‘मूर्ति उठाकर ले जाओ, वरना अंजाम होगा बुरा’: मुरादाबाद में सद्दाम ने अबरार और नियाज़ी संग सुरेश और मुन्नी देवी पर किया हमला, देवी प्रतिमा को मारी ठोकर

मुरादाबाद में मंदिर बनवा रहे हिन्दुओं पर सद्दाम का साथियों सहित हमला

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में मंदिर बना रहे हिन्दू समाज के लोगों पर नियाज़ी, सद्दाम और अबरार ने गुरुवार (21 सितंबर 2023) को हमला कर दिया। आरोप है कि तीनों आरोपितों ने न सिर्फ निर्माणाधीन मंदिर में तोड़फोड़ की, बल्कि मूर्तियों पर भी पैरों से ठोकर मारी। पुलिस ने केस दर्ज कर के एक आरोपित सद्दाम को गिरफ्तार कर लिया है।

यह घटना मुरादाबाद के थाना क्षेत्र के भगतपुर की है। महेशपुर गाँव के रहने वाले सुरेश कुमार ने 21 सितंबर को पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करवाई। सुरेश कुमार ने बताया कि घटना के दिन वो अपने गाँव में बन रहे एक देवी मंदिर पर मजदूरी कर रहे थे। शाम के समय वहाँ गफूर का बेटा सद्दाम पहुँचा।

सुरेश ने आरोप लगाया कि सद्दाम ने देवी स्थान पर लगे किसी गेट और पाइप के बारे में उससे पूछा। सुरेश ने सद्दाम से कहा कि उसे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। सद्दाम ने गेट और पाइप किसी चंद्रपाल के घर होने की बात कही। सुरेश ने चंद्रपाल से फोन कर के पूछा तब चंद्रपाल ने इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं होने की बात कही।

शिकायत में सुरेश ने आगे बताया कि यह जवाब सुनकर सद्दाम भड़क गया। उसने सुरेश और चंद्रपाल दोनों को मारने की धमकी दी। सुरेश द्वारा विरोध करने पर सद्दाम उसे गंदी-गंदी गालियाँ देने लगा और मंदिर में घुसकर देवी की मूर्ति पर पैर से ठोकर मारने लगा। सद्दाम ने यह भी धमकी दी कि मूर्ति उठाकर हिन्दुओं के मोहल्ले मे जाओ, वरना अंजाम बुरा होगा।

शोरगुल सुनकर सुरेश की मदद के लिए पड़ोस में रहने वाले महेश और उनकी पत्नी मुन्नी देवी पहुँची। सद्दाम ने उन दोनों के साथ भी मारपीट की। मुन्नी देवी के कपड़े भी फाड़ दिए गए। इस बीच हमलावर सद्दाम की तरफ से नियाजी और अबरार भी पहुँच गए। इन सभी ने मिलकर सुरेश, महेश और मुन्नी देवी को न सिर्फ मारा-पीटा, बल्कि गंदी-गंदी गालियाँ भी दीं।

सुरेश की शिकायत पर पुलिस ने अबरार, नियाजी और सद्दाम को केस में नामजद किया है। इन सभी पर IPC की धारा 295, 354 (ख), 323, 504 व 506 के तहत कार्रवाई की गई है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है। सद्दाम को गिरफ्तार कर लिया गया है। केस में आगे की कार्रवाई चल रही है।

राहुल पाण्डेय: धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।