ड्रग्स लेता, पॉर्न देखता, फिर निकल पड़ता बच्चों का शिकार करने: 7 साल में 30 रेप, लाश से भी करता बलात्कार; अब दोषी करार

दिल्ली की अदालत ने रवींद्र कुमार को दोषी करार दिया (फोटो साभार: TOI)

18 साल की उम्र में वह बच्चों के शिकार पर निकला। अगले 7 साल में उसने दिल्ली में 30 से अधिक बच्चों को अपना शिकार बनाया। रेप के बाद उनकी हत्या की। अब इस साइको किलर रवींद्र कुमार (Ravinder Kumar) को अदालत ने दोषी करार दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार वह ड्रग्स लेने और पाॅर्न देखने के बाद बच्चों का शिकार करने निकलता था। बच्चों की तलाश में वह 40 किमी तक पैदल चलता था।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रवींद्र ने 2008 से 2015 के बीच 30 बच्चों की रेप और हत्या की थी। वह 6 से 12 साल तक के बच्चों की तलाश करता था। एक बार उसने 2 साल के बच्चे को भी अपना शिकार बनाया था। दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने शनिवार (6 मई 2023) को उसे 6 साल के एक बच्चे का अपहरण, रेप और हत्या के आरोप में दोषी करार दिया। उसे 20 मई को सजा सुनाई जाएगी। उसे फाँसी की सजा हो सकती है। दिल्ली पुलिस ने भी उसे अधिकतम सजा देने की माँग की है।

अपहरण, रेप और हत्या का दोषी रवींद्र कुमार उत्तर प्रदेश के कासगंज का रहने वाला है। वह साल 2008 में काम की तलाश में दिल्ली आया था। उसके पिता प्लंबर का काम करते और माँ दूसरों के घरों में जाकर काम करती थी। मजदूरी करते हुए रवींद्र को नशे की लत गई और वह ड्रग्स लेने लगा। ड्रग्स न मिलने पर शराब के नशे में चूर हो जाता था। इसी दौरान एक बार उसने एक पॉर्न फिल्म देखी। इसके बाद उसके अंदर का हैवान जाग गया। वह घर से निकला और एक बच्चे का रेप कर उसकी हत्या कर दी।

यह उसका पहला अपराध था। लेकिन इसके बाद जब वह पकड़ा नहीं गया तब उसकी हिम्मत बढ़ गई। मजदूरी करने के बाद घर वापस आते ही नशा करना, पॉर्न फिल्म देखना और फिर अँधेरा होते ही बच्चों की तलाश करना उसकी आदत बन गई। अपनी हवस को बुझाने के लिए वह बच्चों को चॉकलेट तो कभी कुछ पैसों का लालच देता। इसके बाद रेप कर उनकी हत्या कर देता। साल 2014 में एक 7 साल के बच्चे का यौन शोषण कर उसकी हत्या करने की कोशिश में भी रवींद्र पुलिस के हत्थे भी चढ़ा था। लेकिन बाद में वह जमानत पर बाहर आ गया। इसके बाद साल 2015 में उसे दिल्ली के बेगमपुर इलाके में एक 6 साल की लड़की का रेप और हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

दिल्ली के एडिशनल कमिश्नर और तत्कालीन DCP विक्रमजीत सिंह ने कहा है कि पूछताछ के दौरान रवींद्र की बातों ने पुलिस टीम को हैरान कर दिया था। उसे हवस का शिकार बने लगभग सभी बच्चे याद थे। इस केस की जाँच टीम का हिस्सा रह चुके रिटायर्ड ACP जगमिंदर सिंह दाहिया का कहना है कि रवींद्र बच्चों की हत्या करने के बाद उनके शव का भी रेप करता था। कई बार तो जब लड़कियाँ या बच्चे उसके कंट्रोल में नहीं होते थे तो वह रेप से पहले ही उन्हें मार देता, फिर रेप करता।

रवींद्र कुमार ने अपने रिश्तेदारों के बच्चों को भी शिकार बनाया था। उसने अपनी मौसी के एक रिश्तेदार के दो बच्चों को निशाना बनाने की बात भी कबूली है। यही नहीं, उसने पुलिस को 15 ऐसी जगहें दिखाई हैं जहाँ उसने अपहरण, रेप और हत्या की वारदातों को अंजाम दिया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया