देखने आइए, लेकिन अपने रिस्क पर… खँडहर स्टेडियम में मैच, मुंबई से खेलने के लिए पहुँच गई बिहार की 2 रणजी टीमें: पूर्व सचिव ने OSD का सिर फोड़ा

पटना के मोइन-उल-हक स्टेडियम की दुर्दशा इस तस्वीर से समझी जा सकती है (फोटो साभार : X_Anurag)

बिहार में टॉप क्रिकेट लौट आया है। राज्य में सालों बाद एलीट ग्रुप का मुकाबला खेला जा रहा है, क्योंकि इस बार बिहार को एलीट ग्रुप में शामिल किया गया है। ये मुकाबला 41 बार की रणजी चैंपियन मुंबई और बिहार के बीच पटना के मोइन-उल-हक स्टेडियम में खेला जा रहा है, जो खुद खहंडर बन चुका है। बिहार में ऐसा एक भी स्टेडियम नहीं है, जिसका मैनेजमेंट BCCI से जुड़े BCA (बिहार क्रिकेट संघ) के पास हो। हाँ, बाकी सारा बवाल बीसीए में खूब है।

शुक्रवार (5 जनवरी, 2024) को जब मुंबई की क्रिकेट टीम मोइन-उल-हक स्टेडियम में पहुँची, तो उसका सामना करने के लिए बिहार की दो टीमें वहाँ मौजूद थी। इसके बाद एक टीम को मैदान में घुसने ही नहीं दिया गया, तो दूसरी ओर आधिकारिक रूप से महज 12 साल के खिलाड़ी को फर्स्ट क्लास क्रिकेट में एंट्री करा दी गई। कुछ ही समय बाद खबर आती है कि बीसीए से जुड़े लोगों में सिर-फुटौव्वल हुआ है और एक अधिकारी घायल भी हो गया है। इस बीच, बहुत कम दर्शकों के सामने मैच जारी रहा।

बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बारे में कहा जाता है कि वो क्रिकेट के इतने ‘बड़े’ खिलाड़ी रहे हैं कि उन्होंने क्रिकेट के लिए पढ़ाई को छोड़ दिया। वो दूसरी बार उप-मुख्यमंत्री हैं। क्रिकेट से लगाव इतना कि पूरे राज्य में ढंग का कोई क्रिकेट स्टेडियम ही नहीं है। और जिस स्टेडियम में मुंबई-बिहार के बीच मैच खेला जा रहा है, उसकी हालत बेहद खराब है। कभी क्रिकेट विश्वकप के मैच की मेजबानी कर चुके इस मोइन-उल-हक स्टेडियम को खतरनाक बताया जा रहा है।

लोगों से कहा गया है कि वो मैच देखने आएँ, उनकी कोई मनाही नहीं है, लेकिन अपने रिस्क पर आएँ। क्योंकि मैदान में दर्शकों के बैठने की जगह अव्यवस्था है। गैलरी बंद है। स्कोरबोर्ड सालों से खराब है। हर तरफ बेतरतीब घास उगी हुई है। वरिष्ठ पत्रकार अनुरंजन झा ने एक्स पर इसकी दुर्दशा बयाँ की है और बिहार के रहनुमाओं से सवाल पूछा है। उन्होंने लिखा, “इस स्टेडियम में बिहार-मुंबई के बीच रणजी ट्रॉफ़ी का मैच खेला जा रहा है। ये हाल उस क्रिकेट स्टेडियम का है, जिस राज्य का नवीं फेल उप-मुख्यमंत्री इसलिए आगे नहीं पढ़ पाया क्योंकि वो ‘क्रिकेट’ खेलता था, इसी से समझिए क्रिकेट भी वो क्या ही खेला होगा। कीजिए बस #हूंबोहूंबो।”

अब इस स्टेडियम की दुर्दशा इंटरनेशनल लेवल तक पहुँचने लगी है, तो माना जा रहा है कि देर-सबेर बीसीसीआई इसकी हालत को सुधारने के लिए कोई कदम उठाएगी। हालाँकि, उसे बिहार में क्रिकेट की पॉलिटिक्स से निपटने में सफलता मिल जाए तब। क्योंकि जिस राज्य में रणजी मैच के लिए दो-दो क्रिकेट टीमों की घोषणा एक ही टीम से मुकाबले के लिए कर दिया जाए, उसकी हालत समझने में मुश्किल नहीं होनी चाहिए।

जुलाई 2023 में ही मिल गई थी मेजबानी, फिर भी ऐसी तैयारी?

ऐसा भी नहीं है कि इस स्टेडियम को संभालने का मौका प्रशासन के पास नहीं था। इस साल बिहार को 4 रणजी मैचों की मेजबानी मिली है। इसकी घोषणा जुलाई 2023 में ही कर दी गई थी। महीनों बाद भी अगर स्टेडियम का ये हाल है, तो समझ सकते हैं कि बिहार का क्रिकेट बोर्ड कितनी गंभीरता से काम कर रहा है।

पत्रकार अभिषेक आनंद लिखते हैं, “स्टेडियम को मेंटेन करने के लिए मेहनत, जज़्बा और पैसा लगता है। वो संसद में ‘ठाकुर का कुआँ’ और ‘अंदर के ठाकुर को मारो’ कह देने से ठीक नहीं होगा। वो राम मंदिर पर सवाल खड़े करने से भी ठीक नहीं होगा। उसके लिए काम करना पड़ेगा, जो ज़मीन पर करना है। उसके लिए ना तो ठाकुर को मारने की ज़रूरत है, ना मंदिर पर सवाल उठने की। ख़ैर बिहार का दुर्भाग्य है, बाक़ी जो है सो हइए है।”

प्रयाग नाम के एक्स यूजर बिहार पर ही चुटकी ले रहे हैं। वो मुंबई का सामना करने के लिए मैदान पर आई दो टीमों के मुद्दे पर चुटकी लेते हुए लिखते हैं, “बिहार कभी निराश नहीं करता।”

चर्चित पत्रकार प्रदीप भंडारी लिखते हैं, “यह बिहार में होने वाले रणजी ट्रॉफी मैच का मैदान है। नीतीश और लालू ने बिहार को पिछले 3-4 दशक में यही दिया है।”

अनुराग सिन्हा नाम के एक्स यूजर मोइन-उल-हक मैदान पर मौजूद हैं। उन्होंने जो वीडियो पोस्ट किया है, उसमें भारी भीड़ उमड़ती दिख रही है। अब व्यवस्थाओं का अंदाजा आप खुद ही लगा सकते हैं।

ध्रुव तिवारी बिहार की मौजूदा सरकार पर तंज कसते हुए लिखते हैं, “तेजस्वी यादव ने कहा था बिहार इन्फ्रास्ट्रक्चर के मामले में नंबर 1 है। ये पटना का क्रिकेट स्टेडियम है, आज रणजी ट्रॉफी का मैच हो रहा है। ऐसी घटिया जगह में बिहार और मुंबई का मैच हो रहा है। ये आज तक एक स्टेडियम बिहार को नहीं दे पाए और बाते विकास की करते हैं।”

इस बीच, बीसीए अधिकारी पर हमला हुआ है। बीसीए ने इस हमले का आरोप अपने निलंबित पूर्व सचिव अमित कुमार पर मढ़ा है। दरअसल, पूर्व सचिव ने मैदान पर उतरने के लिए अपनी ख़ुद की एक टीम नामित कर दी थी। मैच के पहले दिन सुबह इसी वजह से दो अलग-अलग गुटों के बीच अराजकता फैल गई और माना जा रहा है कि गुस्से में अमित कुमार ने कथित तौर पर एक अधिकारी पर हमला किया था। बताया जा रहा है कि अमित कुमार की टीम को मैदान पर एंट्री नहीं मिली, इस वजह से ये मारपीट हुई है।

बिहार ने बनाया एक और रिकॉर्ड

इस मैच में बिहार की आधिकारिक टीम में 12 साल के वैभव सूर्यवंशी का भी नाम है। बाएँ हाथ के बल्लेबाज सूर्यवंशी भारतीय अंडर-19 टीम के लिए भी दौड़ में थे, उन्होंने बिहार के लिए वीनू मांकड़ ट्रॉफी में पाँच पारियों में 93 रन बनाए थे। वैभव को अंडर-19 क्रिकेट विश्वकप के लिए भी चुना गया है, जो इस माह के आखिर में दक्षिण अफ्रीका में खेला जाएगा। वैभव की तस्वीरों को साझा करके लोग उनकी उम्र पर सवाल उठा रहे हैं। वो कई दशकों में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने हैं, जिन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया है।

बिहार की तरफ से महज 12 साल के बताए जा रहे खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी को डेब्यू का मौका मिला (फोटो साभार : ESPNCricinfo)

पहले दो दिन का खेल खत्म, बैकफुट पर बिहार की टीम

बिहार और मुंबई के बीच खेले गए मैच का टॉस बिहार ने जीता और मुंबई को पहले बल्लेबाजी के आमंत्रित किया। मुंबई ने पहले दिन के खेल की समाप्ति पर 9 विकेट के नुकसान पर 235 रन बनाए थे। पहले दिन सिर्फ 67 ओवरों का खेल हो पाया था। वहीं, दूसरे दिन मुंबई की पारी 251 रनों पर समाप्त हुई। इसके जवाब में बिहार की टीम ने महज 37 ओवरों में 6 विकेट गवाँ दिए हैं, और महज 89 रन बनाए हैं। दूसरे दिन बामुश्किल आधे दिन का खेल हो पाया। बिहार की टीम पहली पारी में अभी 162 रनों से पीछे है, जबकि उसके सिर्फ 4 विकेट बचे हैं।

चलिए अब जान लीजिए की बिहार के लिए कौन सी दो टीमों की घोषणा हुई और प्लेइंग 11 में कौन से खिलाड़ी हैं

बीसीए अध्यध द्वारा घोषित टीम: आशुतोष अमन (कप्तान), साकिबुल गनी (उपकप्तान), बिपिन सौरभ (विकेटकीपर), बाबुल कुमार, नवाज खान, विपुल कृष्णा, आकाश राज, बलजीत सिंह बिहारी, सरमन निगरोध, वीर प्रताप सिंह, हिमांशु सिंह, रवि शंकर, रिषभ राज, सचिन कुमार सिंह और वैभव सूर्यवंशी।

बीसीए के बर्खास्त सचिव अमित कुमार द्वारा घोषित टीम: इंद्रजीत कुमार (कप्तान), अपूर्व आनंद (उपकप्तान), विकाश रंजन (विकेटकीपर), शशीम राठौड़, शशि आनंद, लाखन राजा, यशस्वी ऋषभ, प्रतीक कुमार, विक्रांत सिंह, कमलेश कुमार सिंह, विश्वजीत गोपाला, प्रशांत श्रीवास्तव, दीपक राजा, हिमांशु हरि, शशि शेखर, वेदांत यादव, अभिनव कुमार, समर कुदारी, कुमार मृदुल, कुमार रजनीश।

बिहार की प्लेइंग 11 : आशुतोष अमन (कप्तान), बिपिन सौरभ (विकेटकीपर), वैभव सूर्यवंशी, बाबुल कुमार, सकीबुल गनी, आकाश राज, सचिन कुमार, हिमांशु सिंह, नवाज खान, वीर प्रताप सिंह और सरमन निगरोध।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया