राजस्थान में सरकारी दफ्तर से ‘घूस’ का ₹2.32 करोड़ कैश बरामद, अलमारी से निकली सोने की ईंट: जॉइंट डायरेक्टर ठेका देने के बदले लेता था कमीशन, 8 हिरासत में

2000 रुपए के नोट (सांकेतिक तस्वीर, साभार: PTI)

राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित सरकार के योजना भवन के बेसमेंट से करोड़ों रुपए नकद और एक किलोग्राम सोना बरामद हुआ है। इस मामले में 8 लोगों को हिरासत में लिया गया है। DOIT के जॉइंट डायरेक्टर और स्टोर के इंचार्ज वेदप्रकाश यादव इस पूरी रकम का मालिक निकला है। मामले को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को सौंप दिया गया है।

शनिवार (20 मई 2023) को योजना भवन के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के बेसमेंट में रखी अलमारी में से 2 करोड़ 31 लाख 49 हजार 500 रुपए नकद और एक बैग से 1 किलोग्राम वजन की सोना की एक ईंट जब्त की गई। राज्य की मुख्य सचिव उषा शर्मा और पुलिस महानिदेशक (DGP) उमेश मिश्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि विभाग से जुड़े 8 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है।

इस रकम का पता लगाने के लिए पुलिस ने 30 दिन की सीसीटीवी फुटेज खंगाला था। इसके आधार पर पुलिस वेदप्रकाश तक पहुँची। कड़ी पूछताछ में वेदप्रकाश ने स्वीकार किया कि यह रकम उसी की है। वह अलमारी को लॉकर के तौर पर इस्तेमाल करता था और कमीशन का जो भी पैसा उसे मिलता थी, इसी अलमारी में रखता था।

दरअसल, योजना भवन स्थित सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग की फाइलों के डिजिटलीकरण का काम चल रहा है। इसी दौरान बेसमेंट में कई दिनों से बंद पड़ी एक अलमारी का ताला तोड़कर जाँच की गई तो यह रकम बरामद हुई। अलमारी में रखे ट्रॉली सूटकेस में 2,000 रुपए और 500 रुपए के नोट थे। बता दें कि यह रकम ऐसे समय में जब्त की गई है, जब RBI ने 2,000 रुपए के नोट को चलन से बाहर करने का निर्देश जारी किया है।

राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि सरकारी कार्यालय में नकद रकम मिलना दिखाता है कि राज्य की कॉन्ग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार कितने चरम पर है। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी निशाने पर लिया। कॉन्ग्रेस सरकार को घिरता देख राजस्थान सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने आरोपितों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है।

प्रताप सिंह खाचरियावास (Pratap Singh Khachariyawas) ने कहा, “इसमें शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राजस्थान पुलिस ने नकदी जब्त कर ली है। अगर कोई गलत कर रहा है, चाहे केंद्र में हो या राजस्थान सरकार में, उसे परिणाम भुगतने होंगे।”

प्रारंभिक जाँच में सामने आया है कि यह रकम ठेके देने के बदले में वसूली गई थी। कमीशन की राशि को वेदप्रकाश यादव बेसमेंट में रखी अलमारी में रखता था। पहले रिश्वत में वसूली गई रकम से वेदप्रकाश यादव ने गोल्ड की बिस्किट खरीदे थे। यादव को हिरासत में लेकर उसे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के सौंप दिया है। इस मामले में एसीबी रिपोर्ट दर्ज कर उसे गिरफ्तार करेगी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया