वाड्रा के सवालों में हर बार झलकता है विरोधाभास, इसलिए ED बुलाती है बार-बार

रॉबर्ट वाड्रा (फाइल फोटो)

आज ईडी दफ्तर जाने से पहले रॉबर्ट वाड्रा ने अपने ‘दुख’ को फेसबुक पर शेयर किया। रॉबर्ट ने फेसबुक पर लिखा, ‘जाँच एजेंसियों ने मुझे 13 बार पूछताछ के लिए बुलाया। मैंने हर सवाल का जवाब दिया है, मुझे बेवजह परेशान किया जा रहा है।’ रॉबर्ट के इस पोस्ट के बाद किसी को भी उनसे सहानुभूति हो जाएगी, कि बार-बार कौन से सवाल है जो 13 बार में पूछे नहीं गए। लेकिन हम आपको बताते हैं कि आखिर क्यों रॉबर्ट से ईडी को बार-बार सवाल पूछने के लिए जरूरत पड़ रही है।

दरअसल, ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि रॉबर्ट के सहयोगियों द्वारा लिए बयानों और रॉबर्ट के बयानों में बार-बार विरोधाभास देखने को मिल रहा है। इतना ही नहीं, कभी-कभी तो एक ही सवाल के जवाब पर रॉबर्ट वाड्रा खुद ही जवाब बदलते पाए गए हैं। अब ईडी द्वारा पूछे गए ये सवाल कौन से हैं और इनका जवाब रॉबर्ट के सहयोगियों ने क्या दिया और रॉबर्ट वाड्रा ने क्या दिया? आइए हम आपको बताएँ।

दरअसल, अपनी पूछताछ के जरिए ईडी कुछ तथ्यों पर स्पष्टता चाहती है। लेकिन रॉबर्ट और उनके बयानों से ऐसा मुमकिन नहीं हो पा रहा है। मसलन कुछ सवाल और विरोधारभास के साथ जवाब निम्नलिखित हैं।

1. तथ्य- क्या रॉबर्ट वाड्रा, पूजा चड्ढा को जानते हैं?
इस तथ्य पर स्पष्टता पाने के लिए ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा से दो दिन सवाल किए 7 फरवरी को ईडी के सवाल नं-15 पर रॉबर्ट ने कहा कि वह इस बारे में स्पष्ट नहीं बता सकते (cannot categorically state) जबकि 8 फरवरी को ईडी के सवाल नं-35 पर उन्होंने मना कर दिया कि पूजा चड्ढा को जानते ही नहीं हैं।

2. तथ्य-क्या रॉबर्ट वाड्रा, सुमित चड्ढा को जानते हैं?
7 फरवरी को ईडी के सवाल नं-9 और 11 पर रॉबर्ट ने बयान दिया कि वो सुमित से मिले ही नहीं हैं। जबकि 14 फरवरी को सवाल नं-16 के उत्तर में रॉबर्ट के सहयोगियों के बयान अनुसार वो सुमित चड्ढा को सुमित भंडारी के जरिए जानते हैं।

3. तथ्य- क्या रॉबर्ट वाड्रा, सीसी थंपी को जानते हैं?
6 फरवरी को ईडी के सवाल नं-33 पर रॉबर्ट ने कहा कि वो सीसी थंपी को अमीरात की फ्लाइट में मिले थे। जबकि सीसी थंपी ने 6 अप्रैल 2017 को पूछताछ के दौरान सवाल नं-11 पर जवाब दिया था कि वो सोनिया गाँधी के पीए माधवन के जरिए रॉबर्ट से मिले।

4. तथ्य- क्या रॉबर्ट वाड्रा को 12 ब्राएंस्टन स्क्वायर के बारे में जानकारी थी?
7 फरवरी को सवाल नं-30 के जवाब में रॉबर्ट ने बताया था कि वो उस जगह कभी नहीं रुके हैं। जबकि सीसी थंपी का कहना है कि वह 12 ब्राएंस्टन स्क्वायर में ठहर चुके हैं।

5. तथ्य- रॉबर्ट वाड्रा के पास सुमित चड्ढा और पूजा चड्ढा के ईमेल?
6 फरवरी सवाल नं-6 पर रॉबर्ट ने स्वीकारा कि robertvadra@yahoo.com उनकी इमेल आईडी है और 7 फरवरी की पूछताछ में सवाल संख्या 43 से 54 में वो बार-बार नकारते दिखे कि ईमेल उन्हें लिखे ही नहीं गए हैं। वहीं, मनोज अरोड़ा ने 16 फरवरी को सवाल संख्या 8 और 15 के जवाब में बयान दिया कि सुमित चड्ढा द्वारा भेजे गए ईमेल में रॉबर्ट वाड्रा के ही हैं।

6. तथ्य- क्या रॉबर्ट वाड्रा विपुल बेरीवाल और संजीव वर्मा को जानते हैं?
7 फरवरी को सवाल नं- 23 पर रॉबर्ट वाड्रा ने साफ़ मना किया कि वो विपुल बेरीवाल को नहीं जानते हैं। इसके बाद 14 जनवरी को सवाल नं-39 पर और 31 जनवरी को पूछे गए सवाल नं-28 पर मनोज अरोड़ा ने बयान दिया कि वो विपुल बेरीवाल और रॉबर्ट को नहीं जानते हैं। हालाँकि हो सकता है कि उनकी रॉबर्ट के साथ अपॉइंटमेंट थी, जिस कारण उनके मोबाइल में बेरीवाल के नाम से विपुल का नंबर हो सकता है। संजीव वर्मा को भी दो पक्षों ने जानने से इंकार किया।

7. तथ्य- क्या RV का मतलब रॉबर्ट वाड्रा है?
7 फरवरी को हुई पूछताछ में सवाल नं-24 के जवाब में रॉबर्ट ने कहा कि उन्हें RV के नाम से नहीं जाना जाता है, और न ही लोग उन्हें RV कहकर पहचानते हैं। जबकि मनोज अरोड़ा का कहना है कि उनके मोबाइल में रॉबर्ट वाड्रा का नाम MRV के नाम से सेव है। जिसका मतलब मिस्टर रॉबर्ट वाड्रा है।

8. तथ्य- क्या रॉबर्ट वाड्रा जगदीश शर्मा को जानते हैं?
6 फरवरी को दिए बयान में सवाल-22 और 24 में रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि वो जगदीश शर्मा उनके आस-पास मंडराता रहता था, उनको फॉलो करता था और उनसे जुड़ना चाहता था, लेकिन उन्होंने उनके साथ कभी काम नहीं किया था। जबकि 8 दिसंबर 2018 को हुई पूछताछ में सवाल 3 और 5 में जगदीश शर्मा ने बताया था कि वो गाँधी परिवार के करीबियों में से है, लेकिन सबसे ज्यादा वो रॉबर्ट वाड्रा के करीब है। वो रॉबर्ट वाड्रा के लिए पॉलिटिकल प्रोफाइलिंग करते थे और कई मामलों में सलाह भी देते थे।

9. क्या रॉबर्ट वाड्रा को ‘साहब’ के नाम से जाना जाता है?
7 फरवरी 2019 को सवाल नं-24 का जवाब देते हुए रॉबर्ट ने बताया था कि उनके अधीन काम करने वाले उन्हें बॉस कहते हैं, लेकिन 8 मार्च को सवाल नं-24 पर रॉबर्ट ने कहा कि उन्हें रॉबर्ट साहब कहकर नहीं बुलाया जाता। जबकि दिसंबर 12, 2019 की पूछताछ में जगदीश शर्मा का कहना था कि रॉबर्ट साहब कहकर ही बुलाया जाता था।

8 दिसंबर 2018 को अनुज नौटियाल ने अपने बयान में कहा कि जगदीश शर्मा ने उन्हें बतया था कि उनके बॉस ने विदेशी सम्पत्तियों में निवेश कर रखा है। यहाँ जगदीश ने रॉबर्ट वाड्रा के लिए बॉस शब्द का प्रयोग किया गया था। 16 जनवरी की पूछताछ में मनोज अरोड़ा द्वारा भी बताया गया था कि रॉबर्ट वाड्रा को RV कहा जाता है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया