था, लेकिन मुंबई से देहरादून आने के दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के विमान को दो बार इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। लिहाजा वह रात आठ बजकर 20 मिनट पर परेड मैदान पहुँचे। उन्होंने देरी से आने का कारण बताते हुए भक्तों से इंतजार के लिए खेद भी व्यक्त किया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया