राजस्थान की कॉन्ग्रेस सरकार ने बेरोजगारों की नहीं सुनी, प्रियंका गाँधी को वादा याद दिलाने के लिए लखनऊ में दफ्तर के बाहर प्रदर्शन

लखनऊ में कॉन्ग्रेस दफ्तर के बाहर राजस्थान के बेरोजगारों का धरना (साभार: ट्विटर)

राजस्थान में अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कॉन्ग्रेस सरकार में बेरोजगार युवाओं का बुरा हाल है। राज्य में उनकी कोई सुनने वाला नहीं है। लंबे वक्त से ये लोग कॉन्ग्रेस नेता प्रियंका गाँधी से मुलाकात की माँग कर रहे थे, लेकिन वो नहीं मिलीं। इसके बाद उनसे मिलने के लिए बेरोजगार युवाओं का जत्था लखनऊ कूच कर गया है। अब बेरोजगारों ने लखनऊ में कॉन्ग्रेस मुख्यालय के बाहर महापड़ाव डालना शुरू कर दिया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में बेरोजगारों ने ये महापड़ाव डाला है। हालाँकि, लखनऊ कूच की खबर के बाद हरकत में आई गहलोत सरकार ने इन बेरोजगारों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया, लेकिन उपेन यादव का कहना है कि अब सरकार ने बहुत देर कर दी है। अगर सच में वो बेरोजगारों की हितैषी है तो बेरोजगारों की 21 सूत्रीय माँगों पर आदेश जारी करे।

यादव ने कहा कि वे लोग लखनऊ में कॉन्ग्रेस के कार्यालय के सामने बैठकर उन्हें उनका वादा याद दिलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीते 44 दिन से आंदोलन चल रहा है, लेकिन माँगों को पूरा करने की बजाय केवल आश्वासन ही दिया गया। उन्होंने कहा, “20 दिन पहले ही हमने सरकार को चेताया था, लेकिन हमारी नहीं सुनी गई। अब यहीं पर हम आमरण अनशन कर कॉन्ग्रेस के खिलाफ सत्याग्रह करेंगे।”

इस मामले में पत्रकार सुमित कुमार ने कहा, “राजस्थान के बेरोज़गारों ने 44 दिनों तक धरना दिया। सरकार ने नहीं सुनी तो ये लोग प्रियंका गाँधी से मिलने लखनऊ के कॉन्ग्रेस दफ्तर पहुँच गए। वहाँ प्रियंका तो नहीं मिली, बेरोजगारों को धक्के जरूर मिले। अब अपनी माँगों को लेकर उपेन यादव और उनके बेरोजगार साथियों ने लखनऊ इको पार्क में महापड़ाव डाल दिया है।”

वहीं, बीजेपी के मीडिया पैनलिस्ट प्रशांत पटेल उमराव ने भी कॉन्ग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस सरकार राजस्थान में बेरोजगार युवाओं को रोजगार नहीं दे पा रही है, पर प्रियंका गाँधी वाड्रा यूपी में रोजगार देने के झूठे वादे कर रही हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया