कॉन्ग्रेस के पूर्व MLA मेवाराम जैन पर पॉक्सो का केस: पीड़िता बोली- पहले मेरा रेप किया, फिर मेरी सहेली का, नाबालिग बेटी से भी छेड़छाड़

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ पूर्व विधायक मेवाराम जैन (फोटो साभार: Instagram_MewaramJain)

राजस्थान में बाड़मेर से लगातार तीन बार कॉन्ग्रेस के विधायक रहे मेवाराम जैन के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज किया गया है। पीड़िता का आरोप है कि पूर्व विधायक ने उसके साथ रेप किया। उसकी सहेली से भी जबर्दस्ती की। उसकी नाबालिग बेटी के साथ भी छेड़छाड़ करते थे।

जोधपुर के राजीव नगर थाने में इस संबंध में एफआईआर दर्ज की गई है। जैन के अलावा अन्य आठ लोग भी आरोपित हैं। थानाध्यक्ष शकील अहमद ने बताया है कि महिला की शिकायत के आधार पर पुलिस ने बाड़मेर के पूर्व विधायक मेवाराम जैन, राजस्थान पुलिस सर्विसेज (RPS) के अधिकारी आनंद राजपुरोहित, गंगाराम खावा, दाऊद खान, रामस्वरूप आचार्य, सुरतान सिंह, गिरधर सिंह सोढ़ा, प्रवीण सेठिया और गोपाल सिंह राजपुरोहित के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

हाल ही में संपन्न राजस्थान विधानसभा चुनावों में जैन को निर्दलीय प्रियंका चौधरी से शिकस्त झेलनी पड़ी है। इस बीच राजस्थान हाई कोर्ट ने 22 जनवरी तक कॉन्ग्रेस के पूर्व विधायक की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। साथ ही पीड़िता को सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश पुलिस को दिए हैं।

आरोप: वीडियो बना किया ब्लैकमेल, दूसरी महिलाओं को लाने का दबाव

पीड़ित महिला ने अपनी शिकायत में बताया है कि 2021 में वह अपने पिता के इलाज कराने के लिए बस से सफर कर रही थी। इसी दौरान रामस्वरूप से मुलाकात हुई। रामस्वरूप ने उससे दोस्ती की। फिर होटल ले जाकर उसे नशे की गोलियाँ खिला दी और रेप किया। रामस्वरूप ने इसका वीडियो बना लिया। ब्लैकमेल कर कई बार रेप किया।

कथित तौर पर इसके बाद रामस्वरुप उसे बाड़मेर के तत्कालीन कॉन्ग्रेस विधायक मेवाराम जैन के पास ले गया। जैन ने भी उसका रेप किया। पीड़िता का आरोप है कि ये लोग उसके घर भी आते थे और रेप करते थे। इसी दौरान एक बार उसकी सहेली के साथ रेप किया गया था। बाद में उसकी नाबालिग बेटी से भी आरोपित छेड़छाड़ करने लगे। बेटी के सामने ही पीड़िता के साथ अश्लील हरकत करते थे। अन्य महिलाओं को भी लाने का दबाव डालते थे।

पुलिस से लगाई गुहार तो झेलनी पड़ी प्रताड़ना

पीड़िता का कहना है कि डर और बदनामी के कारण वह चुपचाप प्रताड़ना झेलती रही। लेकिन जब उसकी नाबालिग बेटी के साथ छेड़छाड़ हुआ तो वह शिकायत लेकर बाड़मेर के कोतवाली थाने गई। लेकिन केस दर्ज करने के बजाए उसे पुलिसकर्मियों ने प्रताड़ित किया। पीड़ित महिला का कहना है कि इसके बाद रामस्वरूप और मेवालाल ने उसके खिलाफ दो झूठे मामले भी दर्ज करा दिए।

उल्लेखनीय है कि मेवाराम जैन ने 30 अक्टूबर 2022 को बाड़मेर के कोतवाली थाने में ब्लैकमेल करने का केस दर्ज करवाया था। 15 नवंबर 203 को प्रवर्तन निदेशालय ने बाड़मेर जैन की ओर से दर्ज कराई गई सेक्सटॉर्शन की शिकायत के संबंध में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) का मामला दर्ज किया था। इसके बाद सोशल मीडिया में उनकी कुछ तस्वीरें भी आईं थी। लेकिन जैन ने इन्हें ​एडिटेड बताया था।

अब पीड़ित महिला ने जिस तरह के गंभीर आरोप जैन और उनके साथियों पर लगाए हैं उसने सनसनी मचा दी है। इस मामले में जोधपुर के डीसीपी (पश्चिम) गौरव यादव ने बताया कि एक महिला की तरफ से थाने में रिपोर्ट दी गई है। मामले की जाँच की जा रही है। महिला की शिकायत पर रेप, गैंगरेप, पॉक्सो, ब्लैकमेलिंग, जान से मारने की धमकी, मारपीट, दुष्कर्म, एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया