‘काल्पनिक फिल्म है कश्मीर फाइल्स, राज्यसभा जाने को बेताब हैं विवेक अग्निहोत्री और अनुपम खेर’: बोले सज्जाद लोन, महबूबा भी भड़कीं

सज्जाद लोन और महबूबा मुफ्ती (फोटो साभार: जनसत्ता)

फिल्म ‘कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files)’ को लेकर जारी विवाद के बीच जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (JKPC) के अध्यक्ष सज्जाद लोन (Sajjad Lone) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) को राज्यसभा भेज दें, नहीं वो ऐसी ही फिल्म बनाते रहेंगे। वहीं, पीपुल्स डोमेक्रेटिक पार्टी (PDP) के चीफ महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर फिल्म को लेकर अपना डर जाहिर किया है।

सज्जाद लोन ने कहा कि यह कश्मीर फाइल्स एक काल्पनिक फिल्म है। कश्मीरी पंडितों की पीड़ा से इनकार नहीं किया जा सकता है, लेकिन कश्मीरी मुस्लिमों को भी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को कश्मीरी पंडितों की तुलना में 50 गुना अधिक नुकसान हुआ है।

निर्देशक विवेक अग्निहोत्री को ‘अतुल अग्निहोत्री’ बताते हुए लोन ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री से अपील करता हूँ कि उन्हें राज्यसभा सांसद बना दे, वरना पता नहीं वह और क्या बनाएँगे। अब एक नया चलन है कि विवेक और अनुपम खेर जैसे लोग राज्यसभा जाने के लिए बेताब हैं। उन्हें राज्यसभा भेजा जाना चाहिए, नहीं तो वे इस देश को नफरत में डुबो देंगे।”

लोन ने आगे कहा, “कश्मीरी पंडितों के साथ अन्याय को लेकर कोई संदेह नहीं है। कश्मीरी मुस्लिमों ने पंडितों की तुलना में 50 गुना अधिक पीड़ा झेला है। आप सिर्फ एक समुदाय के दर्द का दस्तावेजीकरण नहीं कर सकते। हम सब इसमें एक साथ हैं। मैंने भी अपने पिता को खो दिया है।”

महबूबा की पीड़ा

उधर महबूबा मुफ्ती फिल्म को लेकर नाराज हैं कि इसका सारा दोष भाजपा पर मढ़ रही हैं। महबूबा ने कहा कि भाजपा (BJP) देश को लड़ाना चाहती है। जब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) पाकिस्तान गए थे तो कश्मीर में 7 हिंदुओं की हत्या हुई थी। उन्होंने कहा, “मेरे पिता के मामा जी और उनके चचेरे भाई को मार दिया गया था। हम लोगों ने बहुत कुछ भुगता है।”

परोक्ष रूप से भारतीय सेना पर सवाल उठाते हुए महबूबा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के सुरनकोट में एक ही घर के 19 लोगों को मारा गया था। गलतियाँ किसी से भी हो सकती हैं, सेना से भी हो जाती है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि सभी सैनिक गलत हैं।”

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि खून-खराबा बंद होना चाहिए, लेकिन भाजपा चाहती है कि पाकिस्तान के साथ झगड़ा होता रहे। उन्होंने कहा, “वे हमेशा जिन्ना की बात करते हैं। अब बाबर और औरंगजेब की बातें करने लगे हैं।” महबूबा ने कहा कि सरकार कश्मीरियों को पाकिस्तान से लड़ाना चाहती है। इतना ही नहीं, देश में हिंदू तथा मुसलमान और दलित तथा ब्राह्मण तक को लड़ाने में वह यकीन रखती है।

कॉन्ग्रेस से हमदर्दी दिखाते हुए महबूबा ने कहा कि इस पार्टी ने भले ही 50 सालों तक तमाम गलत काम किए होंगे, लेकिन इसने देश को संभाल कर रखा। जिन्ना ने तो एक पाकिस्तान बनाया था, लेकिन भाजपा कई पाकिस्तान बनाना चाहती है। उन्होंने कहा, “ये लोग आज मुस्लिम बच्चियों को हिजाब पहनने से रोकते हैं। कल कहेंगे कि भगवा पहनो। ये लोग यह भी कह सकते हैं कि तिरंगा की जगह भगवा लहराएँ।” 

महबूबा मुफ्ती ने बुधवार (16 मार्च) को ट्वीट कर कहा था, “भारत सरकार जिस तरह कश्मीर फाइल्स को आक्रामक रूप से बढ़ावा दे रही है और कश्मीरी पंडितों के दर्द को हथियार बना रही है, उससे उनकी मंशा साफ हो जाती है। पुराने घावों को भरने और दो समुदायों के बीच अनुकूल माहौल बनाने के बजाय जानबूझकर खाई पैदा कर रही है।”

इससे पहले कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) के बेटे उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने कहा था, “द कश्मीर फाइल्स फिल्म में कई झूठी बातें दिखाई गई हैं। उस दौरान फारूक अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के सीएम नहीं थे। वहाँ राज्यपाल शासन था। देश में वीपी सिंह की सरकार थी, जिसे बीजेपी का समर्थन हासिल था।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया